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चिराग पासवान के करीबी नेता पर जानलेवा हमला, बक्‍सर में निशाना बना कर की गई फायरिंग

चिराग पासवान के करीबी नेता और लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास) के जिला अध्‍यक्ष पर दीपावली की रात पटाखों के शोर के बीच जानलेवा हमला किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार उन्‍हें निशाना बनाकर फायरिंग की गई।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Fri, 05 Nov 2021 06:26 AM (IST)Updated: Fri, 05 Nov 2021 07:37 AM (IST)
चिराग पासवान के करीबी नेता पर जानलेवा हमला, बक्‍सर में निशाना बना कर की गई फायरिंग
बक्‍सर में लोजपा के जिला अध्‍यक्ष को निशाना बनाकर फायरिंग। साभार- लोजपा नेता

बक्‍सर, जागरण टीम। Buxar Crime: चिराग पासवान के करीबी नेता और लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास) के बक्‍सर जिला अध्‍यक्ष अखिलेश सिंह पर दीपावली की रात पटाखों के शोर के बीच जानलेवा हमला किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार उन्‍हें निशाना बनाकर फायरिंग की गई। गुरुवार की रात हुई इस घटना के बाद बक्‍सर में सनसनी फैल गई। लोजपा (रा) के नेताओं ने फोन कर पूरी घटना की जानकारी ली। बताया जा रहा है कि लोजपा नेता इस हमले में बाल-बाल बच गए हैं। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर पूरे मामले की छानबीन में जुटी है।

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नियाजीपुर डेरा गांव के समीप फायरिंग किए जाने का आरोप

लोजपा नेता के बयान पर इस मामले में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उन्‍होंने पुलिस को बताया कि डुमरांव स्थित अपने आवास पर पूजा करने के बाद वह अपने गांव खंडरिचा लौट रहे थे। इसी दौरान नियाजीपुर डेरा गांव के समीप उनकी गाड़ी को निशाना बनाकर फायरिंग की गई। फायरिंग से डरकर उनके ड्राइवर ने गाड़ी रोक दी तो चार लोगों ने उनके साथ बेरहमी से मारपीट की।

पुलिस के मुताबिक भाई के साथ चल रहा जमीन का विवाद

लोजपा नेता के मुताबिक उन्‍हें लाठी-डंडे और लात-घूसे से तब तक पीटा गया, जब तक कि वे बेहोश नहीं हो गए। घटना के वक्‍त लोजपा नेता के साथ उनकी गाड़ी का ड्राइवर और एक अन्‍य शख्‍स भी मौजूद था, जो हमलावर के भाग जाने के बाद उन्‍हें लेकर अस्‍पताल पहुंचे। इधर, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह संभवत: जमीन को लेकर उनके अपने भाई के साथ विवाद से जुड़ा मामला है। पुलिस सभी बिंदुओं पर मामले की छानबीन कर रही है।

अखिलेश सिंह का कहना है कि उनके गांव के ही कुछ लोग उनकी जान के दुश्मन बने हैं और लगातार उनके खिलाफ साजिश रचने में लगे हैं। इसके पूर्व भी वह सुरक्षा को लेकर राज्य मुख्यालय से लेकर जिला मुख्यालय तक के अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। पूर्व में भी उन्होंने पुलिस को आवेदन देते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई थी, लेकिन अब तक उनकी सुरक्षा को लेकर पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया। सिकरौल थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि हो सकता है थाने में इस तरह का आवेदन आया होगा, पर उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। यदि ऐसी घटना हुई है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।


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