अचानक एसपी के सामने पहुंची युवती, रोते हुए कहा- मैं जिंदा हूं, मेरी हत्या नहीं हुई
एसपी के जनता दरबार में एक युवती आयी और रोते हुए कहा कि मैं जिंदा हूं। मेरी हत्या नहीं हुई है। मैं अपने भाई और बहन के साथ शहर में रहकर पढ़ाई करती हूं।
औरंगाबाद [जेएनएन]। ...सर मैं जिंदा हूं, मेरी हत्या नहीं हुई है, कहकर गुरुवार को स्वीटी एसपी डा. सत्यप्रकाश के जनता दरबार में फफक पड़ी। पिछले गुरुवार को स्वीटी के पिता टंडवा थाना के हरीहर उर्दाना गांव निवासी अशोक कुमार ने एसपी के जनता दरबार में अपनी पुत्री का अपहरण कर हत्या करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराया था।
आवेदन और अखबारों में छपी खबर को दिखाते हुए कहा कि पिता के द्वारा मेरे बारे में गलत आवेदन देकर पुलिस को गुमराह किया गया है। स्वीटी ने कहा कि मैं अपने भाई और बहन के साथ औरंगाबाद शहर में रहकर पढ़ाई करती हूं।
स्वीटी की मां सरस्वती देवी ने कहा कि उसके पति को उसके ससुर सुरेश प्रसाद समेत अन्य परिजनों ने बहलाकर आवेदन दिलवाया है। सरस्वती ने कहा कि ससुराल वाले उसे प्रताडि़त करते हैं। इसके पूर्व भी झूठा केस किया गया है।
एसपी ने सरस्वती एवं स्वीटी की बातों को सुन मामले को गंभीरता से लिया और थानाध्यक्ष को मां एवं पुत्री के आवेदन पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। स्वीटी के पिता, ससुर समेत अन्य आरोपितों को पुलिस को गलत सूचना देने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर जेल भेजने का निर्देश दिया।
बता दें कि स्वीटी के पिता ने एसपी को आवेदन देकर शिकायत किया था कि उसकी पुत्री स्वीटी को उसकी मां सरस्वती देवी, नाना रामप्रसाद मेहता एवं चाचा विनोद मेहता के द्वारा अपहरण कर हत्या कर दी गई है।