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निलंबित एमवीआइ के घर का कोना-कोना खंगाला ईओयू ने, टायलेट से लेकर गद्दे तक की ली तलाशी

पटना बक्‍सर एवं आरा स्थित आवास पर चार घंटे तक चली छापेमारी। पलंग के गद्दे को फाड़कर ली गई तलाशी। निलंबित एमवीआइ विनोद कुमार के तीन ठिकानों को खंगाला गया। आय से अधिक संपत्ति मामले में उनके खिलाफ जांच चल रही है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Thu, 09 Sep 2021 09:38 AM (IST)Updated: Thu, 09 Sep 2021 09:38 AM (IST)
निलंबित एमवीआइ के घर का कोना-कोना खंगाला ईओयू ने, टायलेट से लेकर गद्दे तक की ली तलाशी
निलंबित एमवीआइ के आवास पर छापेमारी। सांकेतिक तस्‍वीर

पटना/बक्सर, जागरण टीम। भोजपुर के निलंबित एमवीआइ विनोद कुमार (Suspended MVI Vinod Kumar) के पटना के रूपसपुर, आरा के मोतीझील और बक्सर के नावानगर स्थित पैतृक आवास ईओयू की अलग-अलग टीमों ने करीब चार घंटे तक तलाशी ली। डीएसपी के नेतृत्व वाली जांच टीम ने इस दौरान घर का कोना-कोना खंगाल डाला। पटना के रूपसपुर के शांति एंक्लेव के फ्लैट संख्या 204 में जांच टीम सुबह साढ़े नौ बजे ही पहुंची मगर दरवाजे पर ताला लगा होने से काफी देर इंतजार करना पड़ा। काफी देर बाद चाबी आई, जिसके बाद तलाशी शुरू हुई। नावानगर स्थित पैतृक आवास पर जब टीम छापेमारी करने पहुंची तो विनोद कुमार की पत्नी, बेटी व दोनों बेटे मौजूद थे। अपराह्न डेढ़ बजे तक लगातार चली छापेमारी के दौरान घर के चारों कमरों को अधिकारियों ने खंगाला। इस दौरान आलमीरा, रैक, सूटकेस के साथ दीवान पलंग पर बिछे गद्दे को फाड़कर देखा गया। टायलेट में भी तलाशी ली गई। करीब 3:30 बजे इओयू की टीम ने जब्ती सूची पर विनोद कुमार की पत्नी शीला देवी, पुत्री पुष्पा देवी के हस्ताक्षर के साथ ही दो गवाहों के दस्तखत कराए और पटना के लिए रवाना हो गई।

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छोटा भाई भी एमवीआइ, भाभी सरपंच

विनोद कुमार पर बालू लदी अवैध गाड़‍ियों को बिना जांच आगे जाने की अनुमति व अवैध खनन करने वाले माफियाओं से साठ-गांठ का आरोप है। इस मामले में निलंबित किए गए विनोद कुमार के भाई अनूप कुमार भी एमवीआइ हैं और फिलहाल औरंगाबाद में तैनात हैं। उनके बहनोई भी झारखंड में मोटर यान निरीक्षक हैं। निलंबित एमवीआइ की भाभी नावानगर पंचायत की सरपंच हैं और बड़े भाई किसान हैं। 

बता दें कि बालू के अवैध खनन मामले में ईओयू ने बुधवार को विनोद कुमार के पटना, आरा और बक्सर के ठिकानों पर छापेमारी की। इसमें अकूत संपत्ति अर्जित करने के पर्याप्त सूबत मिले हैं। उन्होंने भोजपुर के अलावा बांका और सारण में पदस्थापन (अरवल में अतिरिक्त प्रभार) के दौरान करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। पटना के रूपसपुर में फ्लैट, आरा के मोतीझील में मकान व बक्सर में कई जगहों पर भूखंडों की खरीद की गई है। विनोद कुमार का पैतृक निवास बक्सर के ही नावानगर में है। 

 

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