Bihar CoronaVirus Update: आइवरमेक्टिन से तीन दिन में कई गुना कम हो जाते हैं वायरस, दो लाख गोली खा गए पटनावासी
Bihar CoronaVirus Update पटना में परजीवी कीड़ों को मारने वाली दवा आइवरमेक्टिन की बिक्री इस समय जोरों पर है। कारण कि कोरोना संक्रमण से बचाव में यह प्रभावी साबित हो रही है। कई लोग डॉक्टर के परामर्श के बिना भी दवा ले रहे हैं। पढ़ें रिपोर्ट।
पटना, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से बचाव और संक्रमितों में वायरस लोड कम करने में प्रभावी साबित हो रही परजीवी कीड़ों को मारने वाली दवा आइवरमेक्टिन की बिक्री इस समय जोरों पर है। गत वर्ष से 350 फीसद अधिक यूनिट (एक स्ट्रिप में दो गोली) की अगस्त और सितंबर में ही बिक्री हो चुकी है। विगत दो माह में राजधानीवासी दो लाख से अधिक गोलियां खा चुके हैं। आलम यह है कि कई दुकानों में जाने पर किसी में एक में यह दवा मिल रही है। यह आलम तब है जब दुष्प्रभावों को देखते हुए बिना डॉक्टरी सलाह इसे नहीं लेना है।
डॉक्टर के परामर्श के बिना भी लोग ले रहे दवा
औषधि विभाग के सहायक औषधि नियंत्रक विश्वजीत दास गुप्ता के अनुसार, बाजार में तीन बड़ी कंपनियों की दवा उपलब्ध है। पहले औसतन 6000 यूनिट की बिक्री पूरे साल में होती थी। थोक दवा विक्रेताओं के अनुसार औसतन हर दिन दो सौ यूनिट बिक रही है। नवरूप मेडिको के सुनील कुमार के अनुसार पहले एक माह में एक-दो लोग आते थे, आज हर दिन करीब दस यूनिट की बिक्री हो रही है। एम्स, एनएमसीएच और पीएमसीएच के आसपास इसकी बिक्री काफी अधिक है।
दवा देने से संक्रमण की आशंका हो जाती कम
पीएमसीएच के कोरोना नोडल पदाधिकारी डॉ. पूर्णानंद झा के अनुसार संक्रमितों के सीधे संपर्क में आने वाले डॉक्टर-स्वास्थ्यकर्मियों या अन्य लोगों को यदि पहले, 7 वें और 30वें दिन रात में खाना खाने के दो घंटे बाद 12 एमजी की एक गोली दी जाए तो संक्रमण की आशंका कम हो जाती है। इसके बाद हर माह एक-एक गोली लेने से काफी हद तक संक्रमण से बचा जा सकता है। वहीं, कोरोना पॉजिटिव मरीजों को तीन दिन लगातार रात का खाना खाने के दो घंटे बाद आइवरमेक्टिन 12 एमजी टैबलेट देने पर अच्छे परिणाम निकले हैं। जिन संक्रमितों को सांस लेने में तकलीफ थी, तीन दिनों में उनका भी वायरस लोड कई गुना कम होते हुए देखा गया है।
औसत बिक्री आंकड़ों में
- 21 हजार 653 यूनिट एक अगस्त से पांच अक्टूबर 2020 तक
- 14 हजार 380 यूनिट एक अप्रैल से 5 अक्टूबर तक दूसरी कंपनी की
- 6045 यूनिट 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक
(नोट : औषधि विभाग के अनुसार अन्य कंपनियों की बिक्री भी औसतन ऐसी ही है।)