पिता नहीं कर पाए दहेज के लिए तय रकम की व्यवस्था, हाथों में मेहंदी सजाए दुल्हन की लौट गई बारात Patna News
दहेज की मांग पूरी न होने से एक पिता का अरमान और बेटी के सपने चूर-चूर हो गए। घटना बिहार की राजधानी की है।
पटना, जेएनएन। सारे अरमान और तैयारी धरी की धरी रह गई। हाथों में मेहंदी सजाए दुल्हन के अरमान चूर-चूर हो गए। इस परिवार पर दुखों का पहाड़ मात्र दहेज की मांग को पूरा न कर पाने पर टूटा। अगमकुआं थाना क्षेत्र के बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी निवासी नारायण शर्मा द्वारा बेटी की शादी में दहेज का दस लाख रुपया नहीं देने पर बरात तय तारीख पर नहीं पहुंची।
पीड़ित परिवार ने वर, उसकी मां, दो भाई, मौसी, मामा पर दहेज मांगने व धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज करा कार्रवाई की गुहार लगाई है। अगमकुआं थाना क्षेत्र के बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी में रहने वाले नारायण शर्मा ने पुलिस को बताया है कि साढ़ू सत्य नारायण शर्मा की बेटी बचपन से ही मेरे घर में रहती थी। साढ़ू की स्नातक पुत्री के विवाह के लिए वाराणसी कैंट के रामदतपुर निवासी शिव कुमार से संपर्क किया गया। वह चेन्नई में रेलवे में ग्रुप डी के पद पर कार्यरत है।
परिवार की पसंद पर तय हुई शादी
लड़का की मां, मौसा, उनका लड़का, मौसी के द्वारा लड़की देखकर पसंद किए जाने के बाद शादी तय हुई। भूतनाथ रोड स्थित हॉल में दो जून को अंगूठी पहनाने का समारोह धूमधाम से हुआ। इस आयोजन में सोने की चेन, हीरे की अंगूठी, बर्तन समेत तीन लाख का उपहार लड़का पक्ष को दिया। 22 अक्टूबर को बारात खर्च के लिए दो लाख रुपया अतिरिक्त दिया, मगर महात्मा गांधी नगर के हॉल में 20 नवंबर को बारात नहीं आई। इस बीच शादी के इंतजाम में सात लाख रुपये खर्च हो गए।
दस लाख देने पर ही लड़का आएगा मंडप में
20 नवंबर की शाम लड़के की मौसी ने तीन-चार महिलाओं के साथ आकर दस लाख रुपये मांगे। उन्होंने कहा कि दस लाख देने के बाद ही लड़का मंडप पर आएगा। दहेज की रकम देने में लड़की पक्ष ने असमर्थता जताई तब भी वर पक्ष ने कुछ नहीं सुना। आवेदक ने लड़का, उसकी मां, दो भाई, मौसी, मामा पर दहेज मांगने व धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज कराकर कार्रवाई की गुहार लगाई है।