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Coronavirus Roundup: बिहार के चार और कोरोना विजेता घर लौटे, नीतीश ने दिए ये निर्देश; राउंडअप में पढ़ें एकसाथ 25 खबरें

बिहार में शनिवार को कोरोना का दायरा थोड़ा थमा। आज चार पॉजिटिव केस सामने आए। जबकि चार और कोरोना मरीज ठीक हो गए। राउंडअप में पढ़ें दिनभर की महत्‍वपूर्ण खबरें।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Sat, 11 Apr 2020 10:06 PM (IST)Updated: Sat, 11 Apr 2020 11:17 PM (IST)
Coronavirus Roundup: बिहार के चार और कोरोना विजेता घर लौटे, नीतीश ने दिए ये निर्देश; राउंडअप में पढ़ें एकसाथ 25 खबरें
Coronavirus Roundup: बिहार के चार और कोरोना विजेता घर लौटे, नीतीश ने दिए ये निर्देश; राउंडअप में पढ़ें एकसाथ 25 खबरें

पटना, जागरण टीम। बिहार में शनिवार को भी कोरोना का दायरा कम नहीं हो सका। शनिवार को सिर्फ चार पॉजिटिव केस सामने आए। जबकि, बिहार के चार और कोरोना मरीज पूरी ठीक हो गये और कोरोना विजेता बनकर घर लौटे। इस तरह, कुल 64 संक्रमित में से अब तक बिहार में 22 लोग ठीक हो चुके हैं। एक मरीज की मौत शुरुआत में ही हुई थी। वहीं, मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर कहा है कि लोग संयमित से रहें। उन्‍होंने अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि कोविड अस्‍पतालों में दवाओं की कमी नहीं हो, मरीजों को कोई दिक्‍कत नहीं हो। इसके साथ ही कोरोना मॉनिटरिंग सिस्‍टम से बिहार के मुखिया सीधे जुड़ गये। आज से पीडीएस दुकानदारों ने अनाज का वितरण शुरू कर दिया है। जबकि इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने बिहार के मंत्री मदन सहनी से फोन पर बात की। दूसरी ओर, नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव ने राहत में धांधली का आरोप लगाया है। कोरोना राउंडअप में पढ़ें शनिवार की दिनभर की 25 महत्‍वपूर्ण खबरें।  

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1. बिहार के चार और कोरोना विजेता घर लौटे 

पटना। कोरोना अस्पताल (एनएमसीएच) से शनिवार को फिर अच्छी खबर मिली है। यहां भर्ती 23 में चार कोरोना पॉजिटिव मरीजों की दूसरी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। चारों कोरोना विजेता आइडीएच में भर्ती कोरोना संक्रमितों के तेजी से स्वस्थ होने का श्रेय डॉक्टरों, नर्सों और पैरा मेडिकल स्टाफ को देते हैं। शनिवार को संक्रमित मरीज के संपर्क वाले नवादा के युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से बिहार में अब तक संक्रमितों की संख्या 61 हो गई है। जबकि कुल 22 पॉजिटिव कोरोना को हराकर घर लौट चुके हैं। ये हैं चारों कोरोना विजेता। सिवान जिले का 33 वर्षीय युवक पप्पू कुमार, हाल में दुबई से लौटा था। नालंदा जिले का 36 वर्षीय मो. फैयाज मैकेनिकल इंजीनियर। ये अबु धाबी से लौटे थे। गया निवासी 40 वर्षीय महिला स्मिता कुमारी। दुबई से हाल में आई थीं और मुंगेर निवासी 23 वर्षीय युवक अमित कुमार, जो कतर से लौटे मृत संक्रमित युवक के संपर्क में आया था। 

2. नीतीश ने अधिकारियों का दिया निर्देश  

पटना बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को आला अधिकारियों को कोविड अस्पतालों में आवश्यक दवाओं एवं उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। कहा कि केंद्र सरकार तथा निजी आपूर्तिकर्ताओं से समन्वय कर दवा एवं उपकरणों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। कोरोना संक्रमण से बचाव को ले चल रहे कार्यों पर मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव व अन्य आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने विशेष रूप से यह निर्देश दिया कि मुख्य सचिव जिलाधिकारियों से यह सुनिश्चित कराएं कि रबी फसल की कटाई में किसानों एवं मजदूरों को किसी तरह की परेशानी न हो। जिलाधिकारी स्वयं इसकी मॉनीटरिंग करें। मु्ख्यमंत्री ने शनिवार को फिर कहा कि संदिग्ध कोरोना मरीजों के संपर्क वाले क्षेत्रों में गहन रूप से ट्रेसिंग, टेस्टिंग एवं ट्रैैकिंग कराएं। उन्होंने लोगों से यह अपील भी कि डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मी , पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी, कर्मी, सफाईकर्मी तथा अन्य फ्रंटलाइन वर्करों के साथ लोग किसी भी प्रकार का अशोभनीय व्यवहार नहीं करें। ये लोग अपनी जान जोखिम में डालकर समाज के लिए काम कर रहे हैं। कहा, कोरोना संक्रमण को लेकर फैल रही अफवाहों पर ध्यान नहीं दें।

3. बिहार को कोविड-19 इमरजेंसी रेस्पॉन्स के तहत मिले 155 करोड़

पटना। केंद्र सरकार ने बिहार को नेशनल हेल्थ मिशन के तहत कोविड-19 इमरजेंसी रिस्पांस के अंतर्गत154.99 करोड़ रुपए की सहायता दी है। इसके अलावा राज्य को 44 हजार पीपीई किट और 33 हजार एन-95 मास्क भी दिए गए हैं। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने शनिवार को दी। मंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में बिहार को संसाधनों की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्‍होंने शुक्रवार को ही पटना एम्स व आरएमआरआइ, सीजीएचएस, भारत सरकार के रीजनल मेडिकल निदेशकों से बातचीत कर कोरोना की मौजूदा स्थिति की जानकारी ली थी। एम्स पटना के निदेशक ने मंत्री को बताया कि सोमवार से एम्स में कोरोना जांच शुरू हो जाएगी। 

4. गरीबों के बीच राहत और राशन वितरण में धांधली : तेजस्वी 

पटना। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राहत वितरण में धांधली का आरोप लगाते हुए गरीबों को पूरा राशन देने की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कोरोना से बचाव के लिए राज्य सरकार द्वारा अबतक उठाए गए कदमों की जानकारी भी मांगी है। साथ ही तेजस्वी ने उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को अप्रवासी बताते हुए उनपर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया है। तेजस्वी ने कहा कि सरकारी आंकड़े बता रहे हैं कि बिहार में अबतक मात्र 5457 लोगों की जांच हुई, लेकिन सुशील मोदी यह संख्या 50 हजार बता रहे हैं। उन्हें बिहार की सकारात्मक राजनीति रास नहीं आ रही। तेजस्वी ने कहा कि कोरोना के फैले 70 दिन हो गए। हम सिर्फ घोषणा करके इससे नहीं लड़ सकते हैं, बल्कि उसे लागू भी करना होगा। तेजस्वी ने पूछा कि अभी तक कितनी जगहों पर सैनिटाइजेशन हुआ है। कितनी जांच हुई है और कितना लक्ष्य है।  

5. अफवाह फैलाने वालों पर कसा पुलिस का शिकंजा 

पटना। लाॅकडाउन के बीच कोरोना को लेकर भ्रामक सूचनाएं और अफवाह फैलाने वालों की खैर नहीं। दो हफ्ते के लॉकडाउन में ऐसे मामलों में अभी तक 20 से अधिक लोग जेल भेजे जा चुके हैं। ऐसे ही एक मामले में शाहाबाद रेंज के डीआइजी व बक्सर एसपी की जांच में दोष प्रमाणित होने पर नावानगर थाने के एएसआइ संतोष कुमार को बर्खास्त कर जेल भेज दिया गया। वहीं आपत्तिजनक पोस्ट को दूसरे ग्रुप यानि सोनवर्षा थाने के साइबर सेनानी गु्रप में वायरल करने के मामले में कथित जदयू नेता शंभू पटेल पर भी पुलिस ने कार्रवाई की है। भोजपुर जिले के एसपी सुशील कुमार ने भी ऐसे ही एक मामले में भ्रामक जानकारी पोस्ट करने वाले को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। 

6. अब 15 टीबी मशीनों से होगा कोरोना टेस्ट

पटना। अब कोरोना की जंग में राज्य के टीबीडीसी केंद्र भी शामिल हो गए हैं। राज्य यक्ष्मा कार्यक्रम के अधीन चल रही टीबी जांच मशीन सीबी नेट को अब कोरोना जांच के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए 15 मशीनें लगाई गई हैं। इन मशीनों से एक दिन में 720 सैंपल की आसानी से जांच की जा सकेगी। इनमें इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस पटना (आइजीआइएमएस) में दो मशीन पहले से लगी हुई हैं, जबकि राज्य यक्ष्मा केंद्र अगमकुआं में चार मशीन लगी हुई हैं। यहां दो और मशीनें लगाई जाएंगी। इसके अतिरिक्त भागलपुर मेडिकल कॉलेज में तीन सीबीनेट मशीन तथा टीबीडीसी केंद्र दरभंगा में तीन मशीन शुक्रवार को लगाई गईं। अब यहां कोरोना जांच किट पहुंचाकर कोरोना संक्रमण की जांच आरंभ की जाएगी। 

7. अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था सुधारने को शुरू हुआ अभियान 

पटना। बिहार में बढ़ते कोरोना संकट को देखते हुए सरकार ने अपना ध्यान अब ऑक्सीजन पर केंद्रित किया है। इसकी बड़ी वजह है कोरोना संक्रमण के हालात में सांस लेने में दिक्कत होती है। ऐसे में मरीजों के लिए ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता होनी चाहिए। इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। अस्पतालों से हर हाल में पर्याप्त ऑक्सीजन रखने को कहा गया है। 

8. माॅनीटरिंग का जिम्मा पंचायत प्रतिनिधियों को 

पटना। कोरोना मॉनीटरिंग के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने अपने सिस्टम से पंचायत प्रतिनिधियों को जोडऩे की तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत सभी पंचायतों के मुखिया से औचक फीडबैक लिया जाएगा। गांव के बारे में जानकारी ली जाएगी। कितने लोग गांव में बाहर से आए और फिर अगर कोई क्वारंटाइन सेंटर चल रहा तो उसकी क्या स्थिति है जैसे सवाल अचानक पूछ लिए जाएंगे। हॉटस्पॉट वाले इलाके में यह काम शुरू भी हो गया है। शनिवार को कोरोना मॉनिटरिंग सिस्‍टम से बिहार के मुखिया काे सीधे जोड़ दिया गया है। मुखिया के अलावा पंच और वार्ड मेंबर भी इस सिस्‍टम से जुड़ गए हैं। बता दें कि शुक्रवार को गांवों में लॉकडाउन के पालन की जिम्‍मेवारी मुखिया को सौंपी गई है।  

9. सीमा सील हुई तो नदी के रास्ते करने लगे प्रवेश 

कैमूर। उत्तर प्रदेश से सटी कैमूर जिला की सीमा सील कर दी गई है। इस कारण राष्ट्रीय राजमार्ग से होकर प्रवासी जिला में प्रवेश नहीं कर पा रहे। ऐसे में उन लोगों ने नदी का रास्ता ढूंढ निकाला है। दुर्गावती प्रखंड में सीमावर्ती जमुरनी गांव के सामने कर्मनाशा नदी पार कर रहे दर्जनों लोगों को ग्रामीणों द्वारा वापस कर दिए जाने की सूचना है। नदी में ईंट की टुकड़ी डालकर बहुत पहले वाहन पार करने के उद्देश्य से रास्ता बनाया गया था। प्रवासियों के लिए फिलहाल वह रास्ता मुफीद बन गया है। इसके अलावा आसपास के गांव वाले भी नाव से उन्हें नदी पार करा रहे हैं। मजिस्ट्रेट और पुलिस जवानों की मुस्तैदी के बाद भी लॉकडाउन का उल्लंघन हो रहा। 

10. अब सेनेटाइज होकर एनएच-80 से गुजरेंगे लोग 

भागलपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए तरह तरह के उपाय किए जा रहे हैं। लॉकडाउन के कारण सड़कों पर लोगों की आवाजाही भी कम है। भागलपुर एसएसपी आशीष भारती के निर्देश पर एनएच-80 से गुजरने वाले लोगों को सेनिटाइज किया जाएगा। यह व्यवस्था नाथनगर स्थित ललमटिया चौकी इंचार्ज ओमप्रकाश ने पुलिस चौकी के बाहर कर दी है। वहां बांस का घेरा लगाने के बाद उसमें मशीन लगा दी गई है। उस मशीन से के पास पुलिस की भी तैनाती की गई है। जो गुजरने वाले यात्रियों को पहले घेरे में खड़ा कर सेनिटाइज कराएंगे। इसके बाद वे आगे जा सकेंगे। शनिवार को मशीन को प्रयोग में लाया गया। एनएच-80 से गुजरने वाले लोगों को पुलिस की मौजूदगी में सेनिटाइज किया जाना शुरू हो गया है। यह व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि लोगों में किसी तरह का संक्रमण का खतरा ना रहे। जो लोग सड़क से गुजरे घर जाने से पहले मशीन में सेनिटाइज हो जाएं। 

11. एक साल से खेती पर आफत 

खगडि़या।पिछले वर्ष से ही खेती-किसानी पर आफत आती रही है। पिछले वर्ष भयानक ओलावृष्टि व आंधी के बाद आई बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़ दी थी। इस बार रबी फसल में कुछ बेहतर होने के साथ किसान खेती कार्य कर रहे थे। एक तरफ बारिश व ओलावृष्टि ने फसल को तबाह किया तो अब कोरोना के कारण लगा लॉकडाउन किसानों की परेशानी का कारण बना है। वर्तमान में गेहूं और सरसों की कटाई कार्य का समय है। किसानों को फसल कटनी और थ्रेसिंग के लिए न तो मजदूर मिल पा रहे हैं और ना ही संसाधन। 

12. लॉकडाउन ने बिगाड़ी शहद की मिठास, मधुमक्खी पालक परेशान 

मुजफ्फरपुर। लॉकडाउन के चलते शहद की मिठास भी प्रभावित होने लगी है। कारण मधुमक्खी पालक अपने बक्से लेकर एक जगह से दूसरी जगह या दूसरे जिले में नहीं जा पा रहे। इन्हें नहीं रोकने के सरकार के आदेश के बाद भी पुलिस मनमानी कर रही है। इसके चलते शहद उत्पादन नहीं हो पा रहा है। साथ ही मधुमक्खियों को जिंदा रखने पर अच्छा खासा खर्च करना पड़ रहा। मुजफ्फरपुर में तकरीबन 12 हजार मधुमक्खी पालक परेशान हैं। ये शहद निकालने के लिए मधुमक्खियों के बक्से लीची का मंजर आने पर उसके बागों में रखते हैं। मार्च में लीची शहद का उत्पादन करने के बाद बक्से लेकर मुजफ्फरपुर के विभिन्न इलाकों समेत छपरा व गोपालगंज के अलावा यूपी चले जाते हैं। लॉकडाउन के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा। अब पालकों के सामने बड़ी समस्या मधुमक्खियों को जिंदा रखने की है। सरैया निवासी पालक रामदेव सिंह का कहना है कि 20 बक्से में रखीं मधुमक्खियों को जिंदा रखने के लिए रोजाना 200 रुपये चीनी पर खर्च करने पड़ रहे हैं। अन्य पालक भी कई तरह के उपाय कर रहे हैं। जिस बाग में थोड़ा-बहुत मंजर बचा है, वहां बक्से रखे हैं। अगर कुछ दिनों तक ऐसी ही स्थिति रही तो मधुमक्खी पालकों को बड़ा नुकसान तय है।  

13. महामारी देख पूरा गांव हो गया था शाकाहारी 

समस्‍तीपुर। आपदा के कई दौर देखे। जीवटता और मानवता हर बार दिखाई। एकबार फिर भयवाह स्थिति में जरूरत है हिम्मत और धैर्य के साथ इसका सामना करने की। कोरोना की आशंका के बीच समस्तीपुर के मोहिउद्दीननगर प्रखंड के सुलतानपुर निवासी 82 वर्षीय ठाकुर प्रदुम्न सिंह पुरानी यादों में खो जाते हैं। बताते हैं कि हैजा व प्लेग महामारी का उन्होंने सामना किया है। तब लोग मानवता की रक्षा के लिए स्वयं सतर्क हुए थे। लोगों के पास कोई विकल्प नहीं था। आध्यात्मिक गुरु व झाडफूंक ही सहज विकल्प था। गांव के लोगों को खाने-पीने को लेकर सजगता बरतने की सलाह दी जाती थी। तब गांव के लोगों ने मांसाहार को त्यागकर शाकाहारी बनने का संकल्प लिया। उसी समय गांव के लोग वैष्णव हो गए। गांव के अधिकतर बुजुर्ग आज भी शाकाहारी और पर्यावरण के प्रति संजीदा हैं। वे आज कोरोना संक्रमण के दौर में युवा पीढ़ी को पर्यावरण सहेजने और शाकाहार की ओर उन्मुख होने की प्रेरणा देते हैं। 

14. भदोही में कोरोना संक्रमित पाया गया कटिहार का युवक 

कटिहार। लॉकडाउन के कारण दिल्ली से पैदल लौट रहे मजदूरों के जत्थे में शामिल कटिहार का एक युवक कोरोना पॉजटिव पाया गया है। संक्रमित युवक को मिर्जापुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। युवक के साथ चल रहे अन्य मजदूरों के सैंपल भी भदोही प्रशासन ने जांच के लिए बीएचयू भेजे हंै। यद्यपि, संक्रमित मजदूर के जत्थे में शामिल अन्य मजदूर कटिहार के नहीं हैं। 18 वर्षीय युवक दिल्ली में डेंटिंग-पेंटिंग का काम करता था। वह 100 से अधिक मजदूरों के साथ बिहार लौट रहा था। भदोही में मजदूरों को रोक क्वारंटाइन किया गया था। जांच में कटिहार का युवक कोरोना संक्रमित पाया गया। जिलाधिकारी कंवल तनुज ने बताया कि युवक के पॉजिटिव होने की सूचना मिली है। संक्रमित युवक को यूपी में ही भर्ती कराया गया है। उसके साथ के मजदूरों को भी वहीं क्वारंटाइन कर लिया गया। अब तक की सूचना के आधार पर संदिग्धों की तलाश के लिए छापेमारी जारी है। 

15. कोरोना के लक्ष्ण पर सिवान के ट्रक चालक का लिया सैंपल 

मधुबनी। कोरोना के लक्षण पर एक ट्रक चालक का सैंपल लिया गया है। जिले के लखनौर के बिहार राज्य खाद्य निगम (बीएसएफसी) के गोदाम से उसे मधुबनी सदर अस्पताल भेजा है। यह ट्रक चालक सिवान जिले का निवासी है। चार दिन पूर्व वह सिवान से मधुबनी आया था। लखनौर के चिकित्सा प्रभारी डाॅ. दयाशंकर सिंह ने बताया कि ट्रक चालक को तेज बुखार और लगातार खांसी की शिकायत है। शरीर में दर्द का भी अनुभव हो रहा है। बताया जाता है कि ट्रक पर सरकारी खाद्यान्न लेकर चालक जयनगर से शुक्रवार की देर रात लखनौर प्रखंड कार्यालय के नजदीक स्थित बीएसएफसी के भंडार पहुंचा था। उसकी तबीयत खराब होने की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को मिली। इसके बाद बीडीओ मो. मुश्ताक अहमद एवं चिकित्सक डाॅ. डीएस सिंह टीम के साथ पहुंचे। कोरोना वायरस से संक्रमण के प्रारंभिक लक्षण मिलने पर सदर अस्पताल को इसकी सूचना दी गई। वहां से स्पेशल एंबुलेंस लखनौर आई। उसे सदर अस्पताल ले जाया गया है। यह भी जानकारी मिल रही कि ट्रक चालक गुरुवार को ही जयनगर से चला था।

16. कोरोना के कहर ने शादी के सात फेरों पर भी लगाया ग्रहण 

सासाराम। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देशभर में 24 मार्च से लॉकडाउन घोषित होने से शादियों पर भी ग्रहण लग गया है। इससे जिनकी शादी की तारीख पहले से तय हो गई है, वह या तो बेहद सादगी से स्वजनों को ही आमंत्रित कर शादी कर रहे हैं या फिर वैवाहिक समारोह को अगली तारीख तक टाल रहे हैं। गर्मी के दिनों में शादी-ब्याह के लिए अप्रैल से लेकर जून माह तक शुभ मुहूर्त व लग्न के अनुसार अलग-अलग तारीखों पर शादियां होती हैं। शादी की तारीख अमूमन सालभर या छह माह पहले ही तय हो जाती है। इस सीजन में भी 15 अप्रैल के बाद से शुरू होने वाले लग्न  में तमाम शादियां होनी थीं। इसके लिए लोगों ने हलवाई, बैंड-बाजा, गेस्ट हाउस, गाड़ीवान समेत अन्य साजो-सामान की बुकिंग कर ली थी। लेकिन होली पर्व के कुछ ही दिन बाद से कोरोना का कहर शुरू हो गया। इसी कारण 21 दिनों के लिए देश में लॉकडाउन घोषित हो गया। लॉकडाउन की तारीख बढऩे की आशंका के बीच अब अप्रैल व मई में होने वालीं शादियों की तारीखें टलने लगी हैं। 

17. थोक में फलों की कीमतें कम, 90 फीसद घटा कारोबार 

पटना सिटी। मुसल्लहपुर स्थित कृषि उत्पादन बाजार समिति फल की सबसे बड़ी मंडी है। हर दिन करोड़ों का कारोबार करने वाली इस मंडी में कारोबार 90 फीसद तक घट गया है। थोक में फलों की कीमतों में भारी गिरावट है, लेकिन अब भी राजधानी के छोटे बाजार में फलों की कीमतों में कोई कमी नहीं है। बाजार समिति के सचिव भुट्टो खान, व्यापारी वरुण कुमार, पटना फ्रूट््स एसोसिएशन के अध्यक्ष शशिकांत प्रसाद, मो. हसनैन, राजेन्द्र प्रसाद समेत अन्य ने बताया कि फलों की बिक्री दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक होती है। इसके बाद मंडी प्रशासन बंद करा देता है। शहर में फलों की अस्थायी दुकानें नहीं लग रही हैं। फुटकर कारोबार लगभग ठप है। संतरा और पपीते की बिक्री हो रही है, लेकिन अन्य फल सड़ रहे हैं। वहीं मंडियों में भीड़ न जमे इसके लिए शनिवार को ड्रोन से निगरानी कराई गयी। व्यापारियों का कहना है कि मजदूरों की कमी से उत्पादन क्षेत्रों से ही फल नहीं आ पा रहे हैं। 

18. मुख्यमंत्री राहत कोष में अंशदान किया 

पटना। अाईएएस वाइव्स एसोसिएशन व अाईएएस अॉफिसर्स एसोसिएशन ने शनिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष में अंशदान किया। अाईएएस वाइव्स एसोसिएशन की तरफ से अध्यक्ष रश्मि कुमार एवं सचिव रत्ना अमृत ने ११ लाख रुपए का चेक सौंपा। वहीं अाईएएस अॉफिसर्स एसोसिएशन के सचिव दीपक कुमार सिंह व कोषाध्यक्ष मिथिलेश मिश्र ने १० लाख रुपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए सौंपा। रिटायर डीजीपी जी नारायण ने अपनी पेंशन राशि से ५१ हजार रुपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दिया। उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा के रिटायर अधिकारियों से यह अपील भी किया कि उदारता से मुख्यमंत्री राहत कोष में अंशदान करें। 

19. घर अाने पर अामादा अप्रवासी बिहारी कामगारों ने सूरत में किया हंगामा 

पटना। घर अाने की मांग पर अामादा अप्रवासी कामगारों ने शुक्रवार की शाम गुजरात के सूरत में जमकर हंगामा किया। सूरत में बड़ी संख्या में बिहारी कामगार टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं। यह सूचना है कि अोडिशा के कामगारों द्वारा सड़क पर किए जा रहे हंगामे में बिहार के अप्रवासी कामगार भी शामिल थे। सड़क पर अागजनी की घटना में कुछ लोग गिरफ्तार भी हुए हैं। पर इनमें बिहारी के अप्रवासी कामगार हैं या नहीं इसकी अाधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी है। सूरत की घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बवाल शुक्रवार की शाम उस समय शुरू हुअा जब यह बात फैली कि लाकडाउन को अगले पंद्रह दिनों तक के लिए बढ़ाया जा रहा है। इस पर अप्रवासी कामगार समूह में मुख्य सड़क पर निकल गए। अपने वेतन की मांग के साथ-साथ घर पहुंचाने की व्यवस्था को ले सड़क पर डट गए। इस क्रम में पुलिस व प्रशासन को सख्ती करनी पड़ी। बिहार फांउडेशन के सीईअो अारएस श्रीवास्तव से जब इस संबंध में बात की गयी तो उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की पहल पर सूरत में दो कैंप अप्रवासी बिहारी कामगारों के लिए चल रहे हैं जहां उन्हें दोनों वक्त भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त वहां की राज्य सरकार व गैर सरकारी संगठनों ने भी इंतजाम किया हुअा है। दिल्ली से बिहार भवन के हेल्पलाइन नंबर से नियमित संपर्क हो रहा है। भोजन व राशन से जुड़ी कोई समस्या नहीं है। दरअसल अप्रवासी कामगार घर अाना चाहते हैं जो लाकडाउन की स्थिति में संभव नहीं है। 

20. बिहार के बाहर फंसे 3.84 लाख मजदूरों के खाते में एक-एक हजार रुपए भेजे गए 

पटना। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने शनिवार को यह जानकारी दी कि लाकडाउन की वजह से बिहार के बाहर फंसे 3.84 लाख अप्रवासी बिहारी कामगारों के खाते में अब तक एक-एक हजार रुपए अंतरित किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के तहत यह राशि दी गयी है। इसके लिए अब तक अाठ लाख से अधिक अावेदन अाए हैं। प्राप्त अावेदनों का शीघ्र निष्पादन कर राशि अंतरित की जा रही है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही। स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजीव कुमार हंस अौर लोकेश कुमार सिंह भी इस मौके पर मौजूद थे। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव ने कहा कि लोगों को हर स्तर पर राहत उपलब्ध कराए जाने को ले कई कदम उठाए गए हैं। डेढ़ सौ अापदा राहत केंद्र बनाए गए हैं जहां 20436 लोग रह रहे हैं। इन सभी लोगों के लिए भोजन व स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था की गयी है। मुख्यमंत्री सचिवालय, अापदा प्रबंधन विभाग एवं बिहार भवन के स्थानिक अायुक्त कार्यालय में काम कर रहे हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर लोग अपनी समस्याएं बता रहे हैं अौर उनका समाधान भी किया जा रहा है।

21. मजदूरी मांगने पर चिमनी मालिक ने की मजदूर की पिटाई

समस्तीपुर। वारिसनगर प्रखंड के एकद्वारी गांव के जमींदारी बांध के समीप ईंट भट्ठे पर कार्यरत एक मजदूर की मजदूरी मांगने पर पिटाई कर दी गई। वह झारखंड का रहनेवाला है। आरोप है कि मालिक ने लोहे के गर्म छड़ से उसके हाथ दाग दिए गए। इसकी जानकारी स्थानीय लोगों को हुई तो पुलिस को सूचना दी गई।

22. कोरोना के लक्ष्ण पर सिवान के ट्रक चालक का लिया सैंपल

मधुबनी। कोरोना के लक्षण पर एक ट्रक चालक का सैंपल लिया गया है। जिले के लखनौर के बिहार राज्य खाद्य निगम (बीएसएफसी) के गोदाम से उसे मधुबनी सदर अस्पताल भेजा है। यह ट्रक चालक सिवान जिले का निवासी है। चार दिन पूर्व वह सिवान से मधुबनी आया था। लखनौर के चिकित्सा प्रभारी डाॅ. दयाशंकर सिंह ने बताया कि ट्रक चालक को तेज बुखार और लगातार खांसी की शिकायत है। शरीर में दर्द का भी अनुभव हो रहा है।

23. मोतिहारी के संग्रामपुर में अवैध संबंध का विरोध करने पर गला रेत हत्या 

मोतिहारी।  जिले के संग्रामपुर थाना क्षेत्र के मधुबनी गांव के सुकलहिया टोला में शुक्रवार की रात बदमाशों ने घर में घर में घुसकर एक ग्रामीण की गला रेत हत्या कर दी। लाकडाउन के दौरान हुई इस घटना से इलाके में दहशत है। मृतक गणेश राम (50) के शव को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी भेजा है। पुलिस के अनुसार मामले में परिजनों ने थाना में कोई आवेदन नहीं दिया है। हालांकि, कुछ ग्रामीणों के अनुसार हत्या के पीछे भूमि विवाद और अवैध सम्बन्ध का विरोध करना बताया जा रहा है।

24. शारीरिक दूरी का पालन नहीं करने में ओपी प्रभारी तलब

मुजफ्फरपुर।  लॉकडाउन के दौरान राहत सामग्री वितरण को लेकर सिकंदरपुर ओपी प्रभारी हरेंद्र कुमार तलब किए गए हैं। उन पर इस दौरान  शारीरिक दूरी नहीं बनाए रखने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वरीय पुलिस अधिकारी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। शनिवार की दोपहर सिकंदरपुर ओपी प्रभारी हरेंद्र कुमार व अन्य पुलिस पदाधिकारियों की ओर से ओपी के निकट ही राहत सामग्री वितरण किया गया। राहत सामग्री वितरण की सूचना पर वहां बड़ी संख्या में बच्चे व अन्य पहुंच गए। राहत सामग्री पाने को लेकर सभी ने ओपी प्रभारी के चारो ओर से घेराबंदी कर ली। हर कोई राहत सामग्री झटकने की फिराक में था। जिससे वहां आपाधापी मच गई। ओपी प्रभारी व अन्य पुलिस अधिकारी इन्हें डांटते रहे लेकिन उनकी एक न सुनी। बड़ी मुश्किल से लोगों को वहां से हटाया गया। नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने कहा कि ओपी प्रभारी से जवाब-तलब किया गया है। जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

25. वीटीआर में फिर लगी आग, पांच एकड़ के पौधे नष्ट

वाल्मीकिनगर (प. चंपारण) । वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना ( वीटीआर) के जंगलों में आगजनी की घटनाएं रुक नहीं रही हैं। लेकिन, वन विभाग की ओर से ठोस पहल नहीं की जा रही है। बीती रात थाना क्षेत्र के जटाशंकर चेक नाका के पास  गंडक कॉलोनी से सटे जंगल में धुआं उठने लगा। लोगों ने पहले तो ज्यादा ध्यान नहीं दिया। जब आग की लपटें उठने लगीं तो ग्रामीणों ने विभाग को सूचना दी। मौके पर पहुंचे वन विभाग के फायर वाचरों ने आग पर काबू पाया। तब तक पांच हेक्टेयर में लगे सैकड़ों हरे पौधे जल चुके थे। वहीं, शनिवार दोपहर भेडि़हारी जंगल भी आग की चपेट में आ गया। इस दौरान जंगली जीव जंतु इधर -उधर भागने लगे। हालांकि, किसी के मरने की सूचना नहीं है। फायर वाचर ने घंटों मशक्कत के बाद काबू पाया।


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