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कोरोना काल में डिजाइनर कपड़े बनाने में आई मुश्किल तो पटना निफ्ट के छात्रों ने की अनोखी पहल

निफ्ट के छात्रों ने घर के पुराने कपड़ों से बनाया हॉफ स्केल ड्रेसफोम कोरोना संक्रमण से ड्रेसफोम का था अभाव कपड़े नहीं तैयार कर पा रहे थे फैशन डिजाइनिंग के छात्र कोलकाता निफ्ट की सहायक प्रोफेसर ने कागज पर तैयार कर दिया पैटर्न तो छात्रों को हुई सहूलियत

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Sat, 13 Feb 2021 09:50 AM (IST)Updated: Sat, 13 Feb 2021 09:50 AM (IST)
पटना निफ्ट की एक तस्‍वीर। फाइल फोटो

पटना, जागरण संवाददाता। NIFT Patna News: किसी भी ड्रेस को तैयार करने के लिए ड्रेसफोम का होना जरूरी है। लेकिन, कोरोना संक्रमण के चलते नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन एंड टेक्नोलॉजी (निफ्ट) के बंद होने से छात्र ड्रेसफोम के अभाव में ड्रेस नहीं तैयार कर पा रहे थे। निफ्ट की फैशन डिजाइनिंग की हेड मालिनी डी ने बच्चों को हॉफ स्केल ड्रेसफोम तैयार करने का विचार दिया।

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इसके बाद कोलकाता निफ्ट के फैशन डिजाइनिंग विभाग की सहायक प्रोफेसर रूही दास चौधरी ने हॉफ स्केल ड्रेसफोम का पैटर्न कागज पर तैयार कर छात्रों को दिया। निफ्ट के सभी सेंटरों पर फैशन डिजाइनिंग विभाग के प्रोफेसरों ने इसे बच्चों से बनवाया। निफ्ट के पटना सेंटर में छात्रों ने फैशन डिजाइनिंग विभाग के सहायक प्रोफेसर धर्मेंद्र कुमार के निर्देशन में हॉफ स्केल ड्रेफफोम बनाया।

हाथ से तैयार किया हॉफ स्केल ड्रेसफोम

छात्रों ने बिना किसी मशीन के ही हॉफ स्केल ड्रेसफोम को अपने हाथों से तैयार किया है। इसे तैयार करने में छात्रों को एक सप्ताह का समय लगा। अब सभी इसकी तारीफ कर रहे हैं।

घर के पुराने कपड़ों से बनाया हॉफ स्केल ड्रेसफोम

निफ्ट के छात्रों ने घर के पुराने कपड़ों जैसे पैंट, बेडशीट, शर्ट, ट्राउजर आदि का इस्तेमाल कर हॉफ स्केल ड्रेसफोम को तैयार किया। इसे तैयार करने के बाद अब छात्रों को नया ड्रेस तैयार करने में आसानी हो रही।  

छात्रों को ई-मेल पर भेजा गया था पैटर्न

निफ्ट के छात्रों को ई-मेल पर पैटर्न बनाकर भेज दिया गया। छात्रों ने पैटर्न के आधार पर हॉफ स्केल ड्रेसफोम तैयार कर लिया। इसे तैयार करने में छात्रों को कोई परेशानी ना हो, इसके लिए उन्हें कई हिस्सों में तैयार करते हुए वीडियो भी भेजे गए थे। हॉफ स्केल ड्रेसफोम से छात्रों को अलग-अलग तरह के टॉप और स्कर्ट बनाने के लिए भी बताया गया।

निदेशक ने कहा

सीमित संसाधनों के बीच छात्रों द्वारा हॉफ स्केल ड्रेसफोम तैयार करना चुनौतीपूर्ण था। रिसाइकिलिंग व अपसाइकिलिंग के तहत इसे बनाया गया है।

-प्रो. संजय श्रीवास्तव, निदेशक, निफ्ट पटना


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