Fire in Patna: पटना में आधी रात को आग का तांडव, जिंदा जलने से बचा पूरा परिवार
पटना में आधी रात मकान में लगी आग धू-धूकर जली गृहस्थी शहर के पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र की केसरी नगर काॅलोनी में शुक्रवार की देररात करीब सवा दो बजे एक मकान में आग लग गई। किराएदारों ने कमरे से धुआं निकलता देखा तो गुहार लगाई।
पटना, जागरण संवाददाता। बिहार की राजधानी पटना के पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र की केसरी नगर काॅलोनी में शुक्रवार की देर रात करीब सवा दो बजे एक मकान में आग लग गई। किराएदारों ने कमरे से धुआं निकलता देखा तो गुहार लगाई। आवाज पर आसपास के लोग भी दौड़े, लेकिन आग लगने का कारण नहीं समझ सके। फिर किराएदारों व स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया। इसी बीच पाटलिपुत्र थाने को भी सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की छोटी गाड़ी कुछ देर में ही पहुंच गई और अग्निशमन कर्मियों ने थोड़ी देर की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। तब तक दमकल की दो अन्य बड़ी गाड़ियां भी घटनास्थल पर पहुंच गई थीं लेकिन इनकी जरूरत ही नहीं पड़ी। अग्निकांड में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है, परंतु कमरा बंद होने के कारण बेड, आलमारी, कपड़े, रसोई का सामान इत्यादि जल गए हैं।
घर में रहने वाले किरायेदारों को चला आग का पता
बताया गया कि केसरी नगर में मकान संख्या बी-322 के मालिक शंकर इन दिनों नहीं रहते हैं। उनकी पत्नी (गृहस्वामिनी) अपने कमरों में ताला बंदकर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में रह रहे अपने छोटे बेटे के पास गई हुई हैं। वह कभी अपने बड़े बेटे के पास मुंबई या छोटे बेटे के यहां प्रयागराज में जाकर रहती हैं। मकान के निचले हिस्से में सिर्फ किराएदार रहते हैं। शुक्रवार की देररात करीब सवा दो बजे एक किराएदार ने अचानक कमरे से धुआं उठता देखा तो इसकी सूचना अन्य किराएदारों को दी।
दमकल की तीन गाड़ियों ने मिलकर पाया आग पर काबू
आग लगने की जानकारी मिलने पर अन्य लोग भी जग गए और आवाज लगाकर आसपास के लोगों को भी इकट्ठा किया। फिर जैसे-तैसे आग को नियंत्रित करने का प्रयास हुआ। लेकिन आग की लपटें फैलती ही जा रही थीं और कमरे से धुएं का गुबार निकल रहा था। इस पर पाटलिपुत्र थाने की पुलिस को सूचना दी गई। वहां से तुरंत फायर ब्रिगेड की एक छोटी गाड़ी भेजी गई। जब तक यह गाड़ी मौके पर पहुंचतीं, दो अन्य बड़ी गाड़ियां भी घटनास्थल पर पहुंच गईं।
किरायेदार की सहमति से दरवाजा तोड़कर बुझाई गई आग
इसके बाद अग्निशमन कार्मियों ने पाइप के सहारे पानी डालकर कुछ ही देर के अंतराल पर आग पर काबू पा लिया। इसके बाद भी कमरे से धुएं का गुबार निकलता रहा तो किराएदारों की सहमति पर मकान मालिक के कमरे के दरवाजे को तोड़कर आग बुझाई गई। प्रत्यक्षदर्शी किराएदारों ने आग लगने का कारण स्टेब्लाइजर में शाॅर्ट-सर्किट बताया है। हालांकि, अगलगी का स्पष्ट कारण नहीं पता चल सका है।
समय रहते खुल गई आंख, अन्यथा चली जाती जान
आग लगने के दौरान मकान में रह रहे किराएदार अपने-अपने कमरों में सो रहे थे। इसी बीच नीचे रह रहे एक किराएदार ने मकान मालिक के कमरे से धुआं निकलता हुआ देखा। इसके बाद तुरंत अन्य लोगों को सूचना दी गई। आनन-फानन में सभी लोग अपने कमरों से बाहर निकले और आग बुझाने का प्रयास हुआ और तुरंत थाने को सूचना दी गई। आसपास के लोगों ने कहा कि अगर किराएदारों ने समय पर नहीं देख लिया होता, तो आग ज्यादा विकराल हो जाती और कमरे में सो रहे लोगों की जान भी चली जाती।