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पटना के शहरी स्वास्थ्य केंद्र की सेहत खराब, न तो डॉक्टर दिखते हैं, न ही नर्स आती हैं Patna News

दीघा के शहरी स्वास्थ्य केंद्र की हालत खबरा है। यहां मरीजों का इलाज भगवान भरोसे है। यहां न तो डॉक्टर दिखते हैं न ही नर्स आती हैं।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Wed, 27 Nov 2019 09:35 AM (IST)Updated: Wed, 27 Nov 2019 09:35 AM (IST)
पटना के शहरी स्वास्थ्य केंद्र की सेहत खराब, न तो डॉक्टर दिखते हैं, न ही नर्स आती हैं Patna News

पटना, जेएनएन। पटना में चल रहे शहरी स्वास्थ्य केंद्रों की सेहत खराब हो गई है। इन केंद्रों पर न तो डॉक्टर दिखते हैं, न ही नर्स आती हैं। ऐसा नहीं है कि सरकार की ओर से इन स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों की तैनाती नहीं है। सभी केंद्रों पर एक या दो डॉक्टर तैनात हैं। नर्स एवं फार्मासिस्ट भी यहां पदस्थापित हैं, लेकिन वे कब आते हैं और कब जाते हैं, यह देखने वाला कोई नहीं है। स्थानीय मरीज आते हैं और लौटकर चले जाते हैं।

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दीघा शहरी स्वास्थ्य केंद्र पर मंगलवार को दैनिक जागरण की टीम शाम चार बजे पहुंची तो न तो डॉक्टर मिले, न ही नर्स। मरीजों को दवा देने के लिए फार्मासिस्ट भी नदारद थे। केवल एलडीसी क्लर्क के भरोसे पूरा अस्पताल चल रहा था। जब क्लर्क से डॉक्टर के बारे में पूछा गया तो बताया कि वे आईं और चली भी गईं। उसके बाद उपस्थिति पंजी दिखाने को कहा गया तो क्लर्क ने बताया कि रजिस्टर डॉक्टर स्वयं लेकर जाती हैं। वह किसी को नहीं देती हैं।

क्लर्क को बायोमीटिक और डॉक्टर की रजिस्टर पर हाजिरी

स्वास्थ्य विभाग का भी तमाशा गजब का है। अस्पताल में बायोमीटिक हाजिरी की व्यवस्था की गई है। यह हाजिरी केवल क्लर्क एवं नर्सो के लिए है। उसमें डॉक्टर को शामिल नहीं किया गया है। ऐसा इसलिए कि इससे डॉक्टरों के आने या न आने की पोल खुल जाएगी। इसलिए उन्हें बायोमीटिक हाजिरी की व्यवस्था से मुक्त रखा गया है। यहां पर डॉ. पुष्पा सिंह एवं डॉ. शिव प्रकाश की तैनाती की गई है। डॉ. पुष्पा यहां पर नियमित ड्यूटी पर हैं। वे कब आती हैं और कब जाती हैं, किसी को पता नहीं है। डॉ. शिव प्रकाश नेत्र चिकित्सक हैं। उनकी ड्यूटी सप्ताह में एक दिन रविवार को होती है। समय पर डॉक्टरों की उपस्थिति न हो पाने और नर्सो की समुचित व्यवस्था न हो पाने से स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना का उद्देश्य नहीं पूरा हो पा रहा है।

स्वास्थ्य केंद्र में तैनात दोनों नर्से रहीं अवकाश पर

दीघा शहरी स्वास्थ्य केंद्र पर दो नर्स शैतान सिंह एवं श्वेता रानी तैनात हैं। मंगलवार को दोनों छुट्टी पर थे। श्वेता रानी पिछले दो माह से छुट्टी पर हैं, जबकि शैतान सिंह एक सप्ताह से अवकाश पर। वर्तमान में अगर कोई मरीज आता है, तो उसे देखने वाला कोई नहीं है। मरीजों को दवा देने के लिए तैनात फार्मासिस्ट अनीश कुमार भी अस्पताल से गायब था। पूछने पर क्लर्क ने बताया कि सचिवालय गए हैं। यहां पर आशा कामिनी कुमारी श्रीवास्तव भी तैनात हैं। वे भी अस्पताल से गायब मिलीं। इलाज कराने के लिए जब दीघा निवासी मुन्नी देवी अस्पताल पहुंचीं तो मरीज को देखने वाला कोई नहीं था। वे सिर में चक्कर की समस्या से परेशान थीं। इलाज को पहुंचे नकटा दियारा निवासी मनीष कुमार ने बताया कि तीन दिनों से बुखार है।

गायब रहना गंभीर बात

सिविल सर्जन डॉ. आरके चौधरी ने कहा कि शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टर पदस्थापित किए गए हैं। वहां से गायब रहना गंभीर बात है। ऐसे डॉक्टरों एवं नर्सो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दीघा शहरी स्वास्थ्य केंद्र की जांच कराई जाएगी।


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