ऐसा क्या देखा कि सिंदूरदान से पहले लड़की ने किया इंकार, दूल्हा सारी रात रहा बंधक; जहानाबाद से गया गई थी बारात
शादी की रस्म शाम से ही चल रही थी। अब केवल सिंदूरदान ही बाकी रह गया था लेकिन जैसे ही दूल्हे ने वधू की मांग में सिंदूर डालने के लिए हाथ आगे बढ़ाया कुछ ऐसा घट गया कि लड़की शादी नहीं करने की बात पर अड़ गई।
काको (जहानाबाद), संवाद सहयोगी। Bihar News: बिहार में जहानाबाद (Jehanabad) जिले में एक दूल्हे को शादी के मंडप से निराश लौटना पड़ा। मामला मंगलवार की रात का बताया जा रहा है। शादी की रस्म शाम से ही चल रही थी। ज्यादातर रस्म पूरी होने के बाद अब केवल सिंदूरदान ही बाकी रह गया था, लेकिन जैसे ही दूल्हे ने वधू की मांग में सिंदूर डालने के लिए हाथ आगे बढ़ाया कुछ ऐसा घट गया कि लड़की शादी नहीं करने की बात पर अड़ गई। इसके बाद तो विवाद सुलझने में पूरी रात गुजर गई और सुबह दूल्हे और पूरी बारात को बगैर दुल्हन के ही वापस लौटना पड़ा।
जहानाबाद से गया जिले में गई थी बारात
बताया जाता है कि जहानाबाद जिले के काको से मंगलवार को गया जिले के बेलागंज थाना के सिदानी गांव में बारात गई थी। शाम को बारात पहुंचने के बाद शादी की सभी रस्में धूम -धाम से हो रही थीं। महिलाएं मांगलिक गीत गा रही थीं। पूरे परिवार में शादी को लेकर उत्साह था। इससे पहले लड़की वालों ने लड़के के घर जाकर ढेरों सामान तिलक-दहेज के तौर पर दिया था।
अचानक कुछ ऐसा हुआ कि लड़की ने किया इंकार
बताया जा रहा है कि मंगलवार की रात लड़की की मांग में सिंदूर भरते वक्त लड़के का हाथ अचानक कांपने लगा। दुल्हन की नजर जैसे ही वर के हाथ पड़ी, वह शादी करने से साफ इंकार कर दी। इसके बाद तो रंग में भंग पड़ गया। पूरे घर और गांव में सनसनी का माहौल हो गया। इसके बाद मान-मनौव्वल की कोशिशें भी खूब हुईं। गांव के भी कई लोग जुट गए।
चार लोगों को बुधवार शाम तक बंधक बनाकर रखा
लड़की पक्ष के लोगों ने लड़के के पिता समेत चार लोगों को रातभर बंधक बनाए रखा। तय हुआ कि शादी तो अब नहीं ही होगी, उपहार स्वरूप दी गई गाड़ी, रुपए और अन्य सामान वापस करना होगा। तभी जाकर दूल्हे और उसके पिता की रिहाई होगी। शर्त के मुताबिक लड़की पक्ष को सारा सामान लौटाने के बाद बुधवार को लगभग चार बजे शाम में दूल्हे और उसके पिता सहित सभी चार लोगों को मुक्त कर दिया गया।