Move to Jagran APP

Flashback: तब मुख्‍तार अंसारी को रास्‍ते में ही मारने की थी साजिश, बिहार के MLA ने दी थी 50 लाख की सुपारी!

Mukhtar Ansari Murder Conspiracy बाहुबली विधायक मुख्‍तार अंसारी को यूपी की बांदा जेल में शिफ्ट किया गया तो बिहार में रची गई एक साजिश भी याद आ गई। साल 2015 में बिहार के एक अपराधी को मुख्‍तार की हत्‍या के लिए 50 लाख रुपए की सुपारी दी गई थी।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Wed, 07 Apr 2021 06:20 AM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 05:41 PM (IST)
Flashback: तब मुख्‍तार अंसारी को रास्‍ते में ही मारने की थी साजिश, बिहार के MLA ने दी थी 50 लाख की सुपारी!
उत्‍तर प्रदेश के बाहुबली विधायक मुख्‍तार अंसारी। फाइल फोटो।

पटना, ऑनलाइन डेस्क। Mukhtar Ansari Murder Conspiracy उत्तर प्रदेश का बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी (UP MLA Mukhtar Ansari) को आज पंजाब की रोपड़ जेल से उत्‍तर प्रदेश की बांदा जेल में शिफ्ट किया गया। इस दौरान उसकी हत्‍या न हो जाए, इसकी आशंका व्‍यक्‍त की जाती रही। हालांकि, ऐसा कुछ नहीं हुआ। इस आशंका और इससे जुड़े कयासों ने साल 2015 की एक घटना की याद दिला दी, जिसमें दावा किया गया था कि बिहार के एक बाहुबली विधायक ने 50 लाख रुपये में एक अपराधी को मुख्‍तार की हत्‍या की सुपारी दी थी। इस साजिश को अंजाम देने के लिए बाकायदा एक और साजिश रच उस अपराधी को जेल से भगाया गया था। बाद में अपराधी की गिरफ्तारी के बाद यह राज खुला। यह कहानी पुलिस की फाइलों में दर्ज है।

prime article banner

मुख्‍तार की हत्‍या के लिए रची गई थी बड़ी साजिश

विदित हो कि बिहार के एक बाहुबली नेता, जो तब भोजपुर जिले के एक विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे, मुख्‍तार अंसारी को अपने रास्‍ते से हटाना चाहते थे। उन्‍होंने बिहार की आरा जेल में बंद एक कुख्‍यात बदमाश लंबू शर्मा (Lamboo Sharma) को मुख्‍तार की हत्‍या की सुपारी दी। इसके लिए उसे जेल से भगाने की पूरी साजिश रची गई। 23 जनवरी 2015 को लंबू को न्‍यायिक हिरासत से भगाने के लिए आरा के सिविल कोर्ट परिसर में मानव बम का इस्तेमाल किया गया। लेकिन साजिश नाकामयाब रही। भागने के कुछ ही दिनों बाद वह दिल्‍ली पुलिस के हाथ लग गया।

गर्लफ्रेंड को मानव बम बना जेल से भागा था लंबू

लंबू शर्मा को जेल से भगाने में उसकी प्रेमिका नगीना को मानव बम बनाने की साजिश रची गई। दावा किया जाता है कि नगीना को धोखे में रखकर यह काम करवाया गया। उसे पता नहीं था कि उसका इस्‍तेमाल मानव बम की तरह किया जाएगा। बम के धमाके बीच मची अफरातफरी के माहौल में लंबू न्‍यायिक हिरासत से फरार हो गया, लेकिन फरारी के कुछ महीने बाद ही 23 जून 2015 को दिल्‍ली पुलिस ने उसे धर दबोचा। उसके पकड़े जाने के बाद बिहार, यूपी और दिल्‍ली पुलिस को उसकी फरारी के पीछे के मकसद का पता चला। तब इस पूरे खेल में बिहार के बाहुबली विधायक के अलावा उत्‍तर प्रदेश के एक और बाहुबली बृजेश सिंह का भी हाथ होने की बात सामने आई थी।

दिल्‍ली पुलिस ने किया था सनसनीखेज खुलासा

लंबू को दबोचने वाली दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया था कि वह मुख्तार के कत्‍ल की साजिश का अहम हिस्सा था। दिल्‍ली पुलिस ने दावा किया था कि उसे जेल से भगाने में भोजपुर जिले के अंतर्गत पीरो विधानसभा क्षेत्र के बाहुबली विधायक नरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ सुनील पांडेय ने महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पुलिस के मुताबिक मुख्तार अंसारी को जेल से कोर्ट ले जाते वक्‍त बम धमाके में मार देने की साजिश रचाी गई थी। इसके लिए आरा कोर्ट की ही तरह मानव बम का इस्‍तेमाल किया जाना था। इस पूरी साजिश में मुख्‍तार के एक करीबी के भी शामिल होने की बात सामने आई थी। मुख्‍तार गैंग का सबसे बड़ा दुश्‍मन बृजेश सिंह पूरी साजिश को लीड कर रहा था। साजिश में खुद पर लगे आरोपों से विधायक ने हमेशा इनकार किया। कोर्ट में भी उनके खिलाफ कोई ठोस सुबूत प्रस्‍तुत नहीं किया जा सका।

परिवार को थी हत्‍या की आशंका, अलर्ट रही पुलिस

पिछले दिनों उत्‍तर प्रदेश के जेल मंत्री ने साफ तौर पर कहा था कि पुलिस मुख्‍तार को यूपी जेल तक सुरक्षित लाने के लिए पूरी रणनीति से काम कर रही है। इसके बावजूद बाहुबली विधायक के परिवार को रास्‍ते में उसकी हत्‍या की आशंका थी। मुख्‍तार पर पहले भी हमले हो चुके हैं। इसे देखते हुए यूपी पुलिस ने मुख्‍तार को लाने के लिए भारी-भरकम टीम को लगाया था।

बिहार में भी खूब रही जेल शिफ्टिंग की चर्चा

बहरहाल, बुधवार को जब मुख्तार अंसारी को पंजाब की जेल से यूपी की बांदा जेल तक सुरक्षित तरीके से शिफ्ट कर दिया गया तो उसके परिवार के साथ-साथ पुलिस ने भी राहत की सांस ली। बिहार में भी मुख्‍तार की जेल शिफ्टिंग की चर्चा कम नहीं रही।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.