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Result Scam : EOU भी जांच में कूदी, बच्चा के ट्रस्ट पर रहेगा फोकस

रिजल्ट घोटाले की जांच में अब आर्थिक अपराध शाखा भी शामिल हो गई है। ईओयू का फोकस घोटाले का अार्थिक पहलू होगा। उधर रिमांड खत्म होने के बाद बच्चा राय को जेल भेज दिया गया ह

By Pramod PandeyEdited By: Published: Sun, 19 Jun 2016 04:09 PM (IST)Updated: Sun, 19 Jun 2016 06:40 PM (IST)
Result Scam : EOU भी जांच में कूदी, बच्चा के ट्रस्ट पर रहेगा  फोकस

पटना [वेब डेस्क ]। रिजल्ट घोटाले की जांच में रविवार को और तेजी आ गई। इस मामले की जांच पहले से एसआइटी कर रही थी। रविवार को जांच में आर्थिक अपराध शाखा भी शामिल हो गई। घोटाले में करोड़ों के लेनदेन और पकड़े गए कई आरोपियों के पैसे का खेल खुले आम स्वीकार करने से यह जरूरी हो गया था। इस बीच इस घोटाले में गिरफ्तार किंगपिन बच्चा राय का रिमांड खत्म होने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। उधर एसआटी ने बच्चा राय कॉलेज की हिंदी लेक्चरर वीणा सिंह से पूछताछ में कई नए तथ्यों का पता लगाया है।

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बच्चा के ट्रस्टियों से ईओयू ने की पूछताछ

बताया गया है कि ईओयू की पहली नजर बच्चा राय की अकूत संपत्ति पर है। पता चला है कि ईओयू ने उसके जमीन के कागजात, जब्त जमा राशि, बैंकों में पड़ी रकम के साथ लेनदेन के मामलों पर अपनी नजरें टिकाई हैं। यह पता चलने पर कि पूरे खेल में बच्चा राय के बनाए गए ट्र्स्टों की बड़ी भूमिका है, टीम ने सभी ट्रस्टियों से पूछताछ की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

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पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ के बाद अगर जरूरी लगा तो ट्रस्ट से जुड़े लोगों को गिरफ्तार कर या हिरासत में लेकर भी पूछताछ की जा सकती है। टीम ने बच्चा राय के साथ बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद और उनकी पूर्व विधायक पत्नी डॉ.ऊषा सिन्हा तथा अन्य लोगों की संपत्तियों का भी ब्यौरा तैयार करना शुरू कर दिया है।

छात्र-छात्राओं से मिली राशि पर भी होगी नजर

इस मामले की जांच से जुड़े पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ईओयू इन आरोपियों के साथ टॉपर घोटाले से लाभान्वित हुए छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों के बैंक खातों की भी जांच कर सकती है। लेन देन के मामले की पुष्टि के लिए यह जरूरी होगा। बताया गया है कि ईआेयू का मुख्य फोकस घोटाले को लेकर होने वाली कमाई और इसके लाभान्वितों पर होगी।

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रिमांड अवधि खत्म होने पर जेल भेजा गया बच्चा

कोर्ट के आदेश पर कई दिनों की पूछताछ के बाद इस घोटाले के मुख्य आरोपी प्रिंसिपल बच्चा राय को रविवार की देर शाम फिर से जेल भेज दिया गया। रिमांड अवधि खत्म होने के बाद पुलिस के लिए उसे जेल भेजना अनिवार्य हो गया था। पुलिस सूत्रों ने संकेत दिए कि जरूरी होने पर फिर बच्चा का रिमांड लिया जा सकता है।

वीणा सिंह ने दी कई अहम जानकारियां

इस बीच खबर है कि बच्चा राय से मिली सूचना पर पकड़ी गई वीणा सिंह ने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी हैं। एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि वीणा की ओर से मिली जानकारी महत्वपूर्ण है और इस आधार पर आगे की जांच की जा रही है। उन्होंने संकेत दिए कि इस घोटाले की जांच में जिसकी गिरफ्तारी पुलिस को उचित लगेगी की जाएगी। कहा कि लालकेश्वर और ऊषा के पीछे पुलिस लगी हुई है।


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