डंफर ने दो भाइयों को रौंदा, एक की मौत, मुआवजे की मांग को लेकर घंटों सड़क जाम
पटना के फुलवारीशरीफ में डंफर ने दो भाइयों को रौंद दिया। एक की मौत के बाद मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया।
पटना, जेएनएन। बसंतचक के नजदीक गुरुवार की सुबह दो भाइयों को अनियंत्रित डंफर ने रौंद दिया जिसमें बड़े भाई की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि छोटा भाई गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर जमकर हंगामा किया। सूचना पाकर पहुंचे थानेदार रफीकुर्रहमान व बिहटा के बीडीओ ने लोगों को समझाकर शांत कराया तब जाकर जाम हटा। चार घंटे जाम से यात्रियों को काफी परेशानी हुई।
जानकारी के अनुसार बिहटा के नेउरी निवासी अरुण कुमार विद्यार्थी 60 ब'चों को ट्यूशन पढ़ाने बोधगावां जा रहे थे। एक पैर से दिव्यांग होने की वजह से छोटा भाई नीरज कुमार भी सहायता के लिए साथ था। जैसे ही दोनों भाई पैदल बसंतचक के नजदीक पहुंचे। अनियंत्रित डंफर का चालक दोनों भाई को रौंदते हुए तेज गति से भागने लगा। हालांकि पुलिस को पीछा करते देख चालक डंफर को छोड़कर फरार हो गया।
हादसे में घटनास्थल पर ही दिव्यांग शिक्षक अरुण कुमार विद्यार्थी की मौत हो गई। सूचना मिलते ही पत्नी माया देवी, बेटी रिंकी देवी व जूली देवी, इकलौता पुत्र सह निजी बैंक कर्मी गौरव कुमार विद्यार्थी घटनास्थल पर पहुंचे। स्थानीय लोगों ने बीच सड़क पर शव रख खगौल-नौबतपुर सड़क को जाम कर दिया। सड़क जाम कर रहे लोग पीडि़त परिवार को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। थानेदार रफीकुर्रहमान ने बताया कि चार लाख मुआवजे की राशि मिलने के बाद और घटनास्थल पर ही कबीर अंत्येष्टि के तहत 20 हजार देकर लोगों को शांत किया गया तब जाकर जाम हटा।