Bihar Quarantine Center News: किस स्टेट से लौटे हैं प्रवासी, इससे तय होगा आपका क्वारंटाइन सेंटर
बिहार में प्रवासियों को लौटर बदस्तूर जारी है। कोरोना संक्रमण के मरीज भी बढ़ रहे हैं। ऐसे में यह निर्णय हुआ है कि प्रवासियों को राज्य के आधार पर क्वारंटाइन सेंटर अलॉट किए जाएंगे
पटना, भुवनेश्वर वात्स्यायन। बड़ी संख्या में प्रवासी कामगारों की वापसी को ध्यान में रख आपदा प्रबंधन विभाग ने क्वारंटाइन सेंटर के संदर्भ में नई व्यवस्था की है। अब प्रवासियों की वापसी की जगह के आधार पर यह तय किया जाएगा कि उन्हें किस तरह के क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाना है। इस बारे में आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों को दिशा-निर्देश जारी किया हैै।
संक्रमण की संख्या को बनाया गया आधा
क्वारंटाइन सेंटर पर रखने की व्यवस्था संबंधित राज्य में कोरोना संक्रमण की भयावहता के आधार पर तय की गई है। दिल्ली, मुंबई, पुणे, सूरत, अहमदाबाद व कोलकाता में संक्रमण अधिक है, इसलिए वहां से आने वाले प्रवासी कामगार प्रखंड क्वारंटराइन सेंटर पर रहेंगे। वहीं, महाराष्ट्र, गुजरात व पश्चिम बंगाल के अन्य शहरों, यूपी, तमिलनाडु व हरियाणा से लौटने वाले कामगारों को पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में जगह मिलेगी।
संचालन का भी नया इंतजाम
प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था बीडीओ के स्तर पर मॉनीटर की जाएगी। वहीं पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर का प्रभार पंचायत स्तरीय प्रभारी के पास रहेगा। इनमें पंचायत सेवक, राजस्व कर्मचारी, पंचायत रोजगार सेवक, कृषि समन्वयक, पंचायत तकनीकी सहायक आदि शामिल हैं। यहां संबंधित विद्यालय के शिक्षक को भी प्रतिनियुक्त किया जा सकता है। वहीं गांव के विद्यालय में चलने वाले ग्राम स्तरीय क्वारंटाइन कैंप का जिम्मा संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक या प्रभारी प्रधानाध्यापक का होगा।
निबंधन केवल प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर पर
राज्य के बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों का पंजीकरण प्रखंड स्तर पर किया जाएगा। इसके उपरांत उन्हें संबंधित प्रखंड, पंचायत व ग्राम क्वारंटाइन सेंटर पर भेजा जाएगा।
अगले सात दिनों में आएंगे नौ लाख से अधिक प्रवासी
गौरतलब है कि बिहार में प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी है। चार मई के बाद से अब तक पांच लाख से अधिक प्रवासी कामगार बिहार आ चुके हैं। माना जा रहा है कि अगले सात दिनाें में नौ लाख से अधिक प्रवासी कामगारों के आने की उम्मीद है।