गांधी की ओर लौटने के सिवा दूसरा विकल्प नहीं : हरिवंश
गांधी के 150 वें जयंती वर्ष पर भारतीय लोकतंत्र एवं विधायिका विषय पर व्याख्यान।
पटना। गांधी के 150 वें जयंती वर्ष पर भारतीय लोकतंत्र एवं विधायिका विषयक व्याख्यान को संबोधित करते हुए राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश ने कहा कि गांधी की ओर लौटने के सिवा देश के पास दूसरा विकल्प नहीं है। बल्कि यह कहना भी गलत नहीं होगा कि आज गांधी विकल्प नहीं, देश की मजबूरी हैं। उनकी नीतियां हों या आर्थिक और विकास की दूरदर्शी सोच, विश्व के अधिकतर देश आज उसका अनुसरण कर रहे हैं। अगर भारत के आर्थिक विकास के ढांचे को मजबूत रखना है, तो गांधी जी के बताये रास्ते पर ही चलना होगा। व्याख्यान का आयोजन केएन सहाय पर्यावरण एवं शहरी विकास संस्थान द्वारा किया गया।
हरिवंश ने संसद एवं विधानसभाओं के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र के लिए बेहतर संकेत नहीं है। उन्होंने बताया कि लोकसभा में लॉस्ट टाइम का प्रतिशत बढ़ता जा रहा है। यही हाल विधानसभाओं का भी है। अनुशासन खत्म हो रहा है। राजनीतिक दलों को यह समझना होगा कि लोकसभा में जो हो रहा है, उसका असर विधानसभाओं से लेकर पंचायतों तक पड़ता है।
केएन सहाय शताब्दी स्मृति व्याख्यान की अध्यक्षता कर रहे राज्यसभा सदस्य आरके सिन्हा ने इस अवसर पर केएन सहाय के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सहाय जी जब पटना के महापौर थे, तब शहर को खूबसूरत बनाने के लिए सोचा करते थे। उस वक्त उनकी सोच थी कि पटना के उत्तर में अशोक राजपथ के समांतर सड़क बनाकर ही यातायात की समस्या सुलझ सकती है। स्वच्छता पर भी उनका ध्यान था। आज हम सब उसी दिशा में सोच रहे हैं। इस अवसर पर रविनंदन सहाय, सहकारिता मंत्री राणा रणधीर, विधायक अरुण सिन्हा, पूर्व मंत्री नरेन्द्र सिंह समेत कई गणमान्य मौजूद रहे।