बिहार में जरा संभल के... इस कंपनी में नियुक्ति का निकला है फर्जी विज्ञापन, FIR दर्ज
बेरोजगारों से पैसे एेंठने के लिए अपराधियों ने बिहार में बिजली कंपनी में नौकरी का फर्जी विज्ञापन प्रकाशित करवाया है। इसे लेकर कंपनी ने एफआइआर दर्ज करायी है और विज्ञापन फर्जी बताया।
पटना, राज्य ब्यूरो। बेरोजगारों को ठगने के लिए अपराधी जाने क्या-क्या हथकंडे अपनाते रहते हैं। बिहार में अपराधियों के एक नये गोरखधंधे का पर्दाफाश हुआ है। अपराधियों ने बिहार की बिजली कंपनी को ही इस बार निशाना बनाया है और 'बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी' में कामर्शियल क्लर्क के पद पर नियुक्ति के लिए फेक विज्ञापन निकाल दिया है।
इसका पर्दाफाश होते ही बिजली कंपनी ने इसे लेकर लोगों को सचेत किया है। साथ ही कोतवाली थाने में इस फेक विज्ञापन के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई है।
मिली जानकारी के अनुसार बिजली कंपनी में नियुक्ति को ले कुछ लोगों ने फेक विज्ञापन प्रकाशित कराए हैं। इसके माध्यम से संविदा पर कामर्शियल क्लर्क की नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे गए हैं। जबकि, कंपनी के मुताबिक ऐसी कोई वैकेंसी ही नहीं है और कंपनी को इस बारे में कोई जानकारी भी नहीं है। एेसा बेरोजगारों को फंसाने के लिए किया गया है।
बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी द्वारा आधिकारिक रूप से यह जानकारी दी गई कि बिजली कंपनी में कामर्शियल क्लर्क का न तो कोई पद सृजित है और न ही इस पर नियोजन को ले कोई विज्ञापन प्रकाशित कराया गया है। बिजली कंपनी का यह सिस्टम है कि किसी भी नियुक्ति से संबंधित सूचना उसकी वेबसाइट पर आती है।
कंपनी ने कॉमर्शियल क्लर्क के विज्ञापन निकलने की सूचना को भ्रामक बताया है। लोगों को ऐसे विज्ञापन से बचने की सलाह दी है। भ्रामक विज्ञापन निकाले जाने पर कंपनी ने कोतवाली थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। कंपनी की ओर से दी गई आधिकारिक जानकारी के अनुसार कॉमर्शियल क्लर्क के पद पर विज्ञापन निकलने की अफवाह फैलाई गई है।
बेरोजगारों के बीच संविदा के आधार पर बहाली करने की सूचना फैलाई जा रही है जो पूरी तरह भ्रामक है। हकीकत यह है कि कंपनी में कॉमर्शियल क्लर्क के पद ही नहीं हैं। कहा है कि यह किसी शरारती या असामाजिक तत्वों का काम है। आम लोग ऐसे किसी विज्ञापन से सावधान रहें।
कंपनी जो भी विज्ञापन निकलती है वह बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड की अधिकृत वेबसाइट पर अपलोड करती है। आम लोग भ्रामक विज्ञापन की अफवाह फैलाने वालों में झांसे में न आएं और कोई भी अधिकृत जानकारी कंपनी मुख्यालय से प्राप्त करें।