एडीएम जयश्री ठाकुर जमीन बेचकर बिहार सरकार को लगा रही थीं चूना, 6.85 करोड़ की संपत्ति जब्त
एडीएम की करीब 6.85 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्ती कर ली है। साथ ही इनके 42 बैंक खातों को भी सील किए गए हैं। जयश्री पर प्रवर्तन निदेशालय ने यह कार्रवाई आर्थिक अपराध इकाई बिहार द्वारा 2013 में दर्ज की गई प्राथमिकी के आधार पर की है।
राज्य ब्यूरो, पटना : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बड़ी कार्रवाई में भागलपुर की तत्कालीन एडीएम जयश्री ठाकुर की करीब 6.85 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्ती कर ली है। इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही इनके 42 बैंक खातों को भी सील किए गए हैं। ठाकुर पर विभिन्न सरकारी पदों पर रहते हुए उसका दुरुपयोग करते हुए करोड़ों रुपये की कमाई करने का आरोप है। जयश्री पर प्रवर्तन निदेशालय ने यह कार्रवाई आर्थिक अपराध इकाई बिहार द्वारा 2013 में दर्ज की गई प्राथमिकी के आधार पर की है। जयश्री दस गुना से अधिक दाम में सरकार को जमीन बेच रही थीं।
ईडी के सूत्रों के अनुसार आर्थिक अपराध इकाई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले की जांच शुरू की थी। जांच में ईडी को जयश्री के बारे में कई जानकारी प्राप्त हुई। सूत्रों ने बताया कि ठाकुर 12 जनवरी, 1987 से लेकर 30 जून, 2013 के अवधि में शासन के विभिन्न पदों पर तैनात रहीं और बिहार सरकार के अधीन कार्य करती रहीं। अपनी इस पदस्थापन अवधि के दौरान उन्होंने पद का दुरुपयोग करते हुए करोड़ों रुपये की काली संपत्ति अर्जित की। इन्होंने पद पर रहने के दौरान 13,98,38,213 रुपये की चल-अचल संपत्ति जमा की। इन्होंने अपने पति राजेश कुमार चौधरी, बेटे ऋषिकेश चौधरी और बेटी राजश्री चौधरी के नाम पर यह संपत्ति खड़ी की।
- - आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में कार्रवाई
- - आर्थिक अपराध इकाई ने 2013 में दर्ज किया था मामला
- - चर्चित सृजन घोटाले में भी आया था जयश्री ठाकुर का नाम
पद का जमकर किया दुरुपयोग
ईडी के अनुसार बांका में पदस्थापन के दौरान जयश्री ठाकुर ने अपने पद का जमकर दुरुपयोग किया। बताया जाता है कि सरकार जिस जमीन का अधिग्रहण करना चाहती जयश्री वैसी जमीन की जानकारी रखती और सरकार की खरीद से पहले वे स्थानीय लोगों से औने-पौने दामों पर खरीद लेती और बाद में सरकार को 10 गुणा से अधिक दामों पर बेचती। यह तमाम जानकारी जुटाने के बाद ईडी ने इनके द्वारा अर्जित करीब 6.85 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्ती के आदेश जारी कर दिए हैं। इनके खिलाफ आगे की जांच जारी है।
जयश्री द्वारा अर्जित संपत्ति :
- * पटना में जलालपुर सिटी में प्रीमियम फ्लैट मूल्य करीब 71,96,425 रुपये
- * भागलपुर व बांका में 10 जमीन के प्लांट जिसकी कीमत करीब 34,92,166 रुपये
- * भागलपुर में एक प्लांट पति राजेश चौधरी के नाम
- * भागलपुर व बांका में बेटे ऋषिकेश के नाम चार प्लाट कीमत है करीब 47,02,136 रुपये
- * जयश्री ठाकुर और उनके परिवार के सदस्यों के नाम बैंक खातों में जमा हैं 5,05,02,511 रुपये
- * जयश्री ठाकुर और उनके परिवार के सदस्यों के नाम
- जयश्री ठाकुर और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर 12 अलग-अलग 26,00,123.39 रुपये की बीमा पालिसी
सृजन घोटाले में भी आ चुका है जयश्री ठाकुर का नाम
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भागलपुर में हुए चर्चित सृजन घोटाले में भी जयश्री ठाकुर का नाम आ चुका है। जिसके बाद सीबाआइ ने इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए जांच शुरू की थी। सीबाआइ से बचने के लिए ये लंबे समय तक फरार रहीं। बाद में इन्हें गिरफ्तार किया गया। सूत्रों के अनुसार प्रशासनिक पदाधिकारी जयश्री ठाकुर सृजन में इन्होंने खाता खोल करीब साढ़े सात करोड़ रुपये जमा किए थे। इन्होंने गाड़ी खरीदने के लिए सृजन से साढ़े 14 लाख रुपये का लोन भी लिया था। सृजन में नाम आने के बाद सरकार ने 2017 में इन्हें सेवा से बर्र्खास्त कर दिया था।