CoronaVirus: बचाव के लिए रुमाल का एेसे करें इस्तेमाल, जानें किसके लिए है कौन सा मास्क
कोरोना वायरस से बचाव के लिए बाजार में मास्क और सैनिटाइजर की कमी है ऐसे में डॉक्टरों ने इसके विकल्प भी सुझाएं हैं। जानें-
पटना, जेएनएन। कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता जरूरी है, मगर घबराने की जरूरत नहीं है। बाजार में मास्क और सैनिटाइजर की कमी है, ऐसे में डॉक्टरों ने इसके विकल्प भी सुझाएं हैं।
डॉक्टरों के अनुसार तीन लेयर का सामान्य मास्क कोरोना के आशंकित मरीज या फ्लू के लक्षण से पीड़ित लोग कर सकते हैं। वहीं एन-95 मास्क केवल कोरोना के पुष्ट मरीज और उनके सीधे संपर्क में आने वाले चिकित्सक, तकनीशियन व अन्य कर्मचारियों के लिए ही आवश्यक है। जिन्हें सामान्य सर्दी-खांसी है वे छींकते या खांसते समय मुंह नीचे कर उसे बांह से भी ढक लें तो यह पर्याप्त है। इसके अलावा रूमाल को भी तीन लेयर में मोड़ कर बांधने से बचाव हो सकता है।
मास्क-सैनिटाइजर आउट ऑफ स्टॉक
कोरोना वायरस के खौफ के पहले प्रदेश में मास्क और हैंड सैनिटाइजर की मांग न के बराबर थी। उस समय प्रदेश की सबसे बड़ी दवा मंडी गोविंद मित्रा रोड के दर्जनभर से अधिक थोक विक्रेता एक माह में दस लाख तक के मास्क और हैंड सैनिटाइजर बेच पाते थे। कोरोना वायरस के देश में दस्तक देने के बाद पूरा स्टाक बिक गया। आज आलम यह है कि कंपनी ने हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध में असमर्थता जता दी है, जबकि दो दिन में मास्क की सप्लाई होने वाली है। स्टाकिस्ट बब्लू कुमार ने बताया कि पहले महीने में पांच सौ फाइल सैनिटाइजर नहीं बिक पाता था, आज आलम यह है कि पांच हजार फाइल मंगाने पर भी हाथोंहाथ बिक रहा है।
खपत देख आपूर्ति पर पड़ रहा असर
रिटेल ग्राहक भी पांच से दस पीस की खरीदारी कर रहे हैं। डेटॉल हैंड सैनिटाइजर बनाने रिकेट एंड बेंकीआइजर कंपनी स्टाकिस्ट ने बताया कि हमारे पास डेटॉल लिक्विड और हैंडवॉश पर्याप्त मात्र में उपलब्ध है। सैनिटाइजर आउट ऑफ स्टाक है। खपत को देखते हुए कंपनी ने आपूर्ति में देरी होने की बात कही है। बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के महासचिव अमरेंद्र कुमार ने बताया कि पहले खपत न के बराबर होने से मंडी में बहुत स्टाक नहीं था। जरूरत को देखते हुए विगत छह मार्च को ही मास्क और हैंड सैनिटाइजर का आर्डर कंपनी को किया गया है। स्टॉकिस्ट ने बढ़ाई मास्क की कीमत मेडिकल स्टोर के संचालक सुनील कुमार ने बताया कि दो दिन में स्टॉकिस्ट ने मास्क उपलब्ध कराने को कहा है। हालांकि, इस बार खपत को देखते हुए मास्क की कीमत में वृद्धि की गई है। कंपनी ने मास्क की कीमत कितनी बढ़ाई है, यह आने के बाद ही पता चलेगा। शुक्रवार को कई दुकानों पर मास्क गायब मिला। लोग इधर-उधर दौड़ लगाते दिखे। सैनिटाइजर की भी कमी रही।
घर से बाहर रहने पर ही सैनिटाइजर की जरूरत
99 प्रतिशत तक वायरस खत्म करने में सक्षम हैंड सैनिटाइजर से ही आप सुरक्षित रहेंगे यह सोचना गलत है। साफ पानी से लिक्विड सोप से हाथ धोकर उसे साफ और सूखे तौलिया से पोंछ कर भी हाइजीन मेंटेन किया जा सकता है। सैनिटाइजर की जरूरत उस समय पड़ती है जब घर से बाहर हों, या जहां हाथ धोने के लिए पानी की व्यवस्था नहीं हो।
प्रधान सचिव से बोले-व्यापारी उपलब्ध कराएं मास्क
कोरोना लक्षण वाले रोगियों के उपचार में लगने वाली दवाओं, सैनिटाइजर और मास्क उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए शुक्रवार शाम प्रधान सचिव स्वास्थ्य संजय कुमार ने बीसीडीए (बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन) और पीसीडीए (पटना केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन) के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की। बीसीडीए के महासचिव अमरेंद्र कुमार ने प्रधान सचिव को कोरोना उपचार के लिए आवश्यक दवाओं के प्रदेश में प्रचुर मात्र में उपलब्ध होने और इसकी कमी नहीं होने देने को आश्वस्त किया। मास्क के बारे में पूछने पर उन्होंने प्रधान सचिव को बताया कि एक दुकान में फिलहाल कम स्टॉक है। दो से तीन दिन में और मास्क की आपूर्ति करने की बात कंपनी ने कही है।