बिहार चुनाव में धांधली के आरोपों को निर्वाचन आयोग ने किया खारिज, वीवीपैट और ईवीएम के वोटों में फर्क नहीं
17वीं बिहार विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती में गड़बड़ी के विपक्ष के आरोपों को निर्वाचन आयोग ने खारिज कर दिया है। आयोग ने कहा है कि वोट डालने के बाद निकली पर्ची (वीवीपैट) की जांच में पाया गया कि किसी तरह की कोई गड़बड़ी या धांधली नहीं हुई है।
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती में गड़बड़ी के विपक्ष के आरोपों को निर्वाचन आयोग ने खारिज कर दिया है। आयोग ने कहा है कि वोट डालने के बाद निकली पर्ची (वीवीपैट) की जांच में पाया गया कि किसी तरह की कोई गड़बड़ी या धांधली नहीं हुई है। दरअसल, नतीजे आने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत विपक्ष के कई नेताओं एवं प्रत्याशियों ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था, जिसके बाद आयोग ने अलग से टीम भेजकर शिकायतों की जांच कराई।
बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अनुसार दर्ज आपत्तियों से चुनाव आयोग को अवगत कराया गया था। हालांकि आयोग ने मतगणना के अगले ही दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आरोपों को खारिज कर दिया था। उसके बाद भी एक अलग टीम बनाकर आयोग ने वीवीपैट (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) की 1215 पर्चियों की जांच कराई। आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त पर्चियों को इवीएम से मिलाने के लिए अटकल (रेंडमली) के आधार पर चुना गया था। इसके बाद उन्हें इवीएम से मिलाया गया तो पूरी तरह सही पाया गया। मतलब कि सारी पर्चियां इवीएम से पूरी तरह मिल रही थीं। आयोग की जांच रिपोर्ट से आपत्ति दर्ज कराने वालों को अवगत भी करा दिया गया है।
राजद ने महागठबंधन के 19 प्रत्याशियों की सूची सौंपकर मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। ये ऐसे प्रत्याशी हैैं, जिन्हें कम वोटों से हार का सामना करना पड़ा है। तीन हजार से कम वोटों से हारने वाले कई प्रत्याशी ने अदालत का रुख भी किया है।