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फर्जी पते से खोल रखी थी विदेशों में नौकरी लगाने की एजेंसी, बेरोजगारों से करोड़ों लूटकर हो गए चंपत

पक्‍की सूचना मिलने के बाद 10 दिन पहले ही गांधी मैदान पुलिस ने की थी छापेमारी पुलिस की सुस्‍ती से नहीं हो रही है जालसाजों की गिरफ्तारी। जानिए किस तरह बेरोजगारों को लिया झांसे में और बनाया अपना शिकार।

By Shubh NpathakEdited By: Published: Sat, 31 Oct 2020 07:04 AM (IST)Updated: Sat, 31 Oct 2020 07:04 AM (IST)
फर्जी पते से खोल रखी थी विदेशों में नौकरी लगाने की एजेंसी, बेरोजगारों से करोड़ों लूटकर हो गए चंपत
जांच टीम की सुस्‍ती से अपराधी पुलिस से दूर

जेएनएन, पटना। 10 दिनों पहले राजधानी के एक्जीविशन रोड में विदेश भेजने के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़े का खेल उजागर हुआ था। बड़े पैमाने पर बेरोजगार युवकों को फर्जी तरीके से विदेशों में नौकरी का लालच देकर उनसे करोड़ों रुपये की ठगी की जा रही थी। जब विदेशों में नौकरी दिलवाने के नाम पर किए जा रहे फर्जीवाड़ा विदेश मंत्रालय तक पहुंचा तब विदेश मंत्रालय के अधीन आफिस ऑफ प्रोटेक्टर ऑफ इमिग्रेंस की ओर से गांधी मैदान थाना के साथ संयुक्त रूप से छापेमारी की गई थी। लेकिन मामले में 10 दिनों के बाद भी करोड़ों रुपये डकारने वाले शातिर पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। जांच के क्रम में पता चला कि एजेंसी के संचालक फर्जी नाम व पता से अपनी एजेंसी चला रहे थे। इस फर्जीवाड़े में चार लोगों के खिलाफ गांधी मैदान थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। चारों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बन गयी है।

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एक्जीविशन रोड में खोल रखा था ऑफिस

विदित हो कि एक्जीविशन रोड स्थित गगन अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 402 में पृथ्वी इंटरप्राइजेज के नाम से विदेशों में नौकरी लगाने का दफ्तर खोला गया था। अन रजिस्टर्ड दफ्तर से विदेशों में नौकरी के नाम पर सैकड़ों बेरोजगार युवकों से करोड़ों रुपये की ठगी कर ली गई थी। यहां से मोटी रकम लेकर बेरोजगारों को फर्जी वीजा देकर दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय भेज दिया जाता था। जब ऐसे सैकड़ों युवक दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय के दफ्तर में पहुंचने लगे तो मंत्रालय की ओर से आफिस ऑफ प्रोटक्टर ऑफ इमिग्रेंस को पृथ्वी इंटरप्राइजेज की जांच करने के लिए भेजा गया। इसके बाद गांधी मैदान थाना के सहयोग से छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान ४० से अधिक पासपोर्ट, लैपटाप, डेस्कटॉप के साथ ही भारी मात्रा में आवेदन व अन्य महत्वपूर्ण कागजात मिले थे।

चार लोगों के खिलाफ दर्ज है नामजद प्राथमिकी

इस संबंध में गांधी मैदान थाने में आफिस ऑफ प्रोटेक्टर ऑफ इमीग्रेंस की ओर से इस कंपनी के चार प्रमुख लोगों सुलतानगंज के पंकज कुमार यादव, रमेश कुमार, आशीष कुमार व सुनील कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया गया था। इनके पते पर जब छापेमारी करवाई गई तो फर्जी पता निकला। पुलिस अब आसपास के फ्लैट वालों से इनका हुलिया लेकर उनकी गिरफ्तारी में जुट गई है। इनका बैंक खाता भी बंद पड़ा है।


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