गैंगवार में शहाबुद्दीन के करीबी की दिल्ली में गोली मारकर हत्या
तिहाड़ जेल में बंद पूर्व राजद सांसद मो. शहाबुद्दीन के करीबी महिपालपुर निवासी फिरोज अली को बाइक सवार दो बदमाशों ने गोलियों से भून दिया। आरोपियों ने फिरोज को चार गोली मारी।
सिवान [जेएनएन]। जमीन कारोबार में वर्चस्व के लिए बिहार के सिवान जिले में शुरू हुआ खूनी खेल अब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक पहुंच गया है। बुधवार को दिल्ली में द्वारका सेक्टर 23 थाना क्षेत्र में तिहाड़ जेल में बंद पूर्व राजद सांसद मो. शहाबुद्दीन के करीबी महिपालपुर निवासी फिरोज अली (32) को बाइक सवार दो बदमाशों ने गोलियों से भून दिया।
स्थानीय लोगों के सहयोग से पुलिस ने दोनों शूटरों को दबोच लिया। दोनों की पहचान पचरुखी निवासी शब्बीर (28) और अमजद (30) के रूप में की गई है। पुलिस को शक है कि इस हत्या का कारण सिवान में दो गुटों के बीच वर्चस्व को छिड़ी जंग है।
जानकारी के अनुसार फिरोज बुधवार शाम करीब सात बजे वैगन आर कार में सेक्टर 23 से गुजर रहा था। मोटरसाइकिल सवार तीन नकाबपोश उसका पीछा कर रहे थे। कार के पास पहुंचते ही बदमाशों ने फिरोज पर निशाना साध फायर झोंक दिए। फिरोज ने भी पिस्टल निकालनी चाही, लेकिन इससे पहले ही उसके कई गोलियां लग चुकी थीं। पुलिस ने मौके से पिस्टल बरामद कर ली है।
आरोपियों ने फिरोज को चार गोली मारी। इसके बाद एक बदमाश ने फिरोज को कार से नीचे फेंका और उसकी कार लेकर चला गया। दो अन्य बदमाश बाइक से कपासहेड़ा की ओर भागने लगे लेकिन बैरीकेडिंग पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें दबोच लिया। पकड़े गए दोनों आरोपितों ने पुलिस को बताया कि वे 12 फरवरी को दिल्ली आए थे। दो दिनों से वे फिरोज का पीछा कर रहे थे। सेक्टर 23 से फिरोज की कार बरामद कर ली गई है।
क्या है मामला
खान ब्रदर्स के कुख्यात अयूब खान और फिरोज के बीच जमीन कारोबार को लेकर वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी। 19 फरवरी 2015 को नगर थाना क्षेत्र के गुलजार बाजार में बाइक सवार बदमाशों ने फिरोज के घर पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इसमें फिरोज के सहयोगी टिंकू की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसके पांव में गोली लगी थी।
इस मामले में घायल फिरोज के बयान पर पुलिस ने सिसवन थाना क्षेत्र के ग्यासपुर निवासी रईस खां, राजा,आफताब, पीर मोहम्मद, दिलीप, अजीत व तूफानी को नामजद किया था। इसके बाद से ही फिरोज भूमिगत हो गया था। इस बीच काफी समय से वह दिल्ली में रह रहा था। टिंकू हत्याकांड में मुख्य गवाह होने के कारण दूसरा गुट उसकी तलाश कर रहा था।
पुलिस घटना को आपसी गैंगवार मान रही थी। इस घटना के 3 माह पहले ही भाजपा के सांसद ओमप्रकाश के प्रवक्ता श्रीकांत भारतीय की हत्या, डीएवी कॉलेज मोड़ समीप कर दी गई थी। सिवान के एएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि देर शाम इस हत्याकांड की जानकारी हुई। वे फिरोज और उसके हत्यारों के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं।