लीड : डॉक्टरों की जिंदाबाद में दब गई मरीजों की कराह
दिनभर हड़ताल पर रहे पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टर पीएमसीएच में मात्र 1234 मरीजों का हुआ पंजीयन
दिनभर हड़ताल पर रहे पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टर
पीएमसीएच में मात्र 1234 मरीजों का हुआ पंजीयन
पंजीयन के बावजूद नहीं हुआ मरीजों का इलाज
जूनियर डॉक्टरों ने अस्पताल से भगा दिया मरीजों को
जागरण संवाददाता, पटना : राज्य के मेडिकल कॉलेजों में शुक्रवार को जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल रही। डॉक्टर दिनभर धरने पर बैठ जिंदाबाद का नारा लगाते रहे। वहीं, मरीज अस्पतालों में कराहते रहे, लेकिन किसी ने उन्हें देखने की कोशिश नहीं की। जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल की आड़ में सीनियर डॉक्टर भी चैंबर छोड़कर गायब रहे। शाम को जेडीए की हड़ताल खत्म हो गई। शनिवार से डॉक्टर काम पर लौटेंगे।
राज्य के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में जूनियर डॉक्टर शुक्रवार सुबह से ही हड़ताल पर चले गए। ओपीडी में किसी जूनियर डॉक्टर द्वारा मरीजों को नहीं देखा गया। जूनियर डॉक्टरों की आड़ में सीनियर डॉक्टर भी चैंबर छोड़कर फरार रहे।
पीएमसीएच में हुआ 1234 मरीजों का पंजीयन
पीएमसीएच में शुक्रवार को 1234 मरीजों का पंजीयन किया गया। लेकिन पंजीयन के बावजूद अधिकांश मरीजों को डॉक्टरों ने नहीं देखा और मरीजों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। कई मरीज तो गंभीर स्थिति में पीएमसीएच में पहुंचे थे, लेकिन उन पर भी डाक्टरों की रहम नहीं आई।
इमरजेंसी सेवा रही जारी
जब बुजुर्ग व लाचार मरीजों को भी ओपीडी में डॉक्टरों ने नहीं देखा तो उन्हें मजबूरी में इमरजेंसी में जाकर इलाज करना पड़ा। पीएमसीएच की इमरजेंसी सेवा को हड़ताल से मुक्त रखा गया था।
दूर से आए मरीजों को भी लौटना पड़ा
सिवान से आए रामनाथ यादव को कमर में नस दब गया है। वे चलने-फिरने में असमर्थ हैं। परिजनों ने किसी तरह पीएमसीएच लाया था ताकि उनका इलाज हो सके लेकिन यहां ओपीडी में डॉक्टरों के नहीं देखने के कारण निराश होकर लौटना पड़ा। इसी तरह मेडिसीन एवं स्कीन विभाग में भी राज्य के कोने-कोने से आए मरीजों को इलाज के बिना ही लौटना पड़ा। 50 से अधिक ऑपरेशन टल गए
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ.राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण 50 से अधिक ऑपरेशन टालने पड़े। सामान्यत: पीएमसीएच में 70 से 80 मरीजों का ऑपरेशन प्रतिदिन होता है, लेकिन आज 20 ऑपरेशन ही हुए।
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आज से जूनियर डॉक्टर लौटेंगे काम पर
पीएमसीएच जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.शंकर भारती ने कहा कि पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के साथ मारपीट की घटना के बाद बिहार में बंद का का निर्णय लिया गया था। एक दिन का सांकेतिक हड़ताल था। अब सरकार पर निर्भर है कि वह डॉक्टरों की सुरक्षा में क्या कदम उठाती है। उसके बाद डॉक्टर आगे की रणनीति तैयार करेंगे।
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