कुर्जी पुल के पास झोपड़पट्टी में लगी भीषण आग, 20 घर जले, फटे दर्जनों सिलेंडर
दीघा थाने के कुर्जी पुल के नीचे नाले के किनारे स्थित झोपड़पट्टी में शनिवार की शाम आग लग गई।
By Edited By: Published: Sat, 16 Mar 2019 08:31 PM (IST)Updated: Sun, 17 Mar 2019 09:18 AM (IST)
पटना, जेएनएन। दीघा थाने के कुर्जी पुल के नीचे नाले के किनारे स्थित झोपड़पट्टी में शनिवार की शाम भीषण आग लग गई। इससे 20 परिवारों की गृहस्थी और आशियाने जलकर राख हो गए। घटना में लगभग 25 लाख की संपत्ति जलकर खाक हो गई। आधा दर्जन एलपीजी सिलेंडर भी फट गए। जिनके घरों में आग लगी वे मजदूरी कर जीवन बसर करते हैं।
अधिकांश लोग गए थे काम से बाहर
अगलगी की घटना शाम लगभग 5.50 बजे की है। झोपड़पट्टी में रहने वाली अधिकांश महिलाएं और पुरुष काम पर गए थे। बच्चे बाहर खेल रहे थे। तभी नन्हकी सहनी की झोपड़ी से धुएं का गुबार उठा और देखते ही देखते आग के शोले में तब्दील हो गया। चारो तरफ चीख-पुकार मच गई। जो लोग झोपड़ी के अंदर थे वे बाहर भागने लगे। आसपास रहने वाले लोग भी अपना घर छोड़कर भाग निकले।
संकरी गलियां होने के कारण दमकल जाने में हुई परेशानी
कुछ ही पलों में आग ने विकराल रूप ले लिया। देखते ही देखते वहां मौजूद 20 झोपड़ियां और उसमें रखा सारा सामान जलकर राख हो गया। सूचना मिलने पर दमकल की पांच गाड़ियां पहुंचीं और आग को बुझाया। दमकल की गाड़ियां सूचना के बाद पौन घंटे विलंब से पहुंचीं। जगह तक पहुंचने का रास्ता काफी संकरा होने के कारण दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाईं।
मुख्य सड़क पर ही दमकल की गाड़ियां खड़ी कर पाइप के सहारे पानी वहां तक पहुंचाया गया। इसमें काफी वक्त लग गया। आग शॉर्ट-सर्किट से लगने की बात सामने आ रही है। सूचना के बाद मौके पर अंचलाधिकारी समेत अन्य अधिकारी पहुंचे और पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का विश्वास दिलाया। अगलगी में लाला सहनी, राजकुमार सहनी, भोला सहनी, शंकर सहनी, सुधीर सहनी, राजू, संतोष कुमार, अमलेश सिंह, नन्हकी सिंह सहित अन्य लोगों की झोपड़ियां जलकर राख हो गई।
अधिकांश लोग गए थे काम से बाहर
अगलगी की घटना शाम लगभग 5.50 बजे की है। झोपड़पट्टी में रहने वाली अधिकांश महिलाएं और पुरुष काम पर गए थे। बच्चे बाहर खेल रहे थे। तभी नन्हकी सहनी की झोपड़ी से धुएं का गुबार उठा और देखते ही देखते आग के शोले में तब्दील हो गया। चारो तरफ चीख-पुकार मच गई। जो लोग झोपड़ी के अंदर थे वे बाहर भागने लगे। आसपास रहने वाले लोग भी अपना घर छोड़कर भाग निकले।
संकरी गलियां होने के कारण दमकल जाने में हुई परेशानी
कुछ ही पलों में आग ने विकराल रूप ले लिया। देखते ही देखते वहां मौजूद 20 झोपड़ियां और उसमें रखा सारा सामान जलकर राख हो गया। सूचना मिलने पर दमकल की पांच गाड़ियां पहुंचीं और आग को बुझाया। दमकल की गाड़ियां सूचना के बाद पौन घंटे विलंब से पहुंचीं। जगह तक पहुंचने का रास्ता काफी संकरा होने के कारण दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाईं।
मुख्य सड़क पर ही दमकल की गाड़ियां खड़ी कर पाइप के सहारे पानी वहां तक पहुंचाया गया। इसमें काफी वक्त लग गया। आग शॉर्ट-सर्किट से लगने की बात सामने आ रही है। सूचना के बाद मौके पर अंचलाधिकारी समेत अन्य अधिकारी पहुंचे और पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का विश्वास दिलाया। अगलगी में लाला सहनी, राजकुमार सहनी, भोला सहनी, शंकर सहनी, सुधीर सहनी, राजू, संतोष कुमार, अमलेश सिंह, नन्हकी सिंह सहित अन्य लोगों की झोपड़ियां जलकर राख हो गई।
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