अपने ही सिपाही के चेहरे पर खौलता पानी फेंकता यह DIG! घटना जान सिहर जाएंगे आप
बिहार के राजगीर सीआरपीएफ ट्रेनिंग अकादमी में पदस्थापित एक डीआइजी पर अपने ही सिपाही के चेहरे पर खौलता पानी फेंकने का आरोप लगा है। क्या है मामला जानिए।
नालंदा [जेएनएन]। बिहार के राजगीर (Rajgir) स्थित सीआरपीएफ ट्रेनिंग अकादमी में बड़ी घटना हुई है। वहां एक सिपाही द्वारा गुनगुना की जगह गर्म पानी देने से डीआइजी का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा। फिर उन्होंने सिपाही के चेहरे पर खौलता पानी फेंक दिया। घटना दो जनवरी की ही है, जिसे दबाने में अधिकारी जुटे हैं। हालांकि, खबर सोशल मीडिया पर लीक हो गई है। दूसरी ओर सीआरपीएफ अधिकारियों ने आरोप को बेबुनियाद बताया है।
डीआइजी पर लगा ये संगीन आरोप
सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के अनुसार गुनगुने की जगह गर्म पानी मिलने से नाराज सीआरपीएफ के डीआइजी डीके त्रिपाठी ने सिपाही आमोल के चेहरे पर खौलता पानी फेंक दिया। गंभीर रूप से झुलसे सिपाही को आनन-फानन वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान( विम्स), पावापुरी में भर्ती कराया गया।
अधिकारी ने आरोप से किया इनकार
घटना की बाबत सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र के सहायक कमांडेंट पीएन मिश्र ने कहा कि डीआइजी ने पीने के लिए गुनगुना पानी मांगा था। गलती से गर्म पानी आने पर डीआइजी ने मेस अधिकारी को बुलाया। मेस अधिकारी के साथ सिपाही भी पहुंच गया और उसने बताया कि उसी ने गलती से बर्तन में गर्म पानी डाल दिया था। इसके बाद डीआइजी सिपाही को समझा ही रहे थे कि उनका हाथ बर्तन से टकरा गया और गर्म पानी सिपाही के शरीर व चेहरे पर गिर गया। पानी गर्म होने से वह झुलस गया।
गले नहीं उतर रही अधिकारी की बात
हालांकि, सहायक कमांडेंट पीएन मिश्र की यह बात किसी के गले नहीं उतर रही है। सवाल यह है कि अगर घटना गलती से हुई थी तो सिपाही का मोबाइल क्यों जब्त किया गया?
सीआरपीएफ में रसोइया है घायल सिपाही
बताते चलें कि महाराष्ट्र के सांगली जिले के कोल्हापुर थानांतर्गत इस्लामपुर खड़कावाड़ी गांव निवासी शिवजी खड़कावाड़ी के पुत्र अमोल शिवजी खड़कावाड़ी 12 वर्षों से सीआरपीएफ में कार्यरत हैं। फिलहाल वे रसोइया का काम कर रहे हैं। एक माह पहले ही उनकी प्रतिनियुक्ति राजगीर स्थित सीआरपीएफ ट्रेनिंग अकादमी में हुई है।