बेटी ने सुसाइड नोट लिख बताई इच्छा, मेरी अंतिम यात्रा में न शामिल हों पापा...और झूल गई फंदे से Patna News
राजधानी में मंगलवार को बीएड में पढ़ने वाली छात्रा ने फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले उसने दो पन्ने का सुसाइड नोट लिखा। जानें क्या परेशानी थी उसे।
पटना, जेएनएन। 'मैं संध्या सोनी अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रही हूं। इसमें किसी का भी हाथ नहीं है पर इस समाज ने जो मेरे ऊपर इल्जाम लगाया है। स्वयं नहीं मालूम कि मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा है? परंतु, इन लोगों से विनती है कि बिना किसी सुबूत के किसी भी लड़की को बदनाम नहीं करना चाहिए। मैंने कोई गलत काम नहीं किया है। मैं सोची थी कि इस समाज से लड़ूंगी परंतु मैं थक गई। अब मैं जा रही हूं हमेशा के लिए सोने। कृपया मेरे परिवार को कोई तंग ना करें।
मेरे साथ गलत हुआ है
(दूसरा पेज) मेरी अंतिम यात्रा में मेरे पिता शामिल न हों, ये मेरी अंतिम इच्छा है। शशि भैया आपकी पागल बहन कुछ गलत नहीं की है। मेरे साथ गलत हुआ है।' दो पन्ने का ये सुसाइड नोट लिखकर गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के रघुनाथ टोला स्थित एक अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 402 में रहने वाली संध्या सोनी उर्फ रिंकी ने मंगलवार की देर शाम गले में फांसी का फंदा डालकर आत्महत्या कर ली।
बीएड में पढ़ती थी रिंकी
व्यवसायी ओमप्रकाश केसरी का परिवार रघुनाथ टोला स्थित एक अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 402 में रहता है। उनकी बेटी संध्या सोनी उर्फ रिंकी बीएड की पढ़ाई कर रही थी। परिजनों के अनुसार, अक्सर वह शाम के वक्त कमरे में पढ़ाई करती थी। मंगलवार की रात उसके कमरे से किसी तरह से कोई आवाज नहीं आने पर मां ने दरवाजा खटखटाया। लेकिन, कमरे से कोई आहट नहीं मिली।
इसके बाद उन्होंने रिंकी के पिता को खबर की। दंपती ने किसी तरह कमरे का दरवाजा खोला तो अंदर रिंकी पंखे से दुपट्टे के सहारे झूल रही थी। इसके बाद उन्होंने पुलिस को इत्तिला दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पंखे से उतारा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष अरविंद कुमार गौतम ने बताया कि अब तक आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। पूछताछ की जा रही है। परिजन भी कुछ नहीं बता रहे कि छात्रा किस बदनामी की बात कह रही है।