बिहार के बेगूसराय में PM नरेंद्र मोदी का भाषण सुनने आए किसानों ने नाश्ता न मिलने पर की बीएओ को पीटा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसानों से संवाद कार्यक्रम में प्रखंड कृषि कार्यालय बुलाए गए इलाके के किसान चाय-पानी नहीं दिए जाने से गुस्सा होकर हंगामा करने लगे। कृषि योजनाओं का लाभ नहीं मिलने घूसखोरी एवं अमर्यादित व्यवहार का आरोप जड़ते हुए प्रखंड कृषि पदाधिकारी की जमकर पिटाई शुरू कर दी।
संवाद सहयोगी, छौड़ाही (बेगूसराय): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसानों से संवाद कार्यक्रम में शुक्रवार को प्रखंड कृषि कार्यालय बुलाए गए इलाके के किसान चाय-पानी नहीं दिए जाने से गुस्सा होकर हंगामा करने लगे। कृषि योजनाओं का लाभ नहीं मिलने घूसखोरी एवं अमर्यादित व्यवहार का आरोप जड़ते हुए प्रखंड कृषि पदाधिकारी की जमकर पिटाई शुरू कर दी। बाद में सभी कर्मियों को कार्यालय में बंद कर ताला लगा बाहर धरने पर बैठ गए। भाजपा के जिला किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष राम कुमार एवं संगठन के पदाधिकारी धरना एवं हंगामा में शामिल रहे। दूसरे दलों के नेता भी साथ दे रहे थे। बीएओ द्वारा किसानों से माफी मांगे जाने पर किसानों ने धरना समाप्त किया।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसानों को संबोधन कार्यक्रम में भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामकुमार वर्मा, प्रखंड आत्मा सह जदयू प्रखंड अध्यक्ष रामनरेश आजाद आदि आए थे। किसानों का कहना था कि कृषि विभाग द्वारा छौड़ाही ई किसान भवन में आमंत्रण देकर दो सौ से ज्यादा किसानों को बुलाया गया। भाषण खत्म हुआ तो किसानों ने बीएओ के समक्ष फसल क्षति अनुदान नहीं मिलने, किसान सम्मान निधि में गलत लोगों को लाभ देने एवं जांच में आरोपितों को बचाने का प्रयास करने, योजना का लाभ देने में किसानों से 500-1000 रुपये घूस मांगने आदि सवालों की झड़ी लगा दी। इसपर बीएओ रामकिशोर शर्मा ने किसानों को डांटना शुरू कर दिया। डांटने और 20 किलोमीटर दूर ठंड में बुलाए जाने पर किसानों को चाय-नाश्ता और पानी तक नहीं देने से किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उल्टे डांटने पर किसानों ने बीएओ पर लात घूसों की बरसात कर दी। भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामकुमार वर्मा ने बीच-बचाव कर उन्हें बचाया। किसानों ने बीएओ को उनके कार्यालय में ताला लगा बंद कर दिया और बाहर धरने पर बैठ गए। आरोप है कि प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक एवं कार्यालय के कर्मी महाभ्रष्ट हैं। बगैर पैसा लिए कोई काम नहीं करते हैं। फोन तक नहीं उठाते हैं। बीडीओ प्रशांत कुमार एवं छौड़ाही ओपी अध्यक्ष ओमप्रकाश ने धरना दे रहे किसानों से मांग पत्र लिया। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन देकर प्रखंड कृषि पदाधिकारी को बाहर निकाल किसानों के सामने खड़ा किया। कृषि पदाधिकारी रामकिशोर शर्मा ने किसानों से हाथ जोड़कर माफी मांगी एवं किसानों को सम्मान देने, योजनाओं का ससमय लाभ देने की बात कही। इसके बाद किसानों का धरना समाप्त हो गया।