कोरोनावायरस से अब तक कितने लोगों की हुई है मौत ? राज्य सरकार ने जिलों से तलब किया ब्योरा
कोरोना से राज्य में हुई मौत का ब्योरा 10 दिनों में सरकार ने तलब किया है। इसके लिए मेडिकल कालेज व अस्पताल और जिला स्तर पर कमेटी का गठन किया गया है। अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि इससे अनुदान मिलने में आसानी होगी।
राज्य ब्यूरो, पटना। जिलों और मेडिकल कालेज व अस्पतालों (Medical College and Hospitals) में कोरोना संक्रमण से अब तक कितने लोगों की मौत हुई है, सरकार ने इसका ब्योरा तलब किया है। सिर्फ कोरोना से मौत (Death from Covid) का सही आंकड़ा प्राप्त हो सके इसके लिए मेडिकल कालेज, अस्पताल और जिलास्तर पर दो कमेटी गठित की गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत (Additional Chief Secretary Pratyaya Amrit) ने मंगलवार को दी।
कई स्रोत से प्राप्त होती है कोरोना से मौत की जानकारी
प्रत्यय अमृत ने बताया कि कोरोना संक्रमण से मौत की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को कई स्रोतों से प्राप्त होती है। होम आइसोलेशन में हुई मौत, कोविड केयर सेंटर में हुई मौत, जिला कोविड सेंटर में मौत और डेडिकेटेड अस्पताल में मौत की जानकारी सरकार को प्राप्त होती है। कई बार सही जानकारी नहीं मिल पाने की वजह से कोरोना से हुई मौत पर अनुदान को लेकर संशय की स्थिति बन जाती है। ऐसी समस्या आगे न हो इसके लिए अब तक हुई मौत की जानकारी जिलों से 10 दिन में मांगी गई है।
दो कमेटियों का किया गया है गठन
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि सही जानकारी मिल सके इसके लिए मेडिकल कालेज व अस्पताल में प्राचार्य, अधीक्षक और मेडिसीन विभागाध्यक्ष की एक कमेटी गठित की गई है। दूसरी कमेटी सिविल सर्जन की अध्यक्षता में बनाई गई है, जिसमें सिविल सर्जन के अलावा एसीएमओ और एक डाक्टर रहेंगे। यह कमेटी अधिकृत निजी अस्पताल में हुई मौत का ब्योरा देगी। ब्योरा प्राप्त होने पर मुख्यालय के स्तर पर अनुदान का निर्णय लेने में आसानी हो जाएगी।
अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को खोलने के निर्देश
कोरोना को देखते हुए राज्य के 1556 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (Additional Primary Health Centers) को बंद किया था। अब सभी जिलाधिकारियों और सिविल सर्जनों को निर्देश निर्देश दिए गए हैं कि इन केंद्रों को दोबारा क्रियाशील कर दिया जाए। यह जानकारी स्वास्थ्य के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने दी।