बिहार में पंचायत चुनाव के लिए फाइनल सूची जारी, 64 लाख नए मतदाता चुनेंगे ढाई लाख प्रतिनिधि
बिहार में अगले महीने प्रस्तावित त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 2016 की तुलना में 64 लाख से अधिक नए मतदाता बन गए हैं। इसके साथ कुल मतदाताओं की संख्या बढ़कर 64454749 हो गई है। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से शुक्रवार को प्रकाशित मतदाता सूची से यह जानकारी सामने आई है।
राज्य ब्यूरो, पटनाः बिहार में अगले महीने से प्रस्तावित त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 2016 की तुलना में 64 लाख से अधिक नए मतदाता बन गए हैं। इसके साथ कुल मतदाताओं की संख्या बढ़कर 6,44,54,749 हो गई है। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से शुक्रवार को प्रकाशित मतदाता सूची से यह जानकारी सामने आई है। आयोग ने बताया कि 2016 के चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 5,80,39,781 थी।
मतदाता बनने को ऑनलाइन आवेदन का था प्रावधान
बता दें कि पहली बार आयोग की ओर से ऑनलाइन मतदाता बनने के लिए आवेदन लेने का प्रावधान किया गया था। इसकी ऑनलाइन प्रखंड से लेकर जिले और प्रदेश स्तर पर मॉनीटरिंग भी गई। नए नाम शामिल करने के लिए कुल 3,78,408 लोगों ने आवेदन किया था। इसमें 3,16,583 आवेदन स्वीकृत किए गए, जबकि विभिन्न कारणों से 61,820 आवेदन अस्वीकृत कर दिए गए।
2515 लोगों ने दुरुस्त कराया नाम
मतदाता सूची में नाम दुरुस्त कराने के तिलए 3302 लोगों ने आवेदन किया था। आयोग की जांच के बाद 2515 आवेदन सही पाए गए। वहीं, 7148 लोगों के आवेदन सूची नाम हटाने के लिए आए, जिसमें 2840 स्वीकृत किए गए।
सहरसा में बने सर्वाधिक मतदाता
सहरसा में सर्वाधिक 40062 नए मतदाता बने हैं। इसके लिए बाद दूसरे नंबर पर वैशाली में 32,646, गोपालगंज में 24,990, पटना में 24811, पूर्वी चंपारण में 23334 बना गए। वहीं, सबसे कम अरवल जिले में 691, शिवहर में 1707, लखीसराय में 1932 और किशनगंज में 1988 नए मतदाता बनाए गए हैं।
जून महीने तक ही ग्राम पंचायत का कार्यकाल
बता दें कि बिहार में 2021 के जून महीने तक ही ग्राम पंचायत का कार्यकाल बचा हुआ है। ऐसे में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लेकर चुनाव आयोग और पंचायतीराज विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। इसबार पंचायत चुनाव के दौरान बिहार के हर जिले में एक ही दिन वोट डाले जाएंगे। चुनाव में हाथ आजमाने वाले भी अपनी ओर से पूरी ताकत लगाए हुए हैं।