गांधी घाट पर गंगा इस साल के सबसे ऊंचे स्तर पर, लाल निशान से मात्र 52 सीएम दूर
गंगा नदी पटना में दीघा और गांधी घाट पर बुधवार को इस साल सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है। गंगा अब गांधी घाट में लाल निशान से महज 52 सेंटीमीटर दूर है।
पटना, जेएनएन। बिहार में मौसम बदल गया है। बुधवार को शहर के कई इलाकों में बारिश हुई। दोपहर के बाद शाम में भी बादल जमकर बरसे। इस बीच गंगा नदी पटना में दीघा और गांधी घाट पर बुधवार को इस साल सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है।
लाल निशान से महज 52 सेंटीमीटर दूर
गंगा अब गांधी घाट में लाल निशान से महज 52 सेंटीमीटर दूर है। हाथीदह में यह दूरी 53 सेंटीमीटर और दीघा घाट पर 1.30 मीटर है। दूसरी ओर सोन नदी के जलस्तर में वृद्धि लगातार जारी है। हालांकि खतरे के निशान से यह भी पटना के मनेर में 1.48 मीटर दूर है।
खतरे का निशान दीघा में 50.45
बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार बुधवार को गंगा का जलस्तर दीघा में 48.15, गांधी घाट पर 48.08 और हाथीदह में 41.23 दर्ज किया गया है। खतरे का निशान दीघा में 50.45, गांधी घाट पर 48.60 और हाथीदह में 41.76 मीटर पर है। ऐसे में पटना के निचले इलाके में रहने वालों के लिए परेशानी बढ़ सकती है। ऐहतियात प्रशासन में सजग हो गया है।
सोन नदी का जलस्तर पटना के मनेर में 50.52 मीटर
सोन नदी का जलस्तर पटना के मनेर में 50.52 मीटर पर पहुंच गया है। यहां खतरे का निशान 52 मीटर पर है। गंगा और सोन दोनों ही नदियों के जलस्तर में वृद्धि का ट्रेंड दर्ज किया जा रहा है। चौबीस घंटे में गंगा दीघा में 10, गांधी घाट पर 14 और हाथीदह में 12 सेंटीमीटर बढ़ी है। सोन का जलस्तर 24 घंटे में 15 सेंटीमीटर वढ़ा है।
पटना में जमकर बारिश
राजधानी में उमस भरी गर्मी से बारिश ने राहत दी। बुधवार को जमकर पानी बरसा। बारिश से राजधानीवासियों को काफी राहत मिली। पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। बरसात को लेकर पटना के मौसम विभाग केंद्र ने पहले की चेतावनी जारी की थी। विभाग के अनुसार भारी बारिश का अनुमान लगाया गया था।