राज्यपाल फागू चौहान ने बिहार संग्रहालय का किया परिभ्रमण, लिखा- अद्भुत व गौरवशाली
राज्यपाल फागू चौहान ने रविवार को पहली बार बिहार संग्रहालय का परिभ्रमण किया और इसकी विभिन्न दीर्घाओं का अवलोकन करते हुए खूब प्रशंसा की। विजिटर्स बुक पर हस्ताक्षर भी किया।
पटना, राज्य ब्यूरो। राज्यपाल फागू चौहान ने रविवार को पहली बार बिहार संग्रहालय का परिभ्रमण किया और इसकी विभिन्न दीर्घाओं का अवलोकन करते हुए खूब प्रशंसा की। राज्यपाल ने बिहार संग्रहालय के परिभ्रमण के बाद 'विजिटर्स बुक' पर अपने हस्ताक्षर करते हुए लिखा कि 'बिहार संग्रहालय अद्भुत और गौरवशाली है।'पूर्व मुख्य सचिव एवं बिहार संग्रहालय सलाहकार समिति अध्यक्ष अंजनी कुमार सिंह ने राज्यपाल के बिहार संग्रहालय के परिभ्रमण के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया।
राज्यपाल के साथ उनके अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, कला-संस्कृति एवं युवा विभाग के प्रधान सचिव रवि परमार, बिहार संग्रहालय के निदेशक दीपक आनंद, सीनियर रेजिडेंट इंजीनियर एमएस याहिया व प्रभारी अभियंता विनोद चौधरी, राज्यपाल के परिसहाय मेजर हिमांशु तिवारी ने भी बिहार संग्रहालय का अवलोकन किया। परिभ्रमण के दौरान संग्रहालयाध्यक्ष मोमिता घोष एवं रणवीर सिंह राजपूत ने राज्यपाल फागू चौहान को बिहार संग्रहालय की विभिन्न दीर्घाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
राज्यपाल ने बिहार की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पुरातात्विक विरासत पर बनी फिल्म का भी अवलोकन किया। उन्होंने 'इतिहास दीर्घा' में मौर्यकालीन, गुप्तकालीन, पालकालीन एवं मुगल सल्तनत आदि से जुड़ी ऐतिहासिक विरासतों एवं कलाकृतियों को देखा। उन्होंने गांधार शैली में बोधिसत्व, 'लेडीविथ पैरॉट' एवं द्वितीय लार्जेस्ट स्टैंडिंग बुद्धा (कांस्य निर्मित) को भी अद््भुत बताया और इन्हें बिहार संग्रहालय की विशिष्ट धरोहर माना। राज्यपाल ने 'टेराकोटा' कला शैली के विभिन्न कला-कृतियों की भी प्रशंसा की। राज्यपाल को टिकुली चित्रकला, मोना सिक्का आर्ट, मंजूषा कला आदि से जुड़े विभिन्न प्रदर्शनी को दिखाया गया। राज्यपाल ने 'बिहार संतति दीर्घा' का भी परिभ्रमण किया तथा मारीशस आदि देशों में 'गिरमिटिया मजदूर' रूप में गए बिहार के पूर्वजों की कथाओं आदि में विशेष अभिरुचि दिखाई।