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बिहार के स्कूलों और कॉलेजों में 12 सौ पुस्तकालय अध्यक्ष के पद पर शीघ्र होगी नियुक्ति

Government Job In Bihar सरकार 893 उच्च माध्यमिक स्कूलों और तीन सौ अंगीभूत कॉलेजों में पुस्तकाध्यक्ष की नियुक्ति प्रक्रिया शीघ्र शुरू करेगी। शिक्षा विभाग पुस्तकाध्यक्ष पात्रता परीक्षा के लिए नियमावली तैयार कर रहा है। शुक्रवार को शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने यह जानकारी दी।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 06:47 PM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 10:12 PM (IST)
बिहार के स्कूलों और कॉलेजों में 12 सौ पुस्तकालय अध्यक्ष के पद पर शीघ्र होगी नियुक्ति
बिहार सरकार उच्च माध्यमिक स्कूलों और तीन सौ अंगीभूत कॉलेजों में पुस्तकाध्यक्ष की नियुक्ति प्रक्रिया शीघ्र शुरू करेगी। प्रतीकात्मक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना: सरकार 893 उच्च माध्यमिक स्कूलों और तीन सौ अंगीभूत कॉलेजों में पुस्तकाध्यक्ष की नियुक्ति प्रक्रिया शीघ्र शुरू करेगी। शिक्षा विभाग 'पुस्तकाध्यक्ष पात्रता परीक्षा' के लिए नियमावली तैयार कर रहा है। विधान परिषद में शुक्रवार को कांग्रेस के सदस्य प्रेमचंद्र मिश्र के सवाल पर शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने यह जानकारी दी।

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शिक्षा मंत्री ने सदन को बताया कि पुस्तकाध्यक्ष की आवश्यकता का आकलन करते हुए पात्रता परीक्षा के आयोजन का निर्णय लिया जाएगा। इसके साथ  कॉलेजों में सहायक पुस्तकाध्यक्ष/पुस्तकालय सहायक के तृतीय श्रेणी के पद पर विश्वविद्यालयों के स्तर से नियुक्ति की कार्रवाई की जाती थी। अब शिक्षकेत्तर कर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए कर्मचारी चयन आयोग यह जिम्मेदारी दी जाएगी। इस संबंध में बिहार विश्वविद्यालय अधिनियम के संगत धारा में अंकित प्रावधान के संशोधन की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। प्रेमचंद्र मिश्र ने स्कूलों में शौचालय की लचर स्थिति की ओर भी सरकार का ध्यान आकृष्ट किया। खास बालिका शौचालय उपलब्ध नहीं होने को लेकर पूरक सवाल के जरिए चिंता जताई।

उत्क्रमित स्कूलों में प्रधानाध्यापक की नियुक्ति नई नियमावली से होगी

बिहार के उत्क्रमित स्कूलों में प्रधानाध्यापक की बहाली के लिए नीति बन रही है। नीति तैयार हो जाने पर परीक्षा लेकर इनकी नियुक्ति होगी। सभी उत्क्रमि स्कूलों में केंद्रीय विद्यालय की तर्ज पर प्रधानाध्यापक होंगे। पूर्व के मध्य स्कूल और उत्क्रमण के बाद के हाई स्कूल के लिए अलग-अलग प्रभारी होंगे। एक प्रधानाध्यापक होंगे जो परिसर के दोनो स्कूलों में प्रशासनिक काम को देखेंगे। 

अल्पसूचित प्रश्न पर सदन को दी जानकारी

शिक्षा मंत्री विजय चौघरी ने यह एलान शुक्रवार को विधान परिषद में किया। विजय चौधरी ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा के अल्पसूचित प्रश्न पर सदन को यह जानकारी दी। पूरक प्रश्न के जरिए केदार पांडेय, नवल किशोर यादव और संजय प्रसाद ने सदन का ध्यान का आकृष्ट किया। केदार पांडेय ने केंद्रीय विद्यालय की तर्ज पर प्रधानाध्यपक की नियुक्ति की सलाह तो दूसरे सदस्यों ने कहा कि अब तक इसके लिए कोई नीति नहीं है। रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि उत्क्रमित स्कूलों में हाई स्कूल की जिम्मेवारी भी मिडिल स्कूल के प्रधानाध्यापक ही निभा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि सभी सदस्यों के प्रश्न उसी दिशा में हैं जिस दिशा में सरकार काम कर रही है। मध्य विद्यालय और उत्क्रमित माध्यमिक स्कूलों के प्रधानध्यापक अलग होंगे। लेकिन एक ही परिसर में दो पावर ऑफ सेंटर नहीं हो इसके लिए ओवरऑल प्रभाार एक ही व्यक्ति के जिम्मे होगा। अभी जो मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यपक हैं उन्हेंं उत्क्रमण के बाद सिर्फ सर्वेक्षण का काम ही दिया गया है। स्कूलों में संचालक को कोई पद नहीं होता है। स्कूल के वरीय शिक्षक को ही प्रधान शिक्षक का दायित्व दिया जाता है।


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