CoronaVirus Bihar Update: बिहार से कोरोना को लेकर राहत भरी खबर, निजी अस्पतालों में इलाज की दरें तय
CoronaVirus Bihar Update बिहार के निजी अस्पतालों में अब कोरोना के इलाज की दरें तय कर दी गईं हैं। इसके बाद अब अस्पताल मनमानी वसूली नहीं कर सकेंगे।
पटना, राज्य ब्यूरो। CoronaVirus Bihar Update: राज्य सरकार ने प्रदेश के निजी अस्पताल कोरोना के मरीजों से अब मनमाना शुल्क नहीं वसूल सकेंगे। तमाम जिलों से निजी अस्पतालों की मिलती शिकायतों के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में कोरोना मरीज से इलाज की एवज में लिए जाने वाले शुल्क तय कर दिए हैं। फैसले से सभी जिलाधिकारियों को अवगत भी करा दिया गया है।
तीन श्रेणी में बांटे गए जिले
इलाज की दरें तय करने के लिए जिलों को तीन श्रेणी 'ए' 'बी' और 'सी' में बांटा गया है। ए श्रेणी में पटना के अस्पताल रखे गए हैं। जबकि, बी में भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया और पूॢणया के अस्पताल आएंगे। श्रेणी सी में शेष जिले के अस्पताल हैं।
अस्पताल भी दो वर्ग में बंटे
विभाग ने हर श्रेणी के अस्पताल को भी दो वर्ग में बांटा गया है। पहला एनएबीएच (नेशनल एक्रेडिएशन बोर्ड ऑफ हॉस्पिटल) से मान्यता प्राप्त अस्पताल और दूसरे वैसे अस्पताल हैं जिन्हें एनएबीएच की मान्यता नहीं है। अस्पतालों को भी मरीजों की तीन श्रेणी के आधार पर बांटा गया है। इनमें सामान्य मरीज, गंभीर मरीज और अति गंभीर मरीज को दी जाने वाली सुविधा के अनुसार दरें तय की गई हैं।
डीएम की थी दरें तय करने की जिम्मेदारी
निजी अस्पतालों को कोरोना मरीजों के इलाज की अनुमति देने के साथ ही पूर्व में सरकार ने जिलाधिकारियों को इलाज की दरें निर्धारित करने की शक्तियां दी थीं। लेकिन जिलाधिकारी यह कार्य समय पर कर नहीं सके। नतीजा निजी अस्पताल मनमाने तरीके से शुल्क लेकर मरीजों को परेशान करने लगे। बता दें कि पटना के एक निजी अस्पताल ने तो एक कोरोना मरीज के इलाज का 6,34,200 रुपये का कच्चा बिल परिजनों को थमा दिया। ऐसी शिकायतों की संख्या बढ़ता देख स्वास्थ्य के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने विभाग के स्तर पर निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज की दरें तय करने का फैसला किया और आज यह फैसला प्रभावी भी कर दिया गया।
जिले और उनकी श्रेणी
ए श्रेणी - पटना
बी श्रेणी - भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया और पूर्णिया
सी श्रेणी - इन जिलों के अलावा अन्य जिले
पटना के निजी अस्पतालों के लिए कोरोना इलाज की प्रतिदिन दरें (रुपये)
अस्पताल की श्रेणी सामान्य मरीज गंभीर मरीज अति गंभीर मरीज
ऑक्सीजन के साथे बेड आइसीयू वेंटीलेटर के साथ आइसीयू
एनएबीएच से मान्यता प्राप्त 10000 15000 18000
(पीपीई किट के 1200) (पीपीई किट के 2000) (पीपीई किट के 2000)
बिना-एनएबीएच वाले 8000 13000 15000
(पीपीई किट के 1200) (पीपीई किट के 2000) (पीपीई किट के 2000)
बी-श्रेणी के जिलों के निजी अस्पतालों के लिए कोरोना इलाज के प्रतिदिन की दरें (रुपये)
अस्पताल की श्रेणी सामान्य मरीज गंभीर मरीज अति गंभीर मरीज
ऑक्सीजन के साथे बेड आइसीयू वेंटीलेटर के साथ आइसीयू एनएबीएच से मान्यता 8000 12000 14400
(पीपीई किट के 1200) (पीपीई किट के 2000) (पीपीई किट के 2000)
बिना-एनएबीएच वाले 6400 10400 12000
(पीपीई किट के 1200) (पीपीई किट के 2000) (पीपीई किट के 2000)
सी श्रेणी के जिलों के निजी अस्पतालों के लिए कोरोना इलाज के प्रतिदिन की दरें (रुपये)
अस्पताल की श्रेणी सामान्य मरीज गंभीर मरीज अति गंभीर मरीज
ऑक्सीजन के साथे बेड आइसीयू वेंटीलेटर के साथ आइसीयू
एनएबीएच से मान्यता 6000 9000 10800
(पीपीई किट के 1200) (पीपीई किट के 2000) (पीपीई किट के 2000)
बिना-एनएबीएच वाले 4800 7800 9000
(पीपीई किट के 1200) (पीपीई किट के 2000) (पीपीई किट के 2000)