पटना: दीघा-आर ब्लॉक रेलखंड पर चला बुलडोजर, हंगामे को ले पुलिस अलर्ट
पटना में मंगलवार को दीघा-पटना रेलवे ट्रैक को अतिक्रमण मुक्त कराने का अभियान आरंभ हुआ। अभियान बुधवार को भी जारी रहेगा। किसी अप्रिय वारदात को रोकने के लिए पुलिस पहले से अलर्ट है।
By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 11 Sep 2018 10:00 AM (IST)Updated: Tue, 11 Sep 2018 10:56 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। पटना-दीघा रेलखंड से अतिक्रमण हटाने का अभियान मंगलवार से शुरू हो गया। पहले दिन आर ब्लॉक से हड़ताली मोड़ के बीच अतिक्रमण पर बुलडोजर चला। डीएम के नेतृत्व में सात घंटे तक चार बुलडोजर और 300 महिला पुरुष जवानों ने डेढ़ किलोमीटर लंबे रेलखंड को पूरी तरह से अतिक्रमणमुक्त कर दिया। 200 झोपडिय़ां हटाई गईं।
खाली कर दें रेलवे ट्रैक, कोई सुनवाई नहीं होगी: डीएम
जिलाधिकारी कुमार रवि बुलडोजर चलाए जाने से पहले आर ब्लॉक पहुंचे। अतिक्रमणकारियों से अपील करते हुए कहा कि पटना-दीघा रेलखंड पर फोर लेन सड़क का निर्माण होने जा रहा है। मेट्रो रेल भी इसी रूट से गुजरेगी। अतिक्रमणकारी स्वत: जगह खाली कर दें। अपना सामान ले जाएं। किसी की बात नहीं सुनी जाएगी।
पटना सदर के एसडीएम सुहर्ष भगत, एडीएम विधि व्यवस्था कृष्ण कन्हैया प्रसाद सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट शैलेंद्र भारती, डीसीएलआर शशि शेखर, सीओ प्रदीप कुमार सिन्हा टीम के साथ अभियान में लगे रहे।
आज शिवपुरी तक हटेगा अतिक्रमण
बुधवार को हड़ताली मोड़ से लेकर शिवपुरी तक अतिक्रमण हटाया जाएगा। दरअसल, प्रशासन ने 6.7 किलोमीटर लंबे रेल ट्रैक को पांच जोन में बांटकर अतिक्रमण हटाने की योजना बनाई है। आर ब्लॉक से हड़ताली मोड़ तक पहला जोन था जबकि शिवपुरी तक दूसरा जोन है। सुबह नौ बजे से अतिक्रमण हटाने का काम शुरू हो जाएगा।
पेड़ काटने के लिए ली जाएगी अनुमति
रेलखंड के दोनों ओर बड़ी संख्या में पेड़ हैं, जो फोरलेन सड़क निर्माण में बाधा बनेंगे। झोपडिय़ां हटाए जाने के बाद जिलाधिकारी ने डीएफओ सुनील कुमार सिन्हा को पेड़ काटने की अनुमति प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया।
टाइमलाइन
सुबह 7:00 बजे
जिला प्रशासन की ओर से उद्घोषणा कराई गई। अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है। प्रशासन नहीं चाहता है कि आपका सामान बर्बाद हो। जगह खाली कर दें। सभी झोपडिय़ां तोड़ दी जाएंगी।
8:00 बजे
अंचलाधिकारी प्रदीप कुमार सिन्हा के नेतृत्व में महिला और पुरुष फोर्स ने रेलवे लाइन के किनारे फ्लैग मार्च कर यथाशीघ्र जगह खाली करने का आग्रह किया।
9:00 बजे
पटरियों के किनारे झोपडिय़ों में रहने वाले लोग अपना सामान समेटने लगे। कुछ घर से बाहर सामान निकालकर बांधने लगे। डीएम का निर्देश आता है- लोगों को अपना सामन ले जाने दीजिए।
9:30 बजे
एसडीएम सुहर्ष भगत ने दंडाधिकारी और फोर्स को चार टीमों में बांटा। एक टीम को आर.ब्लॉक रेलवे लाइन प्रारंभिक स्थल, दूसरी टीम को आर.ब्लॉक मुख्य सड़क, तीसरी टीम को टेलीफोन भवन रोड और चौथी टीम को कई भागों में बांटकर विभिन्न जगहों पर तैनात किया गया।
10:00 बजे
आर ब्लॉक चौराहे से प्रशासनिक अधिकारियों का निर्देश मिलने के बाद फोर्स रेलवे लाइन से अतिक्रमण हटाने रवाना हुई। चारों तरफ से घेराबंदी कर ली गई। स्पष्ट निर्देश दिया गया कि किसी से उलझें नहीं। सामान निकालने के लिए कोई समय मांगे तो जरूर दें।
10:15 बजे
आर ब्लॉक के पास एक साथ चार बुलडोजर झोपडिय़ों को तोडऩे लगे। देखते ही देखते बस्ती कर दृश्य बदल गया। लोग रोते हुए अपनी झोपडिय़ों को उजड़ते देखते रहे। भीड़ को पीछे हटने का निर्देश मिलता रहा।
10:35 बजे
जिलाधिकारी कुमार रवि अतिक्रमण स्थल पर पहुंचे। निर्देश दिया कि पूरी तरह से ट्रैक खाली करा दें। कोई अतिक्रमण नहीं रहना चाहिए। सभी मलबों को भी हटाया जाए। आर ब्लॉक गुमटी तक के क्षेत्र का निरीक्षण किया।
दोपहर 12:00 बजे
नगर निगम के एक कर्मचारी अपनी छत से शोर मचाने लगे कि यह भवन नगर निगम से आवंटित है, नहीं टूटना चाहिए। एडीएम विधि व्यवस्था और अंचलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि जल्द मकान खाली कीजिए अन्यथा आपको गिरफ्तार किया जाएगा। एसडीएम सुहर्ष भगत ने मकान तोडऩे का निर्देश दे दिया। महिलाओं और पुरुषों ने कुछ देर में सामान निकालने की अनुमति मांगी तब उन्हें राहत दी गई। अब बुधवार को इस मकान पर बुलडोजर चलेगा।
अपराह्न 3:00 बजे
हड़ताली मोड़ की तरफ से बुलडोजर चलना शुरू हो गया। रेलवे लाइन से सटे होटल को तोड़ दिया गया। इसके पीछे की कई झोपडिय़ां ध्वस्त कर दी गईं। धोबी घाट के आसपास की झोपडिय़ां भी ध्वस्त हो गर्इं। रेलवे की गुमटी को भी उखाड़ दिया गया।
शाम 4:00 बजे
एसडीएम की नजर धोबीघाट प्राथमिक स्कूल के मैदान पर पड़ी। देखा कि वहां बांस-बल्ले लगाकर कपड़े सुखाए जा जा रहे हैं। एसडीएम बोले- अरे, यहां बच्चे खेल नहीं पाते हैं। जल्द हटाओ ये सब। देखते ही देखते सभी बांस-बल्ले हट गए।
शाम 5:00 बजे
एसडीएम, डीसीएलआर और सीओ ने बड़ी संख्या में फोर्स के साथ हड़ताली मोड़ से शिवपुरी तक रेलवे लाइन के किनारे फ्लैग मार्च किया। अतिक्रमणकारियों को संदेश दिया गया कि झोपडिय़ां खाली करें। खटाल हटा दें अन्यथा पशुओं को जब्त किया जाएगा। बुधवार की सुबह से कार्रवाई होगी।
खाली कर दें रेलवे ट्रैक, कोई सुनवाई नहीं होगी: डीएम
जिलाधिकारी कुमार रवि बुलडोजर चलाए जाने से पहले आर ब्लॉक पहुंचे। अतिक्रमणकारियों से अपील करते हुए कहा कि पटना-दीघा रेलखंड पर फोर लेन सड़क का निर्माण होने जा रहा है। मेट्रो रेल भी इसी रूट से गुजरेगी। अतिक्रमणकारी स्वत: जगह खाली कर दें। अपना सामान ले जाएं। किसी की बात नहीं सुनी जाएगी।
पटना सदर के एसडीएम सुहर्ष भगत, एडीएम विधि व्यवस्था कृष्ण कन्हैया प्रसाद सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट शैलेंद्र भारती, डीसीएलआर शशि शेखर, सीओ प्रदीप कुमार सिन्हा टीम के साथ अभियान में लगे रहे।
आज शिवपुरी तक हटेगा अतिक्रमण
बुधवार को हड़ताली मोड़ से लेकर शिवपुरी तक अतिक्रमण हटाया जाएगा। दरअसल, प्रशासन ने 6.7 किलोमीटर लंबे रेल ट्रैक को पांच जोन में बांटकर अतिक्रमण हटाने की योजना बनाई है। आर ब्लॉक से हड़ताली मोड़ तक पहला जोन था जबकि शिवपुरी तक दूसरा जोन है। सुबह नौ बजे से अतिक्रमण हटाने का काम शुरू हो जाएगा।
पेड़ काटने के लिए ली जाएगी अनुमति
रेलखंड के दोनों ओर बड़ी संख्या में पेड़ हैं, जो फोरलेन सड़क निर्माण में बाधा बनेंगे। झोपडिय़ां हटाए जाने के बाद जिलाधिकारी ने डीएफओ सुनील कुमार सिन्हा को पेड़ काटने की अनुमति प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया।
टाइमलाइन
सुबह 7:00 बजे
जिला प्रशासन की ओर से उद्घोषणा कराई गई। अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है। प्रशासन नहीं चाहता है कि आपका सामान बर्बाद हो। जगह खाली कर दें। सभी झोपडिय़ां तोड़ दी जाएंगी।
8:00 बजे
अंचलाधिकारी प्रदीप कुमार सिन्हा के नेतृत्व में महिला और पुरुष फोर्स ने रेलवे लाइन के किनारे फ्लैग मार्च कर यथाशीघ्र जगह खाली करने का आग्रह किया।
9:00 बजे
पटरियों के किनारे झोपडिय़ों में रहने वाले लोग अपना सामान समेटने लगे। कुछ घर से बाहर सामान निकालकर बांधने लगे। डीएम का निर्देश आता है- लोगों को अपना सामन ले जाने दीजिए।
9:30 बजे
एसडीएम सुहर्ष भगत ने दंडाधिकारी और फोर्स को चार टीमों में बांटा। एक टीम को आर.ब्लॉक रेलवे लाइन प्रारंभिक स्थल, दूसरी टीम को आर.ब्लॉक मुख्य सड़क, तीसरी टीम को टेलीफोन भवन रोड और चौथी टीम को कई भागों में बांटकर विभिन्न जगहों पर तैनात किया गया।
10:00 बजे
आर ब्लॉक चौराहे से प्रशासनिक अधिकारियों का निर्देश मिलने के बाद फोर्स रेलवे लाइन से अतिक्रमण हटाने रवाना हुई। चारों तरफ से घेराबंदी कर ली गई। स्पष्ट निर्देश दिया गया कि किसी से उलझें नहीं। सामान निकालने के लिए कोई समय मांगे तो जरूर दें।
10:15 बजे
आर ब्लॉक के पास एक साथ चार बुलडोजर झोपडिय़ों को तोडऩे लगे। देखते ही देखते बस्ती कर दृश्य बदल गया। लोग रोते हुए अपनी झोपडिय़ों को उजड़ते देखते रहे। भीड़ को पीछे हटने का निर्देश मिलता रहा।
10:35 बजे
जिलाधिकारी कुमार रवि अतिक्रमण स्थल पर पहुंचे। निर्देश दिया कि पूरी तरह से ट्रैक खाली करा दें। कोई अतिक्रमण नहीं रहना चाहिए। सभी मलबों को भी हटाया जाए। आर ब्लॉक गुमटी तक के क्षेत्र का निरीक्षण किया।
दोपहर 12:00 बजे
नगर निगम के एक कर्मचारी अपनी छत से शोर मचाने लगे कि यह भवन नगर निगम से आवंटित है, नहीं टूटना चाहिए। एडीएम विधि व्यवस्था और अंचलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि जल्द मकान खाली कीजिए अन्यथा आपको गिरफ्तार किया जाएगा। एसडीएम सुहर्ष भगत ने मकान तोडऩे का निर्देश दे दिया। महिलाओं और पुरुषों ने कुछ देर में सामान निकालने की अनुमति मांगी तब उन्हें राहत दी गई। अब बुधवार को इस मकान पर बुलडोजर चलेगा।
अपराह्न 3:00 बजे
हड़ताली मोड़ की तरफ से बुलडोजर चलना शुरू हो गया। रेलवे लाइन से सटे होटल को तोड़ दिया गया। इसके पीछे की कई झोपडिय़ां ध्वस्त कर दी गईं। धोबी घाट के आसपास की झोपडिय़ां भी ध्वस्त हो गर्इं। रेलवे की गुमटी को भी उखाड़ दिया गया।
शाम 4:00 बजे
एसडीएम की नजर धोबीघाट प्राथमिक स्कूल के मैदान पर पड़ी। देखा कि वहां बांस-बल्ले लगाकर कपड़े सुखाए जा जा रहे हैं। एसडीएम बोले- अरे, यहां बच्चे खेल नहीं पाते हैं। जल्द हटाओ ये सब। देखते ही देखते सभी बांस-बल्ले हट गए।
शाम 5:00 बजे
एसडीएम, डीसीएलआर और सीओ ने बड़ी संख्या में फोर्स के साथ हड़ताली मोड़ से शिवपुरी तक रेलवे लाइन के किनारे फ्लैग मार्च किया। अतिक्रमणकारियों को संदेश दिया गया कि झोपडिय़ां खाली करें। खटाल हटा दें अन्यथा पशुओं को जब्त किया जाएगा। बुधवार की सुबह से कार्रवाई होगी।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें