Move to Jagran APP

सरकार अभी प्रक्रिया ही पूरी नहीं कर पाई, बक्‍सर में साहूकारों के हाथों गेहूं बेचने को मजबूर हैं किसान

बक्‍सर जिले के डुमरांव प्रखंड में सरकारी स्तर पर किसानों के खेत से उत्पादित गेहूं खरीद अभी तक शुरू नहीं हो पाई है। गेहूं खरीद के लिए सरकारी स्तर पर सीसी लिमिट की राशि निर्गत नहीं होने से गेहूं की खरीद शुरू नहीं हो पा रही है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Thu, 06 May 2021 05:39 PM (IST)Updated: Thu, 06 May 2021 05:39 PM (IST)
सरकार अभी प्रक्रिया ही पूरी नहीं कर पाई, बक्‍सर में साहूकारों के हाथों गेहूं बेचने को मजबूर हैं किसान
बक्‍सर जिले के डुमरांव प्रखंड में अब तक नहीं शुरू हुई धान की खरीद। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

डुमरांव (बक्सर), संवाद सहयोगी। बक्‍सर जिले के डुमरांव प्रखंड में सरकारी स्तर पर किसानों के खेत से उत्पादित गेहूं खरीद अभी तक शुरू नहीं हो पाई है। नियम नियमावली की प्रक्रिया को पूरा करने तथा गेहूं खरीद के लिए सरकारी स्तर पर सीसी लिमिट की राशि निर्गत नहीं होने से गेहूं की खरीद शुरू नहीं हो पा रही है। यह लगातार तीसरा साल है जब किसानों के खेत से उत्पादित गेहूं की सरकारी स्तर पर खरीद में दिक्कत आई है। उधर सरकारी स्तर पर खरीद शुरू नहीं होने से बाजार में गेहूं ओने पौने दाम पर बिक रहा है। इस चलते किसान को उत्पादित गेहूं का उचित मूल्य मिलना मुश्किल हो गया है।

loksabha election banner

किसानों का दावा- बिचौलियों के फायदे के लिए अधिकारी कर रहे खेल

किसान गेहूं बेचने के लिए दर दर की ठोकर खा रहे हैं। किसानों का कहना है कि बिचौलियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से सरकारी स्तर पर गेहूं की खरीद शुरू करने में अड़चन उत्पन्न किया जा रहा है। यही वजह है कि डुमरांव में गेहूं की खरीद अभी तक कहीं भी शुरू नहीं हो पाई है। डुमरांव प्रखंड में गेहूं खरीद का निर्धारित लक्ष्य 32 हजार क्विंटल है। सभी 16 पैक्सों को करीब दो हजार क्विंटल गेहूं की खरीद करनी है। व्यापार मंडल भी गेहूं की खरीद करेगा।

लक्ष्‍य के अनुसार नहीं हो पाती है गेहूं की खरीद

स्थानीय प्रखंड पिछले कई दफे से लक्ष्य के अनुरूप गेहूं की खरीद नहीं कर पाया है। इस बार भी बिछड़ने की उम्मीद व्यक्त की जा रही है। बैंक का पैक्स के साथ नहीं हुआ है एग्रीमेंट गेंहू खरीद की राह में कई रोड़े मौजूद हैं। सबसे पहला यह की गेहूं खरीद के लिए सरकार द्वारा पैक्स अध्यक्षों को राशि निर्गत नहीं की गई है। सीसी लिमिट की राशि नहीं मिलने से गेहूं खरीद की प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ाया जा सका है। इसके लिए जरूरी प्रक्रिया बैंक का पैक्स के साथ एग्रीमेंट का होना जरूरी होता है।

बैंक के साथ अब तक नहीं हो सका एग्रीमेंट

अभी तक कॉपरेटिव बैंक का किसी पैक्स के साथ एग्रीमेंट ही नहीं हो पाया है। इस चलते भी गेहूं खरीद की कार्रवाई करनी शुरू हो पाई है। ओने पौने दाम पर गेहूं बेचने को मजबूर है किसान सरकारी स्तर पर गेहूं की खरीद नहीं होने से किसान औने-पौने मूल्य पर गेहूं बेच रहे हैं। सरकारी स्तर पर गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपया प्रति क्विंटल है। लेकिन बाजार में गेहूं प्रति क्विंटल पंद्रह सौ रुपए के भाव पर बिक रहा है।

अधिकारी का दावा- जल्‍द ही शुरू होगी खरीद

सरकारी स्तर पर खरीद प्रक्रिया शुरू नहीं होने का भरपूर लाभ साहूकार उठाने को तैयार हैं। चलते किसान साहूकारों का हाथ शोषण का शिकार हो रहे है। प्रखंड सहकारिता अधिकारी इम्तियाज करीम का कहना है कि गेहूं खरीद की प्रक्रिया को बड़ी तेजी से पूरा किया जा रहा है। अभी तक बैंक का पैक्स के साथ एग्रीमेंट नहीं हो पाया है। सीसी लिमिट की राशि भी प्राप्त नहीं हुई है। इस चलते गेहूं की खरीद शुरू नहीं हो पाई है। कोशिश है कि इस हफ्ते गेहूं की खरीद शुरू कर दी जाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.