बिहार में गहराया महामारी का कहर, पटना में मिले डेंगू के 1273 तो चिकनगुनिया के 139 मरीज
पटना में बाढ़ व जलजमाव के बाद अब डेंगू महामारी के रूप में फैल गय है। सबसे बुरी स्थिति पटना की है। क्या हैं हालात जानिए इस खबर में।
पटना [राज्य ब्यूरो]। समय बीतने के साथ ही बिहार में डेंगू (Dengue) का कहर तेजी से गहराता जा रहा है। रविवार को केवल एक दिन में डेंगू के 177 नए मरीजों की पहचान हुई। जबकि, चिकनगुनिया (Chikungunya) के 17 नए मामले सामने आए। पटना की बात करें तो इस मौसम में सोमवार तक डेंगू के 1273 मरीज हो चुके हैं। पटना में इलाज करा रहे चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या भी 139 हो चुकी है।
जलजमाव के बाद अब पटना पर महामारी (Epidemic) का खतरा मंडरा रहा है। विभाग के आंकड़ों की मानें तो पटना में रविवार को डेंगू मरीजों की संख्या 1135 थी जो सोमवार को बढ़कर 1273 हो गई। इसी तरह रविवार को चिकनगुनिया के 124 रोगी सरकारी अस्पतालों में इलाज करा रहे थे इनकी संख्या आज बढ़कर 139 हो गई।
पटना में कई जगह अभी भी जल-जमाव व गंदगी
डेंगू व चिकनगुनिया को देखते हुए पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) व जिला प्रशासन (Patna District Administration) तमाम एहतियाती कदम उठाने की बात कर रहे हैं। पटना निगम प्रशासन ने मच्छरों के सफाया के लिए फॉगिंग (Fogging) करने का दावा किया है। हालांकि, राजेंद्र नगर, कंकड़बाग व गोला रोड सहित कई इलाकों में अभी भी जल-जमाव (Waterlogging) व गंदगी का आलम है। वहां मच्छर (Moaquito) पनप रहे हैं।
राज्य भर में बढ़ता जा रहा खतरा
डेंगू का खतरा पटना के साथ दूसरे जिलों में भी बढ़ता जा रहा है। भागलपुर, नालंदा, वैशाली, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, पूर्णिया व समस्तीपुर सबसे अधिक प्रभावित जिलों में शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग (Heath Department) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक इस मौसम में भागलपुर में डेंगू मरीजों की संख्या 119 तक पहुंच गई है। जबकि, नालंदा में 38, औरंगाबाद में 19, पूर्णिया में 16, पूर्वी चंपारण में 14, मधुबनी में 13, सारण में 17 मरीजों की पहचान हुई है। उनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।