मंत्री मुकेश सहनी के बदले भाई के मछली वाहन बांटने का मामला तूल पकड़ा, उपनिदेशक व डीएफओ तलब
बिहार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की ओर से हाजीपुर के अक्षयवट राय स्टेडियम में बेरोजगार युवाओं के बीच अनुदानित मछली वाहन का वितरण विभाग के मंत्री मुकेश सहनी के बदले उनके भाई संतोष सहनी के करने का मामला तूल पकड़ लिया है।
जागरण संवाददाता, हाजीपुर: बिहार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की ओर से हाजीपुर के अक्षयवट राय स्टेडियम में बेरोजगार युवाओं के बीच अनुदानित मछली वाहन का वितरण विभाग के मंत्री मुकेश सहनी के बदले उनके भाई संतोष सहनी के करने का मामला तूल पकड़ लिया है। मुख्यमंत्री स्तर पर संज्ञान लिए जाने के बाद उनके आदेश पर जिलास्तर पर इसकी जांच प्रारंभ कर दी गई है। बुधवार को जिला मत्स्य विभाग की ओर से 23 लाभुकों को वाहन वितरण का कार्यक्रम विभागीय मंत्री मुकेश सहनी को करना था। सरकारी आयोजन में मंत्री के भाई के शामिल होने की खबरें सुर्खियां बनने के बाद विपक्ष ने इसे सदन में उठाया। इस मामले में जिला मत्स्य पदाधिकारी डॉक्टर नूतन एवं तिरहुत प्रमंडल के उपनिदेशक मत्स्य उदय प्रकाश को मुख्यालय तलब किया गया है।
अंतिम समय पर मिली थी सूचना
जिला मत्स्य पदाधिकारी डॉ. नूतन ने कहा कि उन्हें कार्यक्रम के अंतिम समय में पटना से मंत्री के नहीं आने की सूचना मोबाइल पर दी गई थी। मंत्री कार्यालय के ही एक प्रतिनिधि ने बताया था कि मंत्री के बदले उनके प्रतिनिधि कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम में डीएम वैशाली को भी शरीक होना था, लेकिन कोर्ट संबंधित कार्य के कारण वह शामिल नहीं हो सकीं। निर्धारित समय पर तिरहुत प्रमंडल मत्स्य उपनिदेशक उदय प्रकाश एवं डीपीआरओ प्रशांत कुमार की उपस्थिति में मंत्री प्रतिनिधि संतोष सहनी ने लाभुकों के बीच वाहनों की चाभी लाभुकों को सौंपी। कार्यक्रम में अति पिछड़े एवं अनुसूचित जाति के बेरोजगार युवाओं के बीच 90 फीसद सरकारी अनुदान पर 5 फोर व्हीलर, 4 थ्री व्हीलर एवं 14 मोपेड सह आइस बॉक्स का वितरित किए गए थे।
कार्यक्रम में अति पिछड़े एवं अनुसूचित जाति के बेरोजगार युवाओं के बीच 90 प्रतिशत सरकारी अनुदान पर 5 फोर व्हीलर, 4 थ्री व्हीलर एवं 14 मोपेड सह आईस बॉक्स का वितरित किए गए हैं। बताते हैं कि फोर व्हीलर वाहन लागत 4 लाख 80 हजार रुपये में 4 लाख 32 हजार रुपये का अनुदान है। वहीं थ्री व्हीलर की लागत 2.80 लाख में 2.52 लाख रुपये तथा मोपेड सह आइस बॉक्स की लागत 50 हजार में 45 हजार रुपये अनुदान दिया गया है। इन वाहनों में केवल 10 प्रतिशत राशि लाभुकों की ओर से लगाया गया है। जिले में इस योजना के तहत अति पिछड़ी जाति के 15 लाभुकों में 3 फोर व्हीलर, 2 को थ्री व्हीलर तथा 10 को मोपेड सह आइस बॉक्स वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। अनुसूचित जाति के 8 लाभुकों में 2 को फोर व्हीलर, 2 को थ्री व्हीलर तथा 4 को मोपेड सह आइस बॉक्स वाहन दिए गए हैं।