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पटना में शराब डिलीवरी करने वाले के खाते में हर दिन आते थे पांच हजार, वाट्सऐप पर कई गुप्त नाम

हाजीपुर से बाइक या छोटी गाड़ी से शराब लेकर आता था और सेट ग्राहकों की डिमांड पर साथियों के साथ शराब भी पहुंचाता था। उसके फुफेरे भाई सुजीत को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों के पास से बरामद मोबाइल का जब्त कर लिया गया है

By Akshay PandeyEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 04:32 PM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 04:32 PM (IST)
पटना में शराब डिलीवरी करने वाले के खाते में हर दिन आते थे पांच हजार, वाट्सऐप पर कई गुप्त नाम
वाट्सऐप से पटना में शराब की डिलीवरी की जाती थी। सांकेतिक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, पटना: पुनाईचक स्थित लाज से शराब के साथ गिरफ्तार डिलीवरी ब्वाय दिनेश पिछले एक साल से शराब की होम डिलीवरी कर रहा था। हाजीपुर से बाइक या छोटी गाड़ी से शराब लेकर आता था और सेट ग्राहकों की डिमांड पर साथियों के साथ शराब भी पहुंचाता था। उसके फुफेरे भाई सुजीत को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों के पास से बरामद मोबाइल का जब्त कर लिया गया है, जिसमें वाट्सऐप पर की गई चैटिंग को डिलीट कर दिया गया था। पुलिस उन मैसेज को रिकवर कराने के लिए साइबर सेल की मदद ले रही है। दिनेश व उसका भाई पेटीएम के जरिए हर दिन पांच से आठ हजार रुपये का ट्रांजेक्शन कर रहे थे। शराब डिलीवरी के पूर्व ग्राहक से पेटीएम में पूरी रकम मंगाते थे।

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हाजीपुर और पटना के दो बड़े तस्करों की तलाश

पुलिस की पूछताछ में उसने पहले अपना नाम और पता गलत बताया, लेकिन कुछ घंटे बाद उसके स्वजन थाना पहुंच गए। इससे दोनों का असली नाम भी उजागर हो गया। पूछताछ में पता चला कि ये लोग हाजीपुर से बाइक या अन्य छोटे वाहन पर शराब लेकर आते थे, जिसे लाज के कमरे में स्टोर करते थे। शराब पहुंचाने के लिए यह वाट््सएप पर काल कर बातचीत करते थे। इनके मोबाइल में कई नंबर मिले हैं, जिनका नाम कोड में लिखा गया था। कुछ नंबर हाजीपुर के भी हैं। पुलिस को संदेह है कि इसका तीसरा साथी हाजीपुर में है, जिसके लिए यह डिलीवरी ब्वाय का काम करता था। अब पुलिस संदिग्ध नंबर की जांच करने के साथ ही दो बड़े तस्करों की तलाश में जुटी है। लगातार चेङ्क्षकग के बावजूद शराब की होम डिलीवरी करने वाले दोनों रात आठ बजे के बाद लाज से बाहर नहीं निकलते थे। अंधेरा होने पर शराब पहुंचाते थे। नए ग्राहक से बात तक नहीं करते थे। यहां तक की पेटीएम वालेट में रुपये मंगाते थे।


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