पिता के सामने ही बेटे का अपराधियों ने कर लिया अपहरण, फिर हत्या कर शव को ट्रेन में फेंका
बिहार में क्राइम पर नहीं लग पा रहा है। बेगूसराय में एक बार फिर सनसनीखेज मामला सामने आया है। पिता के सामने ही युवक का अपहरण कर लिया गया। बाद में उसकी हत्या कर दी गई।
बेगूसराय, जेएनएन। बिहार में क्राइम पर नहीं लग पा रहा है। अपराधी बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं। बेगूसराय में एक बार फिर सनसनीखेज मामला सामने आया है। अपराधियों ने 30 साल के युवक मनीष कुमार का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी तथा शव को फेंक दिया। खास बात कि युवक का अपहरण उनके पिता के सामने की कर लिया था। इसकी प्राथमिकी दर्ज कर ली गई थी। शनिवार को हत्या का मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस लगातार शव ढूंढ रही है। बताया जाता है कि रेलवे स्टेशन के निकट खून के धब्बे मिले हैं। इस संबंध में पुलिस ने हत्या की आशंका से इनकार नहीं किया है।
बताया जाता है कि बेगूसराय के बलिया में शुक्रवार की देर शाम फुलवडिय़ा नया टोला निवासी उपेन्द्र यादव के 30 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार का अपहरण कर लिया। मनीष कुमार को पिता के साथ घर जाने के क्रम में चचेरे भाई संजीत कुमार ने आधा दर्जन अपराधियों के साथ हथियार के बल पर घटना को अंजाम दिया। मनीष को वहां से फुलवडिय़ा सामुदायिक केन्द्र में ले जाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को दनौली फुलवडिय़ा स्टेशन के डाउन लाइन रेल ट्रैक पर खड़ी किसी अज्ञात ट्रेन में फेंकने दिया। हालांकि, शव का अब तक पता नहीं चला है।
बलिया एएसपी सह डीएसपी अंजनी कुमार ने हत्या कर साक्ष्य छिपाने के लिए ट्रेन में फेंके जाने की आशंका की पुष्टि की है। पुलिस ने सामुदायिक भवन से लेकर रेल ट्रैक तक खून के निशान पाए हैं। इस मामले में मृतक के पिता ने अपने भतीजे समेत आधा दर्जन लोगों को नामजद आरोपित बनाया है। बताते चलें कि मनीष कुमार 11 दिसंबर 2019 को मुंगेर में हुई अपने साढू की हत्या का नामजद आरोपित था। मनीष व उसके पिता के विरुद्ध गोलीबारी व छेडख़ानी के भी मामले दर्ज हैं। पुलिस शव बरामदगी के लिए रेल पुलिस से संपर्क में है। सभी आरोपित फरार बताए जाते हैं।