जीतनराम मांझी का बड़ा बयान, कहा- एमएलसी मनोनयन से नाराजगी नहीं, निराशा हुई है
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को हाजीपुर में कहा कि राज्यपाल कोटे से विधान परिषद सदस्यों के मनोनयन से उनकी कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह बिना किसी शर्त के ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ एनडीए में आए हैं।
जागरण संवाददाता, हाजीपुर: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हम सेक्यूलर राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को हाजीपुर में कहा कि राज्यपाल कोटे से विधान परिषद सदस्यों के मनोनयन से उनकी कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह बिना किसी शर्त के ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ एनडीए में आए हैं। मांझी ने कहा कि उनकी एक एमएलसी और एक मंत्री की मांग रही है, यह किसी कारण से नहीं मिल सका, जिससे निराश जरूर हुए हैं, लेकिन कोई शिकायत नहीं है। उन्होंने तेजस्वी यादव पर प्रहार करते हुए कहा कि वह सिर्फ अपना विकास करना चाहते हैं। उन्हें बिहार के विकास और आम लोगों के कल्याण से कोई लेना-देना नहीं है। पूर्व सीएम ने तंज कसते हुए कहा जिनके पिता-माता और खुद भी आरोपित हैं वह विधानसभा में मंत्री के भाई का मामला उठाकर हंगामा कर रहे हैं।
पुरानी मांगों को उठाते रहेंगे
हम अध्यक्ष स्थानीय सर्किट हाउस में पत्रकारों के सवालों जवाब देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य विकास के मामले में तेज गति से आगे बढ़ रहा है, लेकिन हम अपनी पुराने मांगों को हमेशा उठाते रहेंगे। वित्तरहित संस्थान में कार्यरत शिक्षकों के लिए उन्होंने कई निर्णय लिया था, जिसपर पुन: मुख्यमंत्री के सामने अपनी मांगे रखी है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि इसका शीघ्र निदान निकाला जाएगा। उन्होंने 5 करोड़ तक के निविदा में आरक्षण लागू करने की जरूरत बताते हुए कहा कि इससे एससी-एसटी, ओबीसी और महिलाओं को लाभ मिलेगा। इस मौके पर उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करते हुए संगठन को मजबूत बनाने का आह्वान किया। बैठक में जिलाध्यक्ष अरविंद पासवान ने प्रवीण कुशवाहा को युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष बनाने घोषणा की। वहीं लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी शिवानी कांत पासवान ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। बैठक में आभा सिन्हा, बेबी देवी, अनिल पासवान, देवेंद्र पासवान, अशोक पासवान, अभिषेक मंटू, प्रो. सर्वेश कुमार दिवाकर, रंजीत भगत, मनोज दास, उमेश दास, रजनीश कुमार, मेघनाथ सहनी आदि शामिल थे।