दशहरा: पटना के गांधी मैदान में जला बुराई का रावण, देखने उमड़ा जन सैलाब
पटना के गांधी मैदान में दशहरा के दिन बुराई पर अच्छाई के विजय के प्रतीक के रूप में लंकेश रावण के पुतले का दहन किया गया। इसके लिए 70 फीट ऊंचा रावण का पुतला तैयार किया गया था।
पटना [जेएनएन]। राजधानी के दशहरा कमेटी द्वारा गांधी मैदान में आयोजित होने वाले लंकाधिपति रावण वध समारोह में जन सैलाब उमड़ पड़ा। इसके पहले गांधी मैदान में राम-लक्ष्मण की भव्य झांकी निकाली गई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी सहित सहित अधिकांश मंत्री व अनेक गणमान्य लोग शामिल हुए।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। इस अवसर पर दशहरा कमेटी ने अंगवस्त्र देकर मुख्यमंत्री को सम्मानित किया।
कार्यक्रम की खास बात यह भी रही कि इस अवसर पर किन्नरों की टीम ने भी रंगारंग प्रस्तुतियां दीं। शाम 05.22 बजे भगवान राम का तीर लगते ही रावण जल उठा। उसके जलते ही पटाखे फूटने लगे। 'जय श्री राम' के नारे से गांधी मैदान गूंज उठा।
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70 फीट का रावण, 65 का कुंभकर्ण
इस वर्ष 70 फीट ऊंचा रावण का पुतला तैयार किया गया। कुंभकर्ण मेघनाद के भी पुतले बनाए गए। शाम 5.40 बजे रावण वध हुआ। इसके पहले अशोक वाटिका में राम-रावण प्रसंग का मंचन किया गया। राम अपनी पूरी सेना लेकर पहुंचे।
निकली भव्य झांकी
रावण वध समारोह के पूर्व गांधी मैदान में राम-लक्ष्मण की भव्य झांकी निकाली गई। इसके लिए विशेष रूप से रथ तैयार किया गया था। वध से पहले भगवान श्रीराम एवं लक्ष्मण गांधी मैदान की परिक्रमा की। उसके बाद बिहार विधानसभा के अध्क्ष विजय कुमार चौधरी ने उनकी आरती उतारी।
बिना प्रदूषण की आतिशबाजी
रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के दहन के बाद 15 मिनट तक आतिशबाजी हुई। रावण वध समारोह के दौरान आयोजित होने वाली आतिशबाजी आकर्षक रही। बिजली के रंग-बिरंगे बल्बों से कलाकार आतिशबाजी कर दर्शकों का मनोरंजन करते दिखे। इसके लिए कोलकाता से कलाकार बुलाए गए थे।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर गांधी मैदान में सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई थी। गांधी मैदान में भीड़ को रेगुलेट करने की भी तैयारी की गई थी। रावण वध के बाद खोल दिया गया गांधी मैदान
गांधी मैदान में दोपहर एक बजे से आम लोगों की इंट्री शुरू हो गई थी। मैदान में कड़ी सुरक्षा जांच के बाद प्रवेश दिया गया। गांधी मैदान के हर गेट पर डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर लगाए गए थे। महिलाओं की जांच की अलग व्यवस्था की गई थी। रावण के जलते ही गांधी मैदान के सभी गेट खोल दिए गए। इसके बाद लोग वापस हो गए।
इन रास्तों पर चलीं गाड़ियां
- डाक बंगला से पूरब सभी प्रकार के वाहनो को न्यू डाक बंगला रोड, भट्टाचार्या रोड से राजेंद्र पथ की ओर जाने की अनुमति रही।
- दानापुर से गांधी मैदान की ओर जाने वाले सभी वाहनों को राजापुर पुल से बाएं बोरिंग रोड चौराहे की ओर मोड़ दिया गया। इस मार्ग पर चलने वाली सभी वाहन बोरिंग रोड चौराहा, हड़ताली चौराहा, दारोगा राय पथ, आर ब्लॉक होकर पटना जंक्शन गए।
- पटना सिटी से अशोक राजपथ होते हुए गांधी मैदान पटना जंक्शन की ओर वाहनों का परिचालन बंद रहा। इस मार्ग पर चलने वाले वाहन गांधी चौक से भिखना पहाड़ी मोड़ होते हुए बारीपथ, मछुआ टोली, दिनकर गोलंबर, अप्सरा सिनेमा गोलंबर, सीडीए बिल्डिंग होते पटना जंक्शन गए।
- पटना जंक्शन से गांधी मैदान की ओर के वाहनों को डाकबंगला से दाएं न्यू डाकबंगला रोड की तरफ मोड़ा गया। इस मार्ग पर चलने वाले वाहन न्यू डाकबंगला रोड, भट्टाचार्या मोड, सीडीए बिल्डिंग से गोरिया टोली होते हुए स्टेशन गए।