Covid News Alert: कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लंबे समय से भर्ती कोरोना मरीज में सेप्टीसीमिया का डर, ऐसे करें बचाव
एनएमसीएच पटना में एक माह से अधिक समय से भर्ती कई मरीजों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने से सेप्टीसीमिया के लक्षण मिले हैं। डॉक्टरों का कहना है कि शरीर के किसी भी हिस्से होकर संक्रमण रक्त प्रवाह में चला जाता है। इससे समस्या गंभीर हो जाती है
पटना सिटी, जागरण संवाददाता। कोविड अस्पताल एनएमसीएच में भर्ती मरीजों की संख्या घट कर 125 रह गयी है। इनमें कई मरीज एक माह से अधिक समय से भर्ती हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाने के कारण ऐसे मरीजों में सेप्टीसीमिया के लक्षण सामने आ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि शरीर के किसी भी हिस्से होकर संक्रमण रक्त प्रवाह में चला जाता है। इससे समस्या गंभीर हो जाती है। साथ ही कई मरीज और उनके स्वजन साइक्लोजीकल ट्रॉमा से जूझ रहे हैं। ऐसे मरीजों की अत्यधिक सावधानी और संवेदनशीलता से काउंसिलिंग किए जाने की आवश्यकता है।
डॉक्टरों की चिंता
एनएमसीएच के मेडिसिन विभाग, शिशु रोग विभाग, ईएनटी, सर्जरी, इमरजेंसी से लेकर मदर एण्ड चाइल्ड हॉस्पिटल तक में कोरोना के मरीज भर्ती हैं। इनके इलाज में जुटे डॉक्टरों ने अधिक समय से भर्ती मरीजों में दूसरा संक्रमण होने का चिंता जतायी है। डॉक्टरों का कहना है कि कमजोर हो चुके मरीज के शरीर की त्वचा और संक्रमित फेफड़े से होकर बैक्टीरिया रक्त प्रवाह में के रास्ते पूरे शरीर में पहुंचने का डर बना रहता है। यह मरीज और उनके स्वजन लगातार एक ही सवाल पूछते हैं कि क्या स्वस्थ हो पाएंगे? कब घर लौटेंगे? जीवन कब तक सामान्य रूप से जी सकेंगे? परिवार व समाज पहले की तरह स्वीकारेगा या नहीं? मरीज के स्वजन भी मानसिक रूप से तनाव में जी रहे हैं। मरीज व स्वजन को इस परिस्थिति से बाहर निकालना बेहद जरूरी है। डॉक्टर का कहना है कि इन कारणों से इनके हृदय की धड़कन तेज होने लगती है। शरीर के तापमान में अधिकतम व न्यूनतम गिरावट आने लगती है।
सेप्टीसीमिया के इलाज की सभी सुविधा यहां
मरीज को सेप्टीसीमिया से सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक जांच कराकर डॉक्टर इलाज करते हैं। सभी तरह की जांच की सुविधा अस्पताल में है। साइक्लोजीकल ट्रॉमा से उबारने के लिए राउंड लगाने के समय ही डॉक्टर मरीज की काउंसिङ्क्षलग करते हैं। बाहर रह रहे उनके स्वजन की भी काउंसिलिंग की जाती है। ऐसे ही मामलों के लिए पोस्ट कोविड ओपीडी संचालित किया जा रहा है।
डॉ. विनोद कुमार सिंह, अधीक्षक, एनएमसीएच