गर्लफ्रेंड्स संग मिलकर करोड़ों ठगे, फिर जमकर की मस्ती; चौंका देंगे पटना के इस बंटी-बबली के कारनामे
पटना में एक गैंग गर्लफ्रेंड्स के साथ मिलकर मेडिकल व इंजीनियरिंग एंट्रेंस के नाम पर ठगी करता था। इसमें पढ़े-लिखे युवक शामिल थे। इस गैंग के कारनामे जान कर आप चौंक जाएंगे।
पटना, जेएनएन। बिहार में मेडिकल व इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षाओं में सफलता दिलाने के नाम पर करोड़ाें की ठगी करने वाला यह बंटी-बबली गैंग था। इसमें गर्लफ्रेंड्स अपने ब्वॉयफ्रेंड्स की मदद करतीं थीं। फिर, आने वाले पैसों से खूब मौज-मस्ती होती थी। हरियाणा पुलिस की निशानदेही पर पटना में पकड़े गए इस गैंग में बड़े बाप के पढ़-लिखे बेटे शामिल थे। अमीरी के शॉर्टकट की खोज में वे अपराध के दलदल में धंसते चले गए।
गुर्गों ने खाेले गिरोह के अहम राज
विदित हो कि पटना में मेडिकल-इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षाओं में सफलता दिलाने के नाम पर एक बडा गैंग चल रहा था। राजधानी के बोरिंग रोड इलाके में इसका कार्यालय था। हरियाणा पुलिस की मदद से पटना पुलिस ने बीते दिनों छापेमारी कर इस गैंग के छह गुर्गों काे गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने कई अहम राज खोले हैं। इसके आधार पर पुलिस गैंग से जुड़े अन्य लोागों की तलाश कर रही है।
सफलता दिलाने का लेते थे ठेका
यह गैंग पेपर लीक तथा परीक्षार्थी के बदले दूसरों को परीक्षा में शामिल कराने का ठेका लेते थे। उनके टारगेट पटना के कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र हाेते थे। पूछताछ में यह भी पता चला कि साल 2015 में महराष्ट्र के औरंगाबाद में हुए मेडिकल प्रवेश परीक्षा पेपर लीक मामले में भी इस गैंग की संलिप्पता थी।
बैंक अधिकारी रह चुका सरगना
गैंग के सदस्य अच्छे घरों के पढ़े-लिखे युवक थे। सरगना अतुल वत्स ने यूको बैंक के पीओ की नौकरी छोड़कर ठगी का धंधा शुरू किया। पटना के दीघा स्थित यूको बैंक में असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर की नौकरी छोड़ कर उसने दरभंगा में कोचिंग संस्थान खोला, फिर मेडिकल और इंजीनियरिंग की परीक्षाओं में सेटिंग करने लगा। उसने पटना स्थित बोरिंग रोड के विवेकानंद मार्ग में भी कोचिंग इंस्टीट्यूट खोलकर ठगी के धंधे को विस्तार दिया। सरगना अतुल रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी अरुण केसरी का पुत्र है, जो कॉमनवेल्थ गेम के डिप्टी डायरेक्टर रहे थे। अतुल पर एक लड़की ने यौन शोषण की एफआइआर भी दर्ज कराई थी।
गैंग में कोई बीटेक तो कोई बीबीए
गैंग के गुर्गे भी उच्च शिक्षा प्राप्त हैं। गिरफ्तार उज्जवल कश्यप, रमेश कुमार सिंह, प्रशांत कुमार व रोहित कुमार खड़गुपर, पटना व भागलपुर के उच्च शिक्षण संस्स्थानों से बीटेक पास हैं। जबकि, नीतेश कुमार और सौरभ सुमन के पास बीबीए की डिग्री है।
ठगी में गर्लफ्रेंड भी थीं मददगार
गैंंग ने मेडिकल व इंजीनियरिंग की परीक्षाओं में स्कॉलर बैठाने व सरकारी नौकरियां दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी की। उन्होंने अंतरराज्यीय सॉल्वर व सेटर गिरोह भी खड़ा किया। उनकी गर्लफ्रेंड्स भी इस धंधे में उनके साथ थीं। अतुल वत्स की पत्नी डॉक्टर है। जबकि, गैंग के सौरभ सुमन की गर्लफ्रेंड ने बीबीए की पढ़ाई कर रखी है। मेडिकल की तैयारी करनेवाली छात्राओं को वे दोनों अपने जाल में फंसाती थीं। वे खुद भी स्कॉलर बनकर परीक्षाओं में बैठतीं थीं। दूसरी लड़कियों को भी इसके लिए सेट करती थीं। गैंग के एक सदस्य उज्जवल की गर्लफ्रेंड ने ठगी के पैसों से हाल ही में लाखों के गहने भी खरीदे हैं।
रातोंरात अमीरी की थी चाहत
गैैंग के सदस्य रातोंरात अमीर बनना चाहते थे। इसलिए उन्होंने अपराध के रास्ते अमीरी कर शॉर्टकट चुना। इस धंधे में उन्होंने करोड़ों की ठगी की। इस पैसों से खूब मस्तर भी की। गैंग के एक सदस्य उज्जवल की गर्लफ्रेंड ने ठगी के पैसों से ही में हाल ही में लाखों के गहने भी खरीदे हैं। लेकिन पाप का घड़ा भर ही गया। अब कानून उन्हें उनके अंजाम तक पहुंचाएगा।