बिहारः सोना-चांदी विक्रेताओं के लिए अच्छी खबर, सभी ज्वैलर्स से गैर हालमार्क आभूषणों का ब्योरा मांगा
आल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के बिहार अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि गैर हालमार्क आभूषणों का ब्योरा हर ज्वैलर्स को समय से दे देना चाहिए। यह आभूषण विक्रेताओं के लिए एक अच्छा मौका है।
जागरण संवाददाता, पटना: गैर हालमार्क आभूषणों का ब्योरा हर ज्वैलर्स को समय से दे देना चाहिए। यह आभूषण विक्रेताओं के लिए एक अच्छा मौका है। इससे कारोबार में पारदर्शिता आएगी, और साथ ही ग्राहकों का भरोसा भी बढ़ेगा। उक्त बातें आल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के बिहार अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने कहीं हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो की ओर से सभी ज्वैलर्स से गैर हालमार्क आभूषणों का ब्योरा मांगा गया है। ज्वैलर्स को आभूषणों की संख्या के साथ ही उनका वजन भी बताना है। यह प्रक्रिया 13 जुलाई से शुरू की दी गई है और यह 20 जुलाई तक चलेगी। एक सप्ताह के अंदर सभी ज्वैलर्स को अपनी-अपनी दुकान का ब्योरा दे देना है। वर्मा ने कहा है कि अगले माह के बाद बिहार के 13 जिलों में सिर्फ हालमार्क आभूषण ही बेचे जा सकेंगे। बिहार के इन 13 जिलों में हालमार्क प्रावधान लागू किया जा चुका है।
दुकानदारों के लिए एक अच्छा मौका
इसलिए बीआइएस की ओर से सभी ज्वैलर्स से आभूषणों का ब्योरा मांग जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह दुकानदारों के लिए एक अच्छा मौका है। सिस्टम के तहत व्यापार करने से पारदर्शिता आती है और ग्राहकों का भरोसा भी बढ़ता है। इससे कारोबार के दायरे में वृद्धि होती है। उन्होंने कहा कि अधिकांश दुकानदार अपनी दुकानों के गैर हालमार्क आभूषणों का ब्योरा देना शुरू कर दिए हैं। 20 जुलाई से पहले ही सभी सराफा दुकानदार भारतीय मानक ब्यूरो को अपनी-अपनी दुकानों में रखे गैर हालमार्क आभूषणों का ब्योरा दे देंगे।
खुदरा विक्रेताओं के कारोबार में भी वृद्धि होगी
वर्मा ने कहा कि हालमार्क लागू होने के बाद खुदरा विक्रेताओं के कारोबार में भी वृद्धि होगी। अब तक ग्राहकों का एक तबका सिर्फ बड़ी दुकानों में सिर्फ हालमार्क आभूषणों के लिए ही जाता था। अब छोटी-बड़ी सभी दुकानों में हालमार्क आभूषण ही मिलेंगे इसलिए ग्राहक हर दुकान में खरीदारी के लिए उत्साहित होंगे।