पटना में अब डीजल वाले ऑटो को नहीं मिलेगा परमिट, धुआं वाले वाहनों पर भी आएगी शामत
पटना में अब डीजल वाले ऑटो को नहीं मिलेगा परमिट। इसके साथ ही धुआं वाले वाहनों पर भी शामत आनेवाली है। बिहार सरकार फैलते प्रदूषण को लेकर काफी सतर्क है। ऐसे वाहनों पर कार्रवाई की जाएगी
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार सरकार प्रदूषण पर कंट्रोल करने को लेकर काफी गंभीर है। जल-जीवन-हरियाली अभियान को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जागरुकता के लिए जिलों में प्रचार वाहन भेजे गए हैं। जलवायु परिवर्तन पर सरकार ने चिंता जताई है। अब इसी कड़ी में एक और कदम उठाया जा रहा है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पटना में अब डीजल वाले ऑटो को परमिट नहीं दिया जाएगा। साथ ही धुआं उड़ानेवाले वाहनों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
धुआं उड़ाने वाले वाहनों पर होगी सख्त कार्रवाई
दअरसल उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी महानगर भाजपा की ओर से बोरिंग कैनाल रोड स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर चौराहा के निकट आयोजित 'संगठन पर्व, सदस्यता अभियान' में मौजूद थे। इसी कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि ज्यादा धुआं उत्सर्जित करने वाले वाहनों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अब पटना में डीजल चालित थ्री व्हीलर (ऑटो) को नया परमिट नहीं दिया जायेगा।
सीएनजी वाले वाहनों को किया जाएगा प्रोत्साहित
डीजल से सीएनजी में थ्री व्हीलर को परिवर्तित कराने वालों को सरकार प्रोत्साहित करेगी। प्रधानमंत्री की घोषणा के अनुरूप आगामी 2 अक्तूबर से सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त भारत बनाने की दिश में प्लास्टिक कैरी बैग के उपयोग पर सख्ती बरती जायेगी तथा थर्मोकोल से बने सामानों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जायेगा।
हॉर्न का कम इस्तेमाल होने पर फोकस
उन्होंने कहा कि पटना और पूरे बिहार को वायु, जल व ध्वनि प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया जायेगा। पहले चरण में सरकारी ड्राइवरों को ट्रेनिंग देकर हॉर्न का उपयोग कम से कम करने की हिदायत दी जायेगी। कर्कश हॉर्न के प्रयोग से बहरापन बढ़ता जा रहा है, इसलिए अनावश्यक हॉर्न बजाने व अपने वाहनों में म्युजिकल हॉर्न लगाने वालों पर कार्रवाई की जायेगी। अगले जाड़े में पटना की वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाने का प्रयास किया जायेगा तथा इसके लिए इलेक्ट्रिक, बैट्री व सीएनजी चालित वाहनों को बढ़ावा देने के साथ ही बिल्डिंग मैटेरियल को ढंक कर ढोने के लिए सख्ती की जायेगी।