बेगूसराय में घर से बुलाकर मुखिया के दो पुत्रों को काट डाला
बेगूसराय जिले के रसलपुर गांव के मुखिया सीताराम लाल के दो पुत्रों को अगवा कर पत्थर से कूंचकर हत्या कर दी गई है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
बेगूसराय [जेएनएन]। बिहार के बेगूसराया जिले के भगवानपुर थाने के रसलपुर पंचायत के मुखिया सीताराम महतो के दो पुत्रों, जितेंद्र महतो (28) और रामलाल महतो (22) की अपराधियों ने हत्या कर दी तथा शव को अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया। जितेंद्र महतो का शव चिल्हाय में सड़क किनारे एवं रामलाल महतो का खोदावंदपुर थाना क्षेत्र के दौलतपुर के उत्सव बिहार होटल के नजदीक फेंका गया।
हत्या का आरोप रोशन चौधरी व उसके साथियों पर लगाया गया है। हत्या का कारण रोशन चौधरी पर बकाया राशि की वसूली के लिए मुखिया पुत्रों का दबाव बताया जा रहा है। सूचना पर पहुंचे परिजन ग्रामीणों के सहयोग से दोनों शव लेकर अपने गांव आए तथा भगवानपुर-समसा पथ जाम कर दिया।
मुखिया सीताराम महतो ने बताया कि उसके पुत्र रामलाल को मंगलवार की रात करीब 9 बजे भगवानपुर गांव के रोशन चौधरी ने गिट्टी (क्रंकीट) का बकाया पैसा लेने के लिए अपने मुर्गा फॉर्म पर बुलाया था। उन्होंने कहा कि दोनों को रात में जाने से मना भी किया था। कहा, इस बीच उनका दूसरा बेटा जितेंद्र भी रामलाल के साथ जाने को तैयार हो गया तो वे चुप रह गए। रात 11 बजे तक जब वे वापस नहीं आए तो उन्होंने थानाध्यक्ष रतेश रतन को सूचना दी। सुबह होने पर दोनों बेटों की हत्या की सूचना मिली। घटना के बाद रसलपुर पंचायत में तनाव है।
पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा काफी समझाने के बाद भी उग्र ग्रामीणों ने जाम नहीं हटाया। करीब छह घंटे तक जाम लगा रहा। बाद में डीएसपी बीके सिंह द्वारा भगवानपुर निवासी रोशन चौधरी, मुन्ना कुमार चौधरी और सिमरिया निवासी रामनंद सिंह के पुत्र संजीत कुमार की गिरफ्तारी की सूचना देने पर लोगों ने जाम खत्म किया।
हालांकि मुखिया पिता द्वारा नामजद प्राथमिकी के आधार पर शव मिलने के पहले ही पुलिस ने रोशन चौधरी और संजीत कुमार को गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में उन्होंने पूरे मामले का खुलासा कर दिया था। इसके बाद दोनों की मौत की सूचना परिजन को दी गई थी। डीएसपी बीके सिंह ने बताया कि वारदात में तीन बाइक पर सवार छह लोग शामिल थे। तीन अन्य की तलाश में छापेमारी की जा रही है।