बिहार में 65 हजार के मानदेय पर सालभर के लिए कांट्रैक्ट पर नियुक्त होंगे डॉक्टर, 10 से इंटरव्यू
कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकारी अस्पतालों में संविदा (कांट्रैक्ट) पर एक हजार डॉक्टरों के नियोजन का फैसला किया है। 10 मई से नियोजन की प्रक्रिया शुरू हो इसके पूर्व स्वास्थ्य विभाग ने नियोजन की गाइड लाइन जारी कर दी है।
राज्य ब्यूरो, पटना: राज्य मंत्रिमंडल ने कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकारी अस्पतालों में संविदा (कांट्रैक्ट) पर एक हजार डॉक्टरों के नियोजन का फैसला किया है। 10 मई से नियोजन की प्रक्रिया शुरू हो, इसके पूर्व स्वास्थ्य विभाग ने नियोजन की गाइड लाइन जारी कर दी है। सरकार का फैसला है कि संविदा पर नियोजित होने वाले एमबीबीएस डॉक्टरों को 65 हजार रुपये का मानदेय दिया जाएगा।
शैक्षणिक योग्यता एमबीबीएस की डिग्री
स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के अनुसार संविदा पर सामान्य चिकित्सक के रूप में नियोजित होने वाले डॉक्टरों के लिए शैक्षणिक योग्यता मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से एमबीबीएस की डिग्री होगी। नियोजन में आरक्षण रोस्टर का पालन होगा और मेधा सूची भी बनेगी। मेधा सूची का निर्धारण एमबीबीएस में प्राप्त अंक के आधार पर होगा और विदेश से प्राप्त सभी डिग्री धारकों की एमबीबीएस प्राप्तांक की गणना 50 प्रतिशत पर की जाएगी। लेकिन उनका निबंधन एमसीआइ से होना अनिवार्य होगा। नियोजन की अधिकतम आयु 2019 को सामान्य प्रशासन द्वारा जारी आदेश के अनुरूप होनी चाहिए।
10 मई से शुरू होगा वॉक इन इंटरव्यू
स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के अनुसार एक हजार डॉक्टरों के नियोजन के लिए वॉक इन इंटरव्यू 10 मई से शुरू होगा। 10 मई के बाद 14 मई, 17 मई और 21 मई को भी इंटरव्यू जारी रहेंगे। इसके बाद भी पद रिक्त रहते हैं तो वैसी स्थिति में प्रत्येक सोमवार को इंटरव्यू लिए जाएंगे। जिला स्तर पर जिला स्वास्थ्य समिति और मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अधीक्षक के कार्यालय में इंटरव्यू का आयोजन किया जाएगा। बता दें कि संविदा पर सामान्य चिकित्सक के रूप में नियोजित होने वाले डॉक्टरों के लिए शैक्षणिक योग्यता मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से एमबीबीएस की डिग्री होगी। कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकारी अस्पतालों में संविदा (कांट्रैक्ट) पर एक हजार डॉक्टरों के नियोजन का फैसला किया है। एमबीबीएस डॉक्टरों को 65 हजार रुपये का मानदेय दिया जाएगा।