BBA की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म में चौथे आरोपित ने कोर्ट में किया सरेंडर, अब गिरफ्त में सभी दरिंदे
गोपालगंज की बीबीए छात्रा से बिहार की राजधानी पटना में सामूहिक दुष्कर्म के मामले में फरार चल रहे चौथे आरोपित ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
पटना, जेएनएन। पटना में बीबीए की छात्रा को बोरिंग रोड के जीबी मॉल से उठाकर सामूहिक दुष्कर्म करने के मामले में फरार चल रहे चौथे आरोपित ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। संदीप मुखिया ने दोपहर को सिविल कोर्ट में जाकर सरेंडर किया। संदीप के आत्मसमर्पण की सूचना पर पुलिस कोर्ट पहुंचकर उसे हिरासत में लिया। संदीप के सरेंडर करने के बाद छात्रा के साथ मुुंह काला करने की वारदात के सभी चार आरोपित पुलिस के शिकंजे में आ गए हैं।
दो पर था कुकृत्य का आरोप
दुष्कर्म मामले में पीड़िता ने चार के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी, जिसमें संदीप मुखिया और विनायक पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इसके पहले बुधवार को मुख्य आरोपी विनायक सिंह ने अपराह्न बाद कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। उसने सिविल कोर्ट में जाकर सरेंडर किया था। जबकि मंगलवार को पीड़िता के एफआइआर कराने के बाद दो आरोपित को पहले दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
बीबीए की छात्रा से हुआ था सामूहिक दुष्कर्म
सोमवार को राजधानी में बीबीए (बैचलर इन बिजनेस एडमिनिस्टेशन) की 19 वर्षीय छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के मामले ने सनसनी मचा दी थी। गोपालगंज की रहने वाली छात्रा को चार लड़कों ने बोरिंग रोड चौराहे स्थित जीबी मॉल से पिस्तौल के बल पर जबरन कार में बिठा लिया था। फिर पाटलिपुत्र इंडस्टियल एरिया में पीएंडएम मॉल के पास एक मकान में ले जाकर दो युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके बाद छात्र को पाटलिपुत्र गोलंबर पर कार से उतारकर चले गए।
गोपालगंज की रहने वाली है पीड़िता
पीड़ित छात्रा ऑटो लेकर नागेश्वर कॉलोनी स्थित हॉस्टल पहुंची। इसके बाद अपनी बहन को आपबीती सुनाई। देर रात पीड़िता एसकेपुरी थाने पहुंची और वहां से उसे महिला थाना ले जाया गया। उसने मामले में चार युवकों विनायक सिंह, संदीप मुखिया, विकास और कुश पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें विनायक और संदीप पर दुष्कर्म करने का आरोप था। छात्रा मूलरूप से गोपालगंज की रहने वाली है और नोएडा के निजी कॉलेज से दूरस्थ शिक्षा के जरिए बीबीए कर रही है। पॉश इलाके में छात्र से दुष्कर्म की घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था।