जिसने मुझे जलाया उसे फांसी दो- कहकर आखिर थम गई मुजफ्फरपुर में जलाई गई युवती की सांस Patna News
मुजफ्फरपुर में दुष्कर्म में विफल होने पर जलाई गई युवती ने घटना के नौवें दिन पटना में दम तोड़ दिया। सांस थमने से पहले उसने आरोपितों फांसी देने की मांग की।
पटना, जेएनएन। बिहार में जलाई गई एक और लड़की ने दम तोड़ दिया। बक्सर के बाद मुजफ्फपुर में इसी माह 7 दिसंबर को दुष्कर्म में विफल होने पर युवक द्वारा जलाई गई मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र की युवती की सोमवार की देर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे पटना में सांस थम गई। मौत की पुष्टि उसके स्वजन नीरज कुमार ने की। अगमकुआं स्थित अपोलो बर्न अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था।
सोमवार की रात खराब हो गई थी हालत
अस्सी प्रतिशत से अधिक जल चुकी युवती की हालत सोमवार की रात दस बजे अधिक खराब हो गई थी। पीड़िता की बहन ने बताया कि चिकित्सकों ने हालत नाजुक बताई थी। उसका खून घटता जा रहा था। सोमवार को हालत जानने पूर्व मंत्री अखिलेश सिंह पहुंचे थे।
बहन बोली- 24 घंटे में मिले फांसी
युवती की मौत के बाद मंगलवार को अस्पताल में स्वजनों का रो-रोककर बुरा हाल है। मृतका की बहन मुख्यमंत्री के आने पर ही पोस्टमार्टम कराने की बात पर अड़ गई है। उसका कहना है कि सरकार की ओर से उन्हें कोई मदद नहीं मिली। उसका कहना है कि आरोपितों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए। दरिंदों को 24 घंटे के अंदर फांसी मिले तभी उसकी बहन की आत्मा को शांति मिलेगी।
पूरी करना चाहती हूं पढ़ाई
युवती ने दम तोड़ने से पहले सोमवार को इंसाफ की मांग की थी। उसने आरोपितों के फांसी देने की मांग की थी। उसने पढ़ाई पूरी करने की इच्छा जताई थी। ये पूछने पर कि क्या बनना चाहती हो? उसने ठीक होने पर बीएससी नर्सिंग करने के लिए कहा था।
घटना के नौवें दिन तोड़ा दम
गौरतलब है कि बीते 7 दिसंबर को मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र में दुष्कर्म के प्रयास में विफल होने पर पड़ोसी युवक राजा द्वारा युवती को जिंदा जला दिया गया था। 10 दिसंबर को पीड़िता को अगमकुआं में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर उसके इलाज में जुटे हुए थे, लेकिन सातवें दिन उसे बचाया नहीं जा सका।
दो आरोपित जेल में
इस मामले के मुख्य आरोपित राजा राय को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वहीं, दूसरे आरोपित मुकेश कुमार ने सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों जेल में बंद हैं। मुकेश की जमानत अर्जी सीजेएम कोर्ट से खारिज हो चुकी है। मामले की जांच करने वाले अहियापुर थानाध्यक्ष विकास कुमार राय ने गुरुवार को सीजेएम कोर्ट में एक अर्जी दाखिल की थी। इसमें उन्होंने केस में भादवि की पांच नई धाराएं जोड़ने की प्रार्थना की थी। उन्होंने कहा था कि जांच के दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर इन धाराओं में केस की जांच की जरूरत है।