होली 2021: होली पर रंगीन हुआ राजधानी का बाजार, रंग-गुलाल से लेकर किराना दुकान तक गुलजार
रंग-उमंग और लजीज व्यंजनों के त्योहार होली को लेकर रविवार को भी बाजार में खूब भीड़ रही। किराना दुकानों में मैदा सूजी रिफाइंड आदि की खरीदार उमड़े। वहीं रंग-गुलाल और पिचकारी खरीदने वालों की संख्या भी अच्छी-खासी रही।
पटना, जागरण संवाददाता। Festival Market in Patna त्योहारी बाजार यूं तो एक सप्ताह से सड़क किनारे सजा हुआ है। शनिवार को फुटपाथी बाजार की रौनक खरीदारों की भीड़ ने और बढ़ा दी। जमकर खरीदारी हुई। किराना दुकानों में आटा, मैदा, सूजी, खाद्य तेल, चीनी, गुड़, मेवा आदि की सर्वाधिक खरीदारी हुई। साथ ही फुटपाथ पर सजे रंग-गुलाल, पिचकारी, मुखौटा, टोपियां, इत्र और विभिन्न तरह के सजावटी आइटमों की खरीदारी भी होती रही। फल बाजार में भी चहल-पहल रही। कपड़ों की खरीदारी करीब-करीब हो चुकी की थी इसलिए इनकी दुकानोंं में भीड़ कुछ कम रही।
आटा, मैदा और सूजी की राहत ले गया खाद्य तेल
किराना दुकानों में रविवार सुबह से ही जबरदस्त भीड़ देखने को मिली। आटा, मैदा, सूजी के साथ ही खाद्य तेल की सर्वाधिक बिक्री हुई। बेसन, चीनी और गुड़ का भाव लगभग स्थिर है, लेकिन पिछले साल की तुलना में मैदा सात रुपये, सूजी पांच और आटा पांच रुपये प्रति किलो सस्ता हुआ है। हालांकि, यह राहत खाद्य तेल की वजह से उतनी नहीं रही क्योंकि पिछले साल की तुलना में रिफाइंड(Refined) और सरसों तेल का भाव 50 से 60 रुपये प्रति लीटर बढ़ गया है। इसके बावजूद भीड़ तो उमड़ी लेकिन बजट संतुलित कर ही खरीदारी हुई। सरसों तेल का भाव अधिकतम 165 रुपये लीटर हो गया था, जो अब पांच रुपये नीचे आया है।
22 से 23 करोड़ रुपये का ही हुआ कारोबार
बिहार खुदरा विक्रेता महासंघ के महासचिव रमेश तलरेजा ने कहा कि पटना में किराना जिंसों का करीब 30 करोड़ रुपये का कारोबार होना चाहिए था, लेकिन अनुमान है कि यह 22 से 23 करोड़ रुपये का ही हुआ है। बाजार कुछ ढीला रहा।
जिंस, पिछले साल का भाव- अब (रुपये प्रति किलो)
- आटा : 30- 25
- मैदा : 35- 28
- रिफाइंड : 95- 145
- सरसों तेल: 100- 160
- बेसन : 130- 130
- चीनी : 40- 20
- गुड़ : 40- 40
रंग का बाजार रंगीन, पिचकारी का बाजार भी गुलजार
फुटपाथी बाजार में पिचकारी, रंग-गुलाल, मुखौटा, टोपियों की खूब मांग रही। खिलौनेनुमा पिचकारियों को बच्चे अधिक पसंद कर रहे हैं। कंकड़बाग ऑटो स्टैंड, स्टेशन रोड, बेली रोड, पुनाइचक सहित सभी मोहल्ले की सड़कों के किनारे बाजार सजा हुआ है। कंकड़बाग के विक्रेता संजय ने कहा कि सुबह से ही ग्राहकी बढ़ी हुई है। हर दस मिनट में कोई न कोई ग्राहक आ जाता है। गुलाबी और हरा रंग अधिक बिक रहा है। डब्बा के खरीदार 50 फीसद ग्राहक हैं जबकि शेष पुडिय़ा खरीद रहे हैं। पुडिय़ा की कीमत पांच और दस रुपये है जबकि डब्बा 60 से 80 रुपये में बिक रहा है। पिचकारियों की कीमत 25 से 300 रुपये के बीच है। टोपियां और मुखौटा 25 से 40 रुपये में बिक रहे हैं।