दानापुर स्टेशनः अबूझ पहली बना 6 नंबर प्लेटफॉर्म, पटरियों पर दौड़ लगा ट्रेन पकड़ते हैं यात्री Patna News
दानापुर रेलवे स्टेशन से विभिन्न शहरों के लिए जाने को कई प्रमुख ट्रेनें उपलब्ध हैं। इन सब के बीच यहां कुछ परेशानियां भी हैं। पढ़ें ये लाइव रिपोर्ट।
शुभ नारायण पाठक, पटना। बिहार की राजधानी का दूसरा सबसे प्रमुख रेलवे स्टेशन दानापुर है। यहां से विभिन्न शहरों के लिए जाने को कई प्रमुख ट्रेनें उपलब्ध हैं। हजारों यात्री दूसरे स्थानों से पटना आने और जाने के लिए दानापुर स्टेशन का प्राथमिकता देते हैं। इन सब के बीच यहां कुछ परेशानियां भी हैं। पढ़ें ये लाइव रिपोर्ट।
गुरुवार को सुबह के दस बजकर पचास मिनट हो रहे हैं, दानापुर स्टेशन पर तीन महत्वपूर्ण और लंबी दूरी की ट्रेनों के आने का समय हो गया है। हावड़ा के लिए तूफान एक्सप्रेस, दिल्ली के लिए श्रमजीवी और मुंबई के लिए पाटलिपुत्र-लोकमान्य तिलक टर्मिनल सुपरफास्ट एक्सप्रेस आनेवाली है। तूफान सुबह में स्टेशन पहुंचती है लेकिन 11 बजे के बाद आ रही है। श्रमजीवी भी लेट है। इसी बीच लोकमान्य तिलक टर्मिनल सुपरफास्ट के आने की उद्घोषणा होती है। ट्रेन छह नंबर प्लेटफॉर्म पर आएगी। कई लोगों को लगता है कि गलत उद्घोषणा हो रही है, क्योंकि इस स्टेशन पर कुछ माह पहले तक पांच ही प्लेटफॉर्म थे। छठा प्लेटफॉर्म नया बना है, लेकिन इसकी जानकारी कई यात्रियों को नहीं है। एक नंबर से पांच नंबर तक के प्लेटफॉर्म एक के बाद एक हैं, लेकिन छह नंबर प्लेटफॉर्म उल्टी दिशा में एक कोने में है।
भइया ये छह नंबर किधर है?
उद्घोषणा कई बार दोहराए जाने के बाद तीन नंबर प्लेटफॉर्म पर ट्रेन का इंतजार कर रहे लोग पूछना शुरू करते हैं कि छह नंबर प्लेटफॉर्म है किधर? जानकारी मिलने के बाद लोग दौड़ लगाना शुरू करते हैं। लेकिन छह नंबर प्लेटफॉर्म का दूसरे प्लेटफॉर्म से कोई कनेक्शन नहीं है। दो नंबर और छह नंबर के बीच रेल की चार पटरियां हैं। एक मेन लाइन की और तीन लूप लाइन की। दो नंबर प्लेटफॉर्म पर मेमू ट्रेन खड़ी है, जबकि प्लेटफॉर्म छह से ठीक पहले वाली लाइन पर किसी खाली ट्रेन की रैक है। छह नंबर पर जाने के लिए लोग पटरियों पर दौड़ लगा देते हैं।
औऱ लगने लगी पटरियों पर दौड़
थोड़ी ही देर में लोकमान्य सुपरफास्ट एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म छह पर आ जाती है। इसी दौरान श्रमजीवी एक्सप्रेस भी प्लेटफॉर्म तीन पर आ जाती है। अब यात्री लोकल पैसेंजर ट्रेन पकड़ने के लिए एक बार फिर पटरियों पर दौड़ लगाना शुरू कर देते हैं। दानापुर स्टेशन पर ऐसा वाकया अक्सर होता है। यह हाल तब है, जब यहां ऐसे ही पटरियां पार करने के दौरान बड़ा हादसा पहले हो चुका है। इस प्लेटफॉर्म पर डिब्रूगढ़ राजधानी, नॉर्थ ईस्ट, सीमांचल और हमसफर जैसी प्रमुख ट्रेनों का ठहराव है। राजधानी यहां रात को ही पहुंचती है।
बैरिकेडिंग की है जरूरत
दानापुर में रेल पटरियों के बीच बैरिकेडिंग की जरूरत लंबे समय से महसूस की जाती रही है। इस तरह की बैरिकेडिंग बिहटा और आरा स्टेशनों पर देखने को मिलती है। इससे यात्रियों को रेल की पटरी पर आने से रोका जा सकेगा। हादसे की संभावना कम होगी।
नए प्लेटफॉर्म पर सुविधाओं का टोटा, यात्रियों को परेशानी
प्लेटफॉर्म नंबर छह खास तौर पर पाटलिपुत्र स्टेशन से आने-जाने वाली गाड़ियों के लिए बनाया गया है। यह इसी साल जून में शुरू हुआ। यह प्लेटफॉर्म नंबर एक के खत्म होने के बाद उसी सीध में करीब डेढ़ - दो सौ मीटर आगे है। यहां जाने के लिए आपको सीधे मुख्य सड़क पर उतरना पड़ता है। अगर आप स्टेशन के मुख्य द्वार से प्रवेश करते हैं तो छह नंबर तक पहुंचने के लिए काफी दूर चलना होगा। नए प्लेटफॉर्म पर अभी कोई फुट ओवरब्रिज नहीं है। पानी की भी सुविधा नहीं है। कोई बाउंड्री वॉल नहीं होने व स्टेशन के एक कोने में होने से रात में यात्री असुरक्षित महसूस करते हैं।